एम्स में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी, 3 लोगों से वसूले 8-8 लाख; थमा दिए फर्जी नियुक्ति पत्र
आरोप है कि आरोपितों ने विश्वास में लेने के लिए फर्जी नियुक्ति पत्र भी थमा दिया था। इसे लेकर तीनों ज्वाइनिंग के लिए पहुंचे तो ठगी की जानकारी हुई। पुलिस ने 2 अलग-अलग मामलों में 5 आरोपितों पर केस दर्ज कर लिया है। आरोपितों ने कई और लोगों से भी ठगी की है, जिनके बारे में पुलिस जानकारी जुटा रही है।

एम्स गोरखपुर में नौकरी देने के नाम पर तीन लोगों से आठ-आठ लाख रुपये ठगी का मामला सामने आया है। आरोप है कि आरोपितों ने विश्वास में लेने के लिए फर्जी नियुक्ति पत्र भी थमा दिया था, जिसे लेकर ज्वाइनिंग के लिए जाने पर ठगी की जानकारी हुई है। पुलिस ने दो अलग-अलग मामलों में पांच आरोपितों पर केस दर्ज कर लिया है। खबर है कि आरोपितों ने कई और लोगों से भी ठगी की है, जिनके बारे में पुलिस जानकारी जुटा रही है।
पहला केस कैंपियरगंज के धर्मपुर निवासी सच्चिदानंद मौर्य ने दर्ज कराया है। वह वर्तमान में शाहपुर के सर्वोदय नगर, बिछिया में रहते हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि वह एक प्राइवेट अस्पताल में काम करते हैं। उनकी मुलाकात झंगहा के राजधानी निवासी अतुल शर्मा से हुई। अतुल ने कहा कि वह अपने एक जानने वाले की मदद से एम्स में सरकारी नौकरी लगवा देगा। इसके बाद बहनोई रामललित मौर्य के मौजूदगी में बातचीत होने लगी। उनको भी अतुल ने नौकरी दिलवाने की बात कही।
अतुल ने अपने पिता अंगद से मुलाकात कराई और उन्होंने भी नौकरी बात दोहराई। विश्वास कर मैने और बहनोई ने खाते में कई बार में सात लाख और एक लाख रुपये नकद दिया। इसके बाद उसने एक फर्जी नियुक्ति पत्र दे दिया। नौकरी नहीं मिलने पर 25 फरवरी 2025 को अतुल को हम लोगों ने मोहद्दीपुर पुलिस के सुपुर्द कर दिया, लेकिन वह थोड़ी देर बाद चौकी से चला गया। अतुल ने कई खातों में रुपये मंगवाए थे। पुलिस ने अतुल शर्मा, पिता अंगद शर्मा, मुस्कान विश्वकर्मा, साजल पांडेय, अवनीश सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।
वहीं दूसरा केस बिछिया के संगम ने दर्ज कराया है। उनका भी यही आरोप है कि आरोपितों ने एम्स में नौकरी के नाम पर कई बार में सात लाख 46 हजार रुपये ले लिए और दिल्ली में ट्रेनिंग कराने का झांसा भी दिया। इस दौरान फर्जी नियुक्ति पत्र दिया गया। पुलिस दोनों ही मामलों में केस दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
क्या बोली पुलिस
एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने कहा कि एम्स में नौकरी के नाम पर जालसाजी के मामले में शाहपुर थाने में दो अलग-अलग केस दर्ज कर लिए गए हैं। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है। आरोपितों पर नियमानुसार कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।