अब क्रिकेटर का नाम भी बदल दिया? मोहम्मद शमी के बहाने अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ पर कसा तंज
यूपी विधानसभा बजट सत्र के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ को लेकर विपक्ष पर जमकर हमला बोला। हालांकि एक बार सीएम की जबान लड़खड़ा गई और मोहम्मद कैफ की जगह मोहम्मद शमी का नाम ले लिया। इस पर अब अखिलेश यादव ने सीएम पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि अब क्या क्रिकेटर का भी नाम बदल दिया?

यूपी विधानसभा बजट सत्र के दूसरे दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ को लेकर विपक्ष पर जमकर हमला बोला। हालांकि एक बार सीएम की जबान फिसल गई और मोहम्मद कैफ की जगह मोहम्मद शमी का नाम ले लिया। इस पर अब सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि अब क्या क्रिकेटर का भी नाम बदल दिया?
विधानसभा में महाकुंभ पर चर्चा के दौरान सीएम योगी ने कहा कि काहिरा में भगदड़ और नेपाल में आगजनी के पुराने वीडियो को महाकुंभ से जोड़कर जनता को गुमराह करने की साजिश की गई। लेकिन इसके बावजूद महाकुंभ में लोगों का उत्साह कम नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि हर जाति, हर धर्म के लोग इसमें शामिल हुए। क्रिकेटर मोहम्मद शमी ने भी महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाई, इससे साफ है कि कोई भेदभाव नहीं हुआ।
हालांकि, हकीकत यह है कि मोहम्मद शमी के महाकुंभ में स्नान करने की कोई खबर नहीं है। महाकुंभ से पहले क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने त्रिवेणी में डुबकी लगाई थी और इसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी शेयर किया गया था। इसके अलावा अन्य खेल जगत की हस्तियों जैसे सुरेश रैना, अंकित राजपूत, साइना नेहवाल, द ग्रेट खली और मैरी कॉम भी प्रयागराज में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं।
अखिलेश यादव ने साधा निशाना
योगी आदित्यनाथ के इस बयान पर अब अखिलेश यादव ने उन्हे घेरने की कोशिश की है। उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि क्या अब क्रिकेटर का नाम भी बदल दिया?
जो करते थे विरोध वह चुपके से कर आए स्नान
योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव पर तंज करते हुए ये भी कहा कि ये भी कहा कि जो महाकुंभ का विरोध कर रहे थे वह भी चुपचाप स्नान करने पहुंचे। विपक्ष जिस भाषा का प्रयोग कर रहा है। वह किसी भी सभ्य समाज को शोभा नहीं देती। ये लोग महाकुंभ जैसे आयोजन की भव्यता पर सवाल उठाते हैं और समाज में भ्रम फैलाने का प्रयास करते हैं। पहले दिन से ही विपक्ष महाकुंभ का विरोध कर रहा है। अगर यह वास्तव में जनता के हितैषी होते तो इस आयोजन पर चर्चा के लिए सदन में उपस्थित रहते लेकिन उन्होंने सदन को बाधित किया। जैसे ही महाकुंभ शुरू हुआ, इन्होंने अफवाहें फैलाना शुरू कर दिया।