सीने पर गोली मारे STF, साजिश बंद करे; राज्यपाल से मिलीं पल्लवी तो और आक्रामक हुए आशीष पटेल
योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल गुरुवार को यूपी पुलिस की स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) पर और हमलावर हो गए। यहां तक कह दिया कि एसटीएफ मेरे सीने पर गोली मारे। मेरे खिलाफ साजिश और षड्यंत्र बंद करे।
योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल गुरुवार को यूपी पुलिस की स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) पर और हमलावर हो गए। यहां तक कह दिया कि एसटीएफ मेरे सीने पर गोली मारे। मेरे खिलाफ साजिश और षड्यंत्र बंद करे। आशीष पटेल ने गुरुवार को अपना दल एस की लखनऊ में वार्षिक बैठक बुलाई और मंच से खुलेआम एसटीएफ को निशाने पर लिया। इससे पहले भी आशीष पटेल अपनी साली और सपा विधायक पल्लवी पटेल के पीछे किसी और का हाथ होने का आरोप लगाते रहे हैं लेकिन गुरुवार को खुलकर कहा कि एसटीएफ के लोग ही पल्लवी के पीछ हैं। आशीष पटेल के हमले ऐसे समय तेज हुए हैं जब पल्लवी पटेल ने राज्यपाल से मुलाकात की है और एसआईटी बनाकर जांच की मांग कर दी है।
आशीष पटेल ने कहा कि मेरी सुरक्षा में जो कार्बाइन लगाई गई है जरूरत पड़ने पर उसकी गोली नहीं चलेगी। उन्होंने कहा कि मैं खड़यंत्रों से डरने वाला नहीं हूं। आशीष ने दोहराया कि मेरी जांच सीबीआई से कराई जाए। आशीष पटेल ने कहा कि अब उनके खिलाफ बड़े साजिश और षड्यंत्र होंगे। कार्यकर्ताओं से अपील की कि अब वे उन्हें सुरक्षा दें।
आशीष पटेल यूपी के प्रौद्योगिकी शिक्षा विभाग के मंत्री हैं। पल्लवी पटेल का आऱोप है कि इस विभाग में पौने दो सौ से ज्यादा लेक्चरर को 25-25 लाख रुपए लेकर एचओडी बना दिया गया है।
आशीष पटेल ने एसटीएफ के साथ ही सूचना विभाग पर भी हमले किए। कहा कि मेरे खिलाफ इधर खबरें ज्यादा छपने लगी हैं। लेकिन सकारात्मक की जगह नकारात्मक खबरें छापी जा रही हैं। यह खबरें सूचना विभाग छपवा रहा है। कहा कि मैं षड्यंत्रों से डरने वाला नहीं हूं। आशीष पटेल ने लोगों से पूछा कि लड़ना है या डरना है। लोगों ने कहा लड़ना है। आशीष पटेल ने कहा यह सरदार पटेल का बेटा है यह लड़ेगा, मैं किसी से डरने वाला नहीं हूं। आपने कह दिया तो और ताकत से लडूंगा, मैं किसी भी षड्यंत्र से डरने वाला नहीं हूं।
आशीष पटेल ने पल्लवी पटेल को धरना मास्टर कहते हुए पूछा कि 2 जुलाई आया तो धरना, 17 अक्टूबर हुआ तो धरना। उनको धरने के लिए प्रायोजित किया जाता है। जब भी मौका मिलता है तो उनको धरने पर बैठा दिया जाता है। धरने के दौरान लगातार कौन उनसे फोन पर बात कर रहा था। इसकी जांच करा लीजिए। एसटीएफ वाले उनसे बात कर रहे थे और दिशा निर्देश दे रहे थे। कहा कि अति सुरक्षित इलाके में उनके साथ दो अन्य लोग कौन थे।
उन्होंने कहा कि मैं खुली किताब हूं। मैंने कह दिया सीबीआई से जांच कराइए, डरते क्यों हैं। सूचना विभाग पर निशाना साधते हुए कहा कि 1700 करोड़ रुपये के बजट का इस्तेमाल करके हमें बदनाम न करिए. मेरी गलती है कि मैंने 14 में से 7 वंचित वर्ग के डायरेक्टर बनाए। मेरी गलती है कि मैंने वंचित वर्ग को आगे बढ़ाया। ऐसी गलती में करता रहूंगा डरूंगा नहीं। मैं डरने वाला नहीं हूं। आप जितना डरा सकते हो पर मैं डरने वाला नहीं हूं। आपके पास तंत्र है और मेरे पास जनतंत्र है। जब जनतंत्र आपके साथ है तो तंत्र से कोई डरने की जरूरत नहीं है।