50 फीसदी से कम आये बच्चे तो शिक्षक जिम्मेदार
परिषदीय स्कूलों में छात्र उपस्थिति बढ़ाने के लिए बीएसए वीरेंद्र कुमार सिंह ने सख्त कदम उठाने की घोषणा की है। 50 फीसदी से कम उपस्थिति वाले स्कूलों के प्रधानाध्यापकों पर कार्रवाई की जाएगी। सभी स्कूलों...
परिषदीय स्कूलों में छात्र उपस्थिति बढ़ाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। बीएसए वीरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि 50 फीसदी से कम छात्र उपस्थिति वाले स्कूलों के प्रधानाध्यापकों पर कार्रवाई की जायेगी। बीएसए ने जिले के सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यों को छात्र उपस्थिति बढ़ाने के निर्देश दिये हैं। जिले में परिषदीय स्कूलों की संख्या 2155 है और इन स्कूलों में करीब छह हजार शिक्षक शिक्षण कार्य करते हैं। इसके बावजूद कुछ स्कूलों में छात्र उपस्थिति में वृद्धि नहीं हो पा रही है। जिसको लेकर बीएसए ने सख्ती की है। बीते दिनों बीएसए कम छात्र उपस्थिति वाले स्कूलों के शिक्षकों पर कार्रवाई कर चुके हैं। इसके बाद एक बार फिर से बीएसए ने सभी स्कूलों के शिक्षकों से छात्र उपस्थिति में वृद्धि के निर्देश दिये हैं। बीएसए ने कहा कि 50 प्रतिशत से कम छात्र उपस्थिति वाले स्कूलों के प्रधानाध्यापकों का वेतन रोक दिया जायेगा। इसके बाद भी छात्र उपस्थिति में सुधार न होने पर कार्रवाई के लिये आगे बढ़ाया जायेगा। प्रत्येक विद्यालय में छात्र उपस्थिति 70 फीसदी से ऊपर होना चाहिये। बीएसए ने बताया कि कम छात्र उपस्थिति वाले स्कूलों की लगातार निगरानी की जा रही है। सुधार न होने पर उन स्कूलों के प्रधानाध्यापकों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लायी जायेगी। स्कूलों में छात्र उपस्थिति बढ़ाने को लेकर बीईओ को भी निर्देशित किया जा चुका है।
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