अयोध्या राम मंदिर के शिखर के साथ तीनों तल का निर्माण मार्च तक हो जाएगा पूरा, आया नया अपडेट
- अयोध्या राम मंदिर निर्माण को लेकर नया अपडेट आया है। राम मंदिर के शिखर के साथ तीनों तल का निर्माण मार्च तक पूरा हो जाएगा। निर्माण एजेंसियों ने तय समय से पहले काम पूरा करने के मामले में हाथ खड़ा कर दिया है।
अयोध्या राम मंदिर में चल रही निर्माणाधीन परियोजनाओं के प्रगति की समीक्षा बैठक के दूसरे दिन शिखर से लेकर परकोटा सहित अन्य परियोजनाओं के निर्माण का तुलनात्मक अध्ययन किया गया। इस दौरान भीड़ के कारण बाधित निर्माण कार्य के पहले श्रमिकों की कमी एक बड़ा मुद्दा बन गई है। भवन-निर्माण समिति चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्र बताते हैं कि श्रमिकों को बढ़ाने को लेकर निर्माण एजेंसी एल एण्डटी को निर्देशित किया गया है कि वह अपने मुख्यालय को इस बारे में पत्र भेजें। उधर, श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के दबाव के बावजूद निर्माण एजेंसियों ने तय समय से पहले काम पूरा करने के मामले में हाथ खड़ा कर दिया है। यही कारण है कि राम मंदिर का निर्माण मार्च 2025 में ही पूरा हो सकेगा।
अयोध्या राम मंदिर में चल रही निर्माणाधीन परियोजनाओं के प्रगति की समीक्षा बैठक के दूसरे दिन शिखर से लेकर परकोटा सहित अन्य परियोजनाओं के निर्माण का तुलनात्मक अध्ययन किया गया। इस दौरान भीड़ के कारण बाधित निर्माण कार्य के पहले श्रमिकों की कमी एक बड़ा मुद्दा बन गई है। भवन-निर्माण समिति चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्र बताते हैं कि श्रमिकों को बढ़ाने को लेकर निर्माण एजेंसी एल एण्डटी को निर्देशित किया गया है कि वह अपने मुख्यालय को इस बारे में पत्र भेजें। उधर, श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के दबाव के बावजूद निर्माण एजेंसियों ने तय समय से पहले काम पूरा करने के मामले में हाथ खड़ा कर दिया है। यही कारण है कि राम मंदिर का निर्माण मार्च 2025 में ही पूरा हो सकेगा।
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भवन निर्माण समिति चेयरमैन मिश्र का कहना है कि राम मंदिर के शिखर से लेकर भूतल, प्रथम व द्वितीय तल का निर्माण मार्च में ही पूरा हो सकेगा। इसके साथ राम मंदिर में लगने वाले 370 स्तम्भों पर आइकोनोग्राफी के जरिए होने वाली मूर्तियों का निर्माण भी मार्च में पूरा हो जाने की उम्मीद जताई गयी है। राम मंदिर के एक स्तम्भ में 25-30 मूर्तियों का निर्माण हो रहा है। इस लिहाज से इन मूर्तियों की संख्या करीब 9250 है। खास बात यह है कि इन मूर्तियों का निर्माण हर कालम में एक ही मूर्तिकार के द्वारा किया जा रहा है। तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपतराय का कहना है कि हर मूर्तिकार का अपना अलग हाथ होता है। इसके कारण एक से अधिक हाथ लगने पर मूर्तियों के शिल्प में अंतर आ जाएगा। यही कारण है कि एक-एक मूर्तिकार को अलग-अलग काम सौंपा गया है। इस कारण समय भी लग रहा है।
हरियाली क्षेत्र 20 एकड़ में होगा पौधरोपण:भवन-निर्माण समिति चेयरमैन मिश्र का कहना है कि परकोटे की चुनौती यथावत बरकरार है। उनका कहना है हमारी कोशिश है कि निर्माण जून तक पूरा हो जाए लेकिन निर्माण एजेंसी कोई आश्वासन नहीं दे पा रही है। उनका मानना है कि निर्माण सितम्बर 2025 से पहले होना मुमकिन नहीं है। बताया गया कि परकोटा में राम मंदिर के सापेक्ष करीब दोगुना पत्थरों को लगाया जाना है। बताया गया कि अभी तीन लाख क्यूबिक फिट पत्थरों को लगाया जाना बाकी है।