बोले आगरा: संजय प्लेस की रौनक पर अवैध पार्किंग का ‘ग्रहण
Agra News - संजय प्लेस, शहर का सबसे बड़ा व्यवसायिक केंद्र, पार्किंग की समस्या और शराबियों की बढ़ती संख्या से परेशान है। यहां 1000 से अधिक कार्यालय हैं और हर दिन करोड़ों का कारोबार होता है। लेकिन, पार्किंग...
संजय प्लेस शहर का सबसे बड़ा व्यवसायिक केंद्र है। यहां सभी को काम पड़ता है। क्योंकि यहां सरकारी, गैर सरकारी एक हजार से ज्यादा कार्यालय हैं। हर दिन करोड़ों का कारोबार होता है। सरकार को बड़ा टैक्स मिलता है। इसके बाद भी संजय प्लेस के वाशिंदे परेशान हैं। कहते हैं कि पार्किंग उनके लिए बड़ी समस्या बनी हुई है। निगम अधिकारी पार्किंग ठेका उठा देते हैं। पार्किंग कर्मचारी दुकानदारों को भी नहीं छोड़ते। इसे लेकर कई बार दुकानदारों का पार्किंग ठेकेदार से विवाद हो चुका है। शाम ढलते ही बाजार में शराबियों की महफिल सज जाती है। पूरा क्षेत्र ओपन बार में बदल जाता है। संवाद कार्यक्रम में व्यापारियों ने परेशानियां साझा कीं।
एक जमाने में अंग्रेजों की जेल रहा संजय प्लेस आज शहर की शान है। जानकार बताते हैं कि 1980 में संजय प्लेस में अलग अलग ब्लॉक्स का निर्माण होना शुरू हुआ था। वर्ष 1984 में व्यापारियों के नाम पर दुकानों का आवंटन हुआ था। संजय प्लेस में नामचीन निजी कंपनियों के कार्यालय हैं। कंप्यूटर, कपड़ा और जूता मार्केट है।
खानपान की भी बाजार में सौ से ज्यादा दुकानें हैं। करीब 10 हजार कर्मचारी यहां काम करते हैं। इसके बाद भी प्रमुख बाजार में समस्याओं का अंबार है। जिससे स्थानीय व्यापारियों के साथ यहां आने वाले ग्राहक भी परेशान हैं। संजय प्लेस कंप्यूटर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि बाजार में सबसे बड़ी दिक्कत पार्किंग की है।
उन्होंने बताया कि नगर निगम अधिकारियों ने ब्लॉक वार पार्किंग के ठेके उठा दिए हैं। नतीजा ये है कि पार्किंग ठेकेदार बाजार के स्थाई दुकानदारों से भी पार्किंग शुल्क वसूलते हैं। इसे लेकर कंप्यूटर मार्केट के दुकानदारों का पार्किंग ठेकेदार से विवाद हो चुका है। मारपीट तक नौबत आ चुकी है। कारोबारियों ने पार्किंग की समस्या का समाधान किए जाने की मांग उठाई है। उनका कहना है कि दुकानदारों से पार्किंग शुल्क वसूलने पर रोक लगाई जानी चाहिए।
पार्किंग के अलावा भी संजय प्लेस में कई अन्य समस्याएं भी हैं। इनमें एक प्रमुख समस्या शराबियों की है। कारोबारियों ने बताया कि शाम ढलते ही संजय प्लेस शराबियों का अड्डा बन जाता है। लोग ठेके से शराब खरीदते हैं। सड़क किनारे गाड़ियां खड़ी कर अंदर महफिल सजाते हैं। हर ब्लॉक में शराबियों की भीड़ रहती है।
विरोध करने पर शराबी मारपीट पर उतारू हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि कंप्यूटर मार्केट ब्लॉक में जनसुविधा के लिए दो शौचालय बनाए गए थे। दोनों शौचालयों पर अब ताला लटका हुआ है। महिलाओं के लिए पूरे ब्लॉक में एक भी शौचालय नहीं है। इससे बाजार आने वाले ग्राहकों, कार्यालयों में काम करने वाली महिला कर्मचारियों को खासी परेशानी उठानी पड़ती है। कई ब्लॉक में भवन जर्जर हो चुके हैं।
इससे हादसे का खतरा बना रहता है बाजार में कई स्थानों पर स्ट्रीट लाइटें भी खराब हैं। इस वजह से शाम ढलते ही बाजार में घुप्प अंधेरा हो जाता है। अंधेरे का फायदा उठाकर शोहदे यहां आने वाली महिला कर्मचारियों पर अश्लील फब्तियां कसते हैं। विरोध करने पर अंधेरे का फायदा उठाकर भाग जाते हैं। व्यापारियों का कहना है कि संजय प्लेस में शाम के वक्त पुलिस की नियमित गश्त रहनी चाहिए। महिलाओं, युवतियों से छेड़छाड़ करने वालों पर सख्ती से कार्रवाई होनी चाहिए।
थम नहीं रहीं वाहन चोरी की वारदातें
संजय प्लेस में लंबे समय से वाहन चोरी की वारदातें घटित हो रही हैं। इस पर पूरी तरह से अंकुश नहीं लग पाया है। कंप्यूटर एसोसिएशन पदाधिकारियों ने बताया कि पुलिस चौकी होने के बाद भी वाहन चोरी की वारदातें नहीं रुक रही हैं। हर महीने दो पहिया वाहन चोरी हो रहे हैं। इनमें ग्राहकों के साथ कारोबारियों के वाहन भी शामिल हैं। कारोबारियों ने बताया कि वाहन चोरी रोकने के लिए ठोस प्लान बनाए जाने की जरूरत है। वाहन चोरी होने से बाजार की साख खराब होती है। इसका असर कारोबार पर भी पड़ता है।
बाजार में नहीं होती नियमित सफाई
कारोबारियों के मुताबिक शहर के सबसे प्रमुख बाजार में साफ-सफाई की भी विकराल समस्या है। कंप्यूटर ब्लॉक के आसपास गंदगी का अंबार लगा हुआ है। कई बार शिकायत करने के बाद भी बाजार में नियमित सफाई नहीं होती है। कूड़ा उठाने वाली गाड़ी भी कभी कभार ही नजर आती है। नियमित सफाई न होने की वजह से हर ब्लॉक के बाहर कूड़े के ढ़ेर लगे हुए हैं। इससे दुर्गंध तो फैलती ही है। संक्रामक बीमारियां फैलने का खतरा भी बना रहता है। कारोबारियों ने बाजार में नियमित सफाई कराए जाने की मांग की है।
महिलाओं के लिए नहीं है शौचालय
संजय प्लेस बाजार में जनसुविधाओं की भी दिक्कत है। कारोबारियों ने बताया कि कंप्यूटर मार्केट ब्लॉक में कुछ समय पहले महिलाओं के लिए शौचालय बनाया गया था। इसके बाद इस पर ताला लगा दिया गया। वर्तमान में कंप्यूटर ब्लॉक में आने वाली महिला ग्राहकों के लिए एक भी सार्वजनिक शौचालय नहीं है। इससे महिलाओं को परेशानी उठानी पड़ती है। पुरुषों के लिए बने शौचालय की हालत भी सही नहीं है। मजबूरी में जैसे तैसे काम चल रहा है। जर्जर शौचालय का मरम्मत भी कारोबारियों ने अपने खर्चे पर कराई है।
सही की जाएं सभी स्ट्रीट लाइटें
संजय प्लेस हर लिहाज से शहर के लिए अहम स्थल है। इसके बाद भी यहां कई स्थानों पर लगी स्ट्रीट लाइटें लंबे समय से खराब पड़ी है। इसका फायदा असमाजिक तत्व उठाते हैं। वाहनों की चोरी कर लेते हैं। कामकाजी महिलाओं, युवतियों से छेड़छाड़ करते हैं। अंधेरे का फायदा उठाकर दुकानों के सामने ही शराब की महफिल सजा लेते हैं। अंधेरा होने की वजह से हर समय वारदात का खतरा बना रहता है। स्थानीय कारोबारियों ने बताया कि कई बार शिकायत करने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो पाया है।
1)- संजय प्लेस में समस्याओं का अंबार है। सबसे प्रमुख समस्या पार्किंग की है। संजय प्लेस में कई ब्लॉक्स में पार्किंग बन गई हैं। जबकि कंप्यूटर मार्केट के आसपास पार्किंग का विकास नहीं हो पाया है। इस वजह से काफी दिक्कत होती है। पार्किंग ठेकेदार की मनमानी चलती है। इस पर अंकुश लगना चाहिए।
चतुर्भुज तिवारी, मीडिया प्रभारी संजय प्लेस कंप्यूटर एसोसिएशन
2)- संजय प्लेस की जिले में अलग पहचान है। ये नगर निगम के बिल्कुल नजदीक है। इसके बाद भी ये हैरत वाली ही बात है कि संजय प्लेस को विकास की दरकार है। संजय प्लेस के कारोबारी कई बार समस्याओं को लेकर पार्षद और अधिकारियों को जानकारी दे चुके हैं। समाधान अब तक नहीं हुआ है।
बंटी बंसल, कारोबारी
3)- संजय प्लेस को शहर का हृदय कहना गलत नहीं होगा। इसके बाद भी यहां समस्याओं का ग्रहण लगा हुआ है। हम सभी का फर्ज बनता है कि संजय प्लेस को क्लीन और ग्रीन बनाने के लिए संजय प्लेस के कारोबारी आगे आएं। अधिकारियों के सहयोग से संजय प्लेस की दिक्कतों को दूर करने का काम करें।
विनय मित्तल, कारोबारी
4)-संजय प्लेस बाजार में 38 ब्लाक हैं। सैकड़ों दुकानें और कई सरकारी कार्यालय हैं। हर दिन यहां करीब करीब 30 हजार लोग आते हैं। बड़ा व्यावसायिक हब होने के बाद भी यहां जनसुविधाओं का अभाव है। नगर निगम प्रशासन को इस तरफ ध्यान देना होगा। दिक्कतें दूर होंगी तो ही संजय प्लेस की रौनक बढेगी।
राजीव सिंघल, कारोबारी
5)-संजय प्लेस में उन सभी स्थानों पर मल्टीलेवल पार्किंग बनाई जानी चाहिए जहां पार्किंग के लिए पर्याप्त स्थान है। मेरा सुझाव है कि कपड़ा मार्केट, पुनीत वृंदावन के सामने शहीद स्मारक के नीचे की पार्किंग को व्यवस्थित किया जाना चाहिए। जिससे संजय प्लेस आने वाले लोगों को पार्किंग की परेशानी नहीं हो।
सर्वेश मित्तल, कारोबारी
6)- संजय प्लेस में पार्किंग व्यवस्थित न होने की वजह से अक्सर जाम के हालात बन जाते हैं। यहां अस्पताल भी हैं। यहां यातायात व्यवस्था हर समय बेहतर रहनी चाहिए। जिससे किसी भी मरीज को दिक्कत नहीं हो। खरीदारी के लिए आने वाले लोग अपने वाहन सड़क पर खड़ा कर जाते हैं। इससे परेशानी होती है।
कुलदीप सिंह, कारोबारी
7)-संजय प्लेस में अतिक्रमण की गंभीर समस्या है। पार्किंग स्पेस की कमी के कारण लोग अपने वाहन सड़क पर खड़ा कर देते हैं। ट्रैफिक लोड बढ़ते ही सड़क पर जाम लग जाता है। इसके अलावा ठेल ढकेलों ने भी जगह जगह अतिक्रमण कर रखा है। इससे काफी दिक्कत होती है।
आर एस सेंगर, अध्यक्ष
8)- संजय प्लेस में पार्किंग ठेकेदार मनमानी दिखाते हैं। बाजार आने वाले ग्राहकों के साथ दुकानदारों से भी पार्किंग शुल्क वसूलते हैं। इस पर रोक लगनी चाहिए। मेरी यही मांग है कि बाजार में जिन लोगों की दुकानें हैं। उनसे वाहन पार्किंग शुल्क नहीं लिया जाना चाहिए।
नितिन जौहरी, कारोबारी
9)- पार्किंग शुल्क की वजह से बहुत से दुकानदार और ग्राहक दुकानों के सामने गैलरी में वाहन खड़ा कर देते हैं। इससे आने जाने में काफी दिक्कत होती है। मेरा यही कहना है कि किसी का भी वाहन गैलरी में खड़ा नहीं होना चाहिए। दुकानदारों के लिए अलग से पार्किंग की व्यवस्था हो।
श्याम सुंदर माहेश्वरी, कारोबारी
10)- कंप्यूटर ब्लॉक स्काई टावर में शौचालय की दिक्कत है। महिलाओं के लिए एक भी शौचालय नहीं है। इससे बाजार आने वाली महिलाओं को दिक्कत उठानी पड़ती है। इस समस्या का संज्ञान लेकर इसका समाधान किया जाना चाहिए। जिससे बाजार आने वाली महिलाओं को राहत मिले।
संजय सक्सेना, कारोबारी
11)- कंप्यूटर मार्केट के दुकानदारों से जलनिगम द्वारा जल और सीवर का टैक्स वसूला जा रहा है। जबकि जल और सीवर की सुविधा नहीं मिल रही है। कई दुकानदारों के पास डेढ़ लाख तक का बिल आया है। मेरा यही कहना है कि टैक्स लिया जा रहा है तो दुकानदारों को सुविधा भी दी जाए।
धर्मेंद्र परमार, सचिव
12)- कंप्यूट मार्केट के पास साफ-सफाई का अभाव है। नियमित सफाई न होने की वजह से मार्केट के आसपास कूड़े के ढ़ेर लगे रहते हैं। इससे व्यापार, कारोबार पर तो असर पड़ता ही है। सेहत पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। बाजार में साफ-सफाई की नियमित व्यवस्था की जाए।
अमित पटेल, कारोबारी
13)-बाजार की सभी नालियों में सिल्ट भरी पड़ी है। नालियों की नियमित सफाई नहीं की जाती है। नालियों से हर समय भयंकर दुर्गंध उठती है। सांस लेना भी मुश्किल हो जाता है। एसोसिएशन पदाधिकारी कई बार निगम पार्षद और अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं। फिर भी सुनवाई नहीं हो रही।
दीप सिंह , कारोबारी
14)- संजय प्लेस शहर का प्रमुख बाजार है। इसके बाद भी यहां लगी दर्जनों स्ट्रीट लाइटें काफी समय से खराब पड़ी है। इसका फायदा शराबी और शोहदे उठाते हैं। महिलाओं और युवतियों पर फब्तियां कसी जाती हैं। मेरी यही मांग है कि हर ब्लॉक के पास लगी स्ट्रीट लाइटों को सही कराया जाए।
नितिन , कारोबारी
15)- रात आठ बजे बाद बाजार में शरबियों की भरमार हो जाती है। हर ब्लॉक में जहां नजर जाती है। लोग शराब का सेवन करते नजर आते हैं। दुकानों के बाहर ही महफिल सज जाती है। विरोध करने पर शराबी मारपीट करने पर अमादा हो जाते हैं। इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगना चाहिए।
सत्यप्रकाश अग्रवाल, कारोबारी
16)- स्काई टावर के ब्लॉक नंबर 40 की बिल्डिंग जर्जर हो चुकी है। हर समय ही इमारत से मलबा झड़ता रहता है। हादसे का खतरा बना रहता है। बिल्डिंग की मरम्मत के लिए कोई इंतजाम नहीं किया जा रहा है। इससे बिल्डिंग की हालत दिन ब दिन खराब होती जा रही है। इसे जल्दी दुरुस्त किया जाए।
संजय मित्तल, कारोबारी
17)- संजय प्लेस कंप्यूटर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने पार्कों के सौंदर्यीकरण की मांग उठाई थी। अब तक इस पर काम नहीं हुआ है। संजय प्लेस में वृहद स्तर पर पौधे लगाए जाने की जरूरत है। बाजार को मॉडल के रूप में विकसित किया जाना चाहिए। इससे व्यापार को गति मिलेगी।
धर्मेंद्र सिंह , कारोबारी
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