डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के निशाने पर आए भदोही के ACMO, अपना ही वीडियो किया था वायरल
यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के निशाने पर भदोही के अपर मुख्य चिकित्साधिकारी (एसीएमओ) डॉक्टर विवेक प्रकाश श्रीवास्तव आ गए हैं। उच्च अधिकारियों के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग करना और अपना ही वीडियो वायरल करना एसीएमओ को महंगा पड़ गया है।
यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के निशाने पर भदोही के अपर मुख्य चिकित्साधिकारी (एसीएमओ) डॉक्टर विवेक प्रकाश श्रीवास्तव आ गए हैं। अनुशासनहीनता व उच्च अधिकारियों के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग करना एसीएमओ को महंगा पड़ गया है। एसीएमओ के वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए ब्रजेश पाठक ने जांच कराई। जांच में एसीएमओ पर लगे आरोप सही मिले। डिप्टी सीएम ने आरोपी चिकित्साधिकारी को निलंबित करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। पता चला है कि एसीएमओ ने खुद ही अपना वीडियो वायरल किया था।
भदोही में एसीएमओ डॉ. विवेक प्रकाश श्रीवास्तव जिला क्षय रोग अधिकारी पद की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। बीते दिनों डॉ. विवेक का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ। इसमें उन्हें उच्चाधिकारियों के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए दिखाया गया। वह सीएमओ पर कई आरोप लगा रहे थे। आरोप है कि विभाग की छवि धूमिल करने के इरादे से वीडियो वायरल किया गया।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने वायरल वीडियो का संज्ञान लिया। डॉ. विवेक द्वारा उच्च अधिकारियों एवं विभाग पर लगाये गए गम्भीर आरोपों की जांच कराई गई। इसकी जिम्मेदारी मिर्जापुर के विन्ध्याचल मण्डल में अपर निदेशक को सौंपी गई। एक सप्ताह में जांच आख्या सौपने के आदेश दिए गए।
जांच में पाया गया कि वीडियो जानबूझ कर डॉ. विवेक ने बनाकर वायरल किया। ताकि स्वास्थ्य विभाग को बदनाम किया जा सके। डॉ. विवेक अपने कर्तव्य एवं दायित्वों का निर्वहन न करते हुए 23 अक्तूबर 2024 को प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय, जनपद-भदोही की अनुश्रवण समिति की बैठक में भी नहीं गए। लगातार उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना की।
विभागीय कार्यवाही के आदेश
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने तथ्यों को परखने के बाद डॉ. विवेक प्रकाश श्रीवास्तव को तत्काल प्रभाव से निलम्बित करते हुए विभागीय अनुशासनिक कार्यवाही किये जाने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव को दिए हैं। प्रमुख सचिव ने डॉ. विवेक को निलम्बित किये जाने के आदेश निर्गत किये जाने की कार्यवाही शुरू कर दी है।
वीडियो में क्या आरोप लगाए थे
एसीएमओ ने भदोही के सीएमओ के खिलाफ वीडियो में कई आरोप लगाए थे। कहा थि कि जिले में लिंग परीक्षण और भ्रूण हत्या कराई जा रही है। विभागीय अधिकारी जांच कर रिपोर्ट सौंपते हैं तो सीएमओ इस तरह का काम करने वाले लोगों से मिलकर मामले को रफा दफा कर देते हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी तमाम ऐसे चिकित्सकों को भी हर महीने वेतन भुगतान कर रहे हैं, जो कभी अस्पताल आते ही नहीं हैं। एसीएमओ ने अभोली ब्लॉक के पास स्थित एक क्लीनिक की जांच के मामले का हवाला देते हुए सीएमओ पर आरोप लगाए थे।
स्पष्टीकरण किया तलब
वहीं, भदोही में अल्ट्रासाउण्ड के रजिस्ट्रेशन में लापरवाही उजागर हुई है। डिप्टी सीएम ने मुख्य चिकित्साधिकारी से अल्ट्रासाउण्ड के रजिस्ट्रेशन में शिथिलता बरतने के आरोप में स्पष्टीकरण तलब किया है।