शहर में मिला एक और डेंगू रोगी, दौड़ाई गई टीमें
जिले में डेंगू का दूसरा रोगी भरतविहार में पाया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने त्वरित सर्वेक्षण और लार्वासाइड छिड़काव किया है। रोगी अब ठीक है। इस साल पहले डेंगू रोगी की पुष्टि तीन महीने पूर्व हुई थी। पिछले...
जिले में डेंगू के दूसरे रोगी की पुष्टि हो गई है। शहर के भरतविहार में रोगी की पुष्टि होने पर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया। आरआर टीम को भेजकर इलाके में रैपिड फीवर सर्वे कराने के साथ ही लारवासाइड का छिड़काव व अन्य कदम उठाए गए हैं। रोगी की हालत अब ठीक है। इस वर्ष के पहले डेंगू रोगी के तौर पर तीन माह पूर्व नई बस्ती बिजनौर निवासी एक 60 वर्षीय व्यक्ति की पुष्टि हुई थी। पिछले वर्ष जिले में 159 डेंगू रोगी मिले थे। विभागीय जानकारी के मुताबिक स्थानीय भरत विहार में ससुराल में आए हुए दिल्ली निवासी युवक ने बीमार होने पर निजी पैथ लैब में जांच कराई गई थी। लैब की ओर से सूचना पोर्टल पर अपडेट किए जाने के साथ ही जिला मलेरिया अधिकारी कार्यालय की टीम अलर्ट हो गई। जिला मलेरिया अधिकारी मंजूषा गुप्ता के मुताबिक उनके पास सूचना आने पर उन्होंने रेपिड रेसपोंस टीम को भरतविहार स्थित पते पर जरूरी एक्टिविटी के लिए भेजा था। उक्त रोगी दिल्ली का रहने वाला है और भरतविहार में ससुराल में आया होने पर यहां जांच कराने पर डेंगू निकला था। इनके घर में भी लार्वा की ब्रीडिंग तो नहीं हो रही यह चेक किया गया। रोगी अब ठीक है। इलाके में रैपिड फीवर सर्वे में अन्य कोई ऐसे लक्षणों वाला रोगी नहीं मिला। कुछ जलभराव वाले स्थलों पर लार्वासाइड का छिड़काव कराया गया है। इस वर्ष अब तक दो डेंगू रोगी मिल चुके हैं। गौरतलब है, कि पिछले वर्ष डेंगू रोगियों की संख्या 159 पर पहुंच गई थी और टीम पूरे समय यहां-वहां दौड़ती ही रही थी।
कैसे करे पहचान?
जिला मलेरिया अधिकारी मंजूषा गुप्ता के अनुसार डेंगू के कुछ साधारण लक्षण निम्न होते हैं-
- अचानक तेज सिरदर्द व बुखार का होना
- मांसपेशियों तथा जोड़ों में दर्द होना
- आंखों के पीछे दर्द होना, जो कि आंखों को घुमाने से बढ़ता है
- जी मिचलाना एवं उल्टी होना
कैसे रहें सावधान
- डेंगू फैलाने वाला मच्छर रुके हुए साफ पानी में पनपता है। कहीं आपके घर में या आसपास पानी जमा तो नहीं है?
- पानी से भरे हुए बर्तनों व टंकियों आदि को ढक कर रखें।
- सप्ताह में एक बार कूलर को खाली करके सुखा दें।
- यह मच्छर दिन के समय काटता है। ऐसे कपड़े पहने जो बदन को पूरी तरह ढक कर रखने का प्रयास करें ।
- डेंगू के उपचार के लिए कोई खास दवा या वैक्सीन नहीं है। बुखार उतारने के लिए पैरासिटामोल ले सकते हैं, लेकिन एस्प्रीन या इबुप्रोफेन, कोर्टिसोन एवं एंटीबायोटिक्स का इस्तेमाल न करें।
- अधिक बुखार में डाक्टर की सलाह लें। डाक्टर की सलाह पर रोगी को अस्पताल में भर्ती अवश्य करा दें। डेंगू के हर रोगी को प्लेटलेट्स चढ़ाने की जरूरत नहीं पड़ती।
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