Severe Heat Causes Electricity Supply Crisis in Ayodhya Transformers Overheating बोले अयोध्या:भीषण गर्मी ने बढ़ाई मांग तो हांफने लगे बिजली के इंतजाम , Ayodhya Hindi News - Hindustan
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बोले अयोध्या:भीषण गर्मी ने बढ़ाई मांग तो हांफने लगे बिजली के इंतजाम

Ayodhya News - अयोध्या में भीषण गर्मी के कारण बिजली आपूर्ति व्यवस्था चरमरा गई है। शहर के कई क्षेत्रों में 7 से 8 घंटे बिजली कटौती हो रही है, जिससे लोग परेशान हैं। ट्रांसफार्मरों की क्षमता बढ़ाई जा रही है, लेकिन...

Newswrap हिन्दुस्तान, अयोध्याMon, 28 April 2025 05:05 PM
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बोले अयोध्या:भीषण गर्मी ने बढ़ाई मांग तो हांफने लगे बिजली के इंतजाम

अयोध्या। शहर हो या गांव, इस झुलसा देने वाली भीषण गर्मी में बिजली आपूर्ति व्यवस्था भी पटरी से उतर गई है। शहर में जहां बिजली सप्लाई व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए ट्रांसफार्मरों की मरम्मत, ऑयलिंग, फैंसिंग और अर्थिंग आदि बदलने के साथ एबीसी तारों को लगाया जा रहा है। इसके लिए शहर में रोज किसी न किसी बिजली उपकेन्द्र से जुडे़ क्षेत्रों में 20 से 50 हजार की आबादी बिजली संकट से जूझ रही है। सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र शहर का चौक, सिविल लाइन, लालबाग, नियावां, नाका बिजली उपकेन्द्र के क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति लड़खड़ाई हुई है। इसका कारण यह है कि इन क्षेत्रों में लाइन आपूर्ति व्यवस्था को सही करने के लिए कार्य कराया जा रहा है जिसके कारण सुबह 10 बजे से शाम छह बजे तक सात से आठ घंटे बिजली कट रही है। बिजली के कटने से लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। खास तौर से बुजुर्गों और छोटे बच्चे गर्मी में लाइट न होने से परेशान हो रहे हैं।

शहरी क्षेत्र में 14 विद्युत उपकेन्द्र हैं। लेकिन किसी भी बिजली उपकेन्द्र से जुडे़ लोगों को 18 घंटे भी ठीक से बिजली मयस्सर नहीं हो पा रही है। अशफाक उल्लाह वार्ड के पार्षद अखिलेश पाण्डेय का कहना है कि सिविल लाइन क्षेत्र में बिना पूर्व सूचना दिये तीन से चार घंटे की बिजली कटी रहती है। इससे दिक्कत होती है। लोगों को पहले से मालूम नहीं होता हैतो लोग पानी नहीं भर पाते हैं। पीडब्यूडी गेस्ट हाउस के पास सरस्वती विहार कालोनी में कुछ गरीब रहते हैं। यहां सरकारी आवास भी हैं। अक्सर यहां लाइट कट जाती है। शिकायत के बाद भी लाइन मैन बनाने नहीं आते हैं। कोई सुनवाई नहीं होती है। जब मेरे पास शिकायत आती है तो वह जेई को फोन करते हैं लेकिन जेई का सीयूजी नम्बर नहीं उठता है। हालांकि एसडीओ से कहने पर तत्काल कार्य होता है। आम लोगों की कोई सुनवाई नहीं होती है। बिजली स्टेशन पर भी शिकायत नहीं लिखी जाती है। इस भीषण गर्मी में अगर गरीब घरों की बिजली कट जाएगी तो परेशान होते हैं। इस भीषण गर्मी में आये दिन धड़ाधड़ ट्रांसफार्मर फुंक रहे हैं। विगत माह 15 मार्च से 15 अप्रैल तक जिले में ताबड़तोड़ 121 ट्रांसफार्मर जल गए। इनमें 10 केवीए के 18, 16 केवीए के नौ, 25 केवीए के 67, 63 केवीए के 20, 100 केवीए के चार, 250 केवीए के दो, 400 केवीए के एक ट्रांसफार्मर को जलने के बाद बदला जा चुका है।

बिजली आपूर्ति व्यवस्था को बनाये रखने के लिए विभाग के पास संसाधनों की कोई कमी नहीं है। शहरी क्षेत्र में 24 घंटे और तहसील मुख्यालयों को 21.5 घंटे बिजली सप्लाई दी जा रही है। इस समय शहरी क्षेत्र में 35 मिलियन बिजली की मांग है। अभी हमारे पास फाल्ट लोकेटर मशीन एक है जिससे हम अंडर ग्राउंड फाल्ट ढूढ़ने के लिए उसे उपयोग में लाते हैं। इसके अलावा मेंटीनेंस के लिए सभी तरह के संसाधन उपलब्ध हैं। गर्मी को देखते हुए सभी टासफार्मरो में ऑयलिंग हो गयी है। इस वक्त शहर में कई जगह एबीसी तारों को बदला जा रहा है। 168 ट्रांसफार्मर फ्यूज सेट लग चुके हैं। ट्रांसफार्मरों की भी मरम्मत कराई जा रही है। पिछले दिनो आंधी में पेड़ गिरने से ग्रामीण क्षेत्रों में 400 विद्युत पोल क्षतिग्रस्त हो गए थे जबकि शहरी क्षेत्र में करीब एक दर्जन पोल टूटे थे। शहर में सभी पोल ठीक हो गए हैं। संविदा पर लगे 323 कर्मचारी हड़ताल पर गए हैं। वैकल्पिक व्यवस्था के लिए कार्यदायी संस्था से बात कर रहे हैं। इसके अलावा विभाग के 60 रेगुलर कर्मचारियों को फाल्ट ठीक कराने और सप्लाई को सुचारू रखने का जिम्मा है।

सैकड़ों होम स्टे खुलने से बिजली की मांग बढ़ी:गर्मी शुरू होने पर बिजली की खपत बढ़ना स्वाभाविक प्रकिया है लेकिन रामनगरी में इस बार की गर्मी में बिजली की खपत बढ़कर कई गुना अधिक हो गई है, कारण पूरे नगर में सैकड़ों की संख्या में होम स्टे का खुल जाने को बताया जा रहा है। गर्मी की वजह से सभी ग्राहक एयर कंडीशन (एसी) की मांग करते है इसलिए सभी संचालक कमरों में इस व्यवस्था को मुहैय्या कराए हुए हैं। दो वर्ष पहले जहां एक मोहल्ले में कुछ संख्या में ही एसी ही लगे देखे जा सकते थे आज वहां संख्या सैकड़ो में है। प्राण प्रतिष्ठा के बाद श्रद्धालुओं की संख्या कई गुना बढ़ी है। इसलिए नगर के ज्यादातर झेत्रों के घरों में होम स्टे खुल गया है। जिसमे संचालकों ने दो कमरे से लेकर 10 से अधिक कमरों का होम स्टे बना लिया है। जबकि मानक के अनुसार पांच कमरे से अधिक होंम स्टे को अवैध माना गया है। प्रतिस्पर्धा के कारण संचालक होटल नुमा व्यवस्था के तहत कमरों का निर्माण किये हैं। इसलिए सभी होम स्टे में एसी कमरों को प्रमुखता दी गई है। बिजली विभाग एसडीओ नवनीत सिंह मानते हैं कि गर्मी में बिजली की खपत बढ़ गई है लेकिन भूमिगत बिजली की व्यवस्था के अंतर्गत सभी प्रकार के विकल्प हैं।

भीषण गर्मी में चमराई विद्युत आपूर्ति व्यवस्था से परेशान :विद्युत उपकेंद्र बीकापुर क्षेत्र में पांच फीडरों में आए दिन लगातार कटौती की जाती है। इस दौरानतेज गर्मी के कारण विद्युत उपभोक्ता परेशान रहते हैं। रात में कई बार बिजली एक घंटे से अधिक कटौती की जाती है। फीडर के सीयूजी नंबर पर उपभोक्ता कॉल करते हैं तो विद्युत कर्मी मोबाइल स्विच ऑफ कर देते हैं। इस समय लगातार गर्मी के कारण बच्चों से लेकर बूढ़ों तकऔर जानवरों का भी बुरा हाल हो गया है। एनी फीडर के उपभोक्ता बताते हैं कि रात में प्रतिदिन कुछ घंटे के लिए विद्युत कटौती की जाती है। एसडीओ और जेई कहते हैं कि ऊपर से रोस्टिंग के कारण विद्युत कटौती की जाती है। हम लोगों के हाथ में कुछ नहीं रहता है। विद्युत उपकेंद्र पर जब लाइट आती है तो तत्काल सप्लाई चालू कर दी जाती है। दिन में लाइट कटी रहती है। किसानों को सिंचाई के लिए रात में जागकर खेतों में पानी ले जाया जाता है। बिजली कटौती से ज्यादातर छोटे बच्चों को समस्याएं आ रही है। ऐनी फीडर के उपभोक्ता विनय कुमार पाण्डेय ने बताया कि विद्युत कर्मी चाहे दिन हो या रात कटौती हरदम बराबर किया करते हैं। शिकायत कई बार ग्रामीण भी कर चुके हैं। एनी फीडर के उपभोक्ता राहुल दुबे ने बताया कि विद्युत कटौती से किसानों को समस्या उत्पन्न हो रही है।

बिजली आपूर्ति में सुधार के लिए उच्चीकृत किये ट्रांसफार्मर: शहरी क्षेत्र में बिजली आपूर्ति के सुधार को लेकर कई तरह के जतन किये जा रहे हैं। आगामी महीने में भीषण गर्मी में ट्रांसफार्मरों को सुरक्षित रखने के लिए ट्रांसफार्मरों में ऑयलिंग कराई जा रही है। ट्रांसफार्मरों की अर्थिंग और पैंसिंग का कार्य कराया जा रहा है जिससे ट्रांसफार्मर डैमेज न हों। इसके अलावा चौक बिजली घर पर पांच एमवीए के ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि कर उसे 8 एमवीए में बदला जा रहा है। इसी तरह से लालबाग विद्युत उपकेन्द्र पर लगे पांच एमवीए के ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि कर आठ एमवीए किया गया है। अमानीगंज विद्युत उपकेन्द्र के आठ एमवीए के ट्रांसफार्म की क्षमता बढ़ाकर 10 एमवीए की जाएगी। नियावां बिजली घर पर लगे ट्रांसफार्मर की क्षमता 5 एमवीए से बढ़ाकर 10 एमवीए कर दिया गया है। सिविल लाइंस विद्युत बिजली घर में 10-10 एमवीए के दो नये ट्रांसफार्मर लगा दिये गए हैं। कौशलपुरी बिजली उपकेन्द्र में लगे पांच एमवीए के ट्रांसफार्मरों की क्षमता बढ़ाकर 10 एमवीए में बदला गया है। भीषण गर्मी के बीच बिजल संविदा कर्मचारियों की बेमियादी हड़ताल से बिजली आपूर्ति व्यवस्था पर बुरा असर पड़ने की संभावना है। शहरी क्षेत्र के सभी 14 बिजली उपकेन्द्रों पर 323 संविदा कर्मी तैनात हैं जो लाइन स्टॉफ और ऑपरेटिंग के कार्य में लगे हैं।

बोले जिम्मेदार: विद्युत वितरण खण्ड प्रथम, अयोध्या के अधिशासी अभियंता प्रदीप कुमार वर्मा का इस बारे में कहना है कि बिजली आपूर्ति व्यवस्था को बनाये रखने के लिए विभाग के पास संसाधनों की कोई कमी नहीं है। शहरी क्षेत्र में 24 घंटे और तहसील मुख्यालयों को 21.5 घंटे बिजली सप्लाई दी जा रही है। इस समय शहरी क्षेत्र में 35 मिलियन बिजली की मांग है। ट्रांसफार्मरों की भी मरम्मत कराई जा रही है।

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