मिल्कीपुर में अयोध्या का बदला चुकाने की कोशिश में बीजेपी, योगी की अगुवाई में झोंकी ताकत
- यूं तो मिल्कीपुर सीट पर भी उपचुनाव बाकी की 8 सीटों के साथ ही होना था। मगर 2022 में भाजपा प्रत्याशी रहे बाबा गोरखनाथ की हाईकोर्ट में दाखिल रिट के चलते चुनाव टल गया था। मगर भाजपा ने चुनावी तैयारियों पर विराम नहीं लगाया। पार्टी ने सरकार और संगठन के मोर्चे पर तैयारियों का सिलसिला जारी रखा।
Milkipur Assembly by-election: अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर होने जा रहे उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में मिशन मिल्कीपुर के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। मुख्यमंत्री ने मिल्कीपुर की कमान पहले से ही खुद संभाल रखी है। मिल्कीपुर के सियासी गुणा-गणित को अपने पक्ष में कर भाजपा प्रतिद्वंद्वी सपा से लोकसभा चुनाव में अयोध्या सीट पर हार का बदला चुकाना चाहती है। हालिया उपचुनावों में आठ में से सात सीटें जीतकर भाजपा के हौंसले बुलंद हैं।
यूं तो मिल्कीपुर सीट पर भी उपचुनाव बाकी की आठ सीटों के साथ ही होना था। मगर 2022 में भाजपा प्रत्याशी रहे बाबा गोरखनाथ की हाईकोर्ट में दाखिल रिट के चलते चुनाव टल गया था। मगर भाजपा ने चुनावी तैयारियों पर विराम नहीं लगाया। पार्टी ने सरकार और संगठन के मोर्चे पर तैयारियों का सिलसिला जारी रखा। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी वहां बैठक कर चुके हैं जबकि महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह तो चुनावी तैयारियों की बैठकों के संबंध में कई बार वहां जा चुके हैं।
सीएम-डिप्टी सीएम सहित अन्य नेताओं की होंगी सभाएं
मुख्यमंत्री लगातार मिल्कीपुर के चुनावी दौरे कर रहे हैं। नए साल में भी वे पांच जनवरी को पार्टी कार्यकर्ताओं को जीत का गुणा-गणित समझा चुके हैं। उन्हें संवाद और संपर्क का सूत्र दिया था। अब उपचुनाव की तारीख घोषित होने के बाद भी मुख्यमंत्री की दो से तीन सभाएं मिल्कीपुर में हो सकती हैं। इसके अलावा दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक भी अयोध्या के दौरे करते रहे हैं। अभी उनके चुनावी कार्यक्रम भी लगेंगे। संगठन के तमाम चेहरों के साथ ही पार्टी ने यहां आधा दर्जन मंत्री भी लगा रखे हैं। इनमें प्रभारी मंत्री सूर्यप्रताप शाही के अलावा कैबिनेट मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री जेपीएस राठौर व दयाशंकर मिश्र दयालु, राज्यमंत्री सतीश शर्मा और मयंकेश्वर शरण सिंह शामिल हैं।
अयोध्या में संगठन चुनाव भी टाला
मिल्कीपुर विधानसभा सीट के उपचुनाव को लेकर भाजपा की संजीदगी का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि पार्टी ने अयोध्या जिले में संगठन चुनाव ही टाल दिया है। पार्टी के 98 संगठनात्मक जिलों में से 97 में ही चुनाव हो रहे हैं। अयोध्या में मंडलों का गठन भी नहीं किया गया है। ऐसे में वहां जिलाध्यक्ष चुनाव भी अभी नहीं हो पाएगा।