संभल और काशी के बाद अब अलीगढ़ के मुस्लिम इलाके में मिला मंदिर, अफसरों ने कराई साफ-सफाई
संभल और काशी के बाद अब अलीगढ़ के मुस्लिम बहुल इलाके में 50 साल पुराना मंदिर मिला है। स्थानीय लोगों के मुताबिक पहले यहां हिंदू परिवार रहा करते थे लेकिन बाद में मकान बेचकर चले गए और मंदिर से मूर्तियां भी ले गए।
संभल और काशी के बाद अब अलीगढ़ के मुस्लिम बहुल इलाके में 50 साल पुराना मंदिर मिला है।मुस्लिम बाहुल्य मोहल्ले सराय रहमान इलाके में बुधवार को मलबे से दबा और ढका हुआ प्राचीन शिव मंदिर खोजा गया। करीब पांच दशक पुराना यह मंदिर संभल की तरह समुदाय विशेष के आबादी क्षेत्र में होने के कारण चर्चा का विषय बन गया। सूचना पर इलाका पुलिस के साथ-साथ हिंदू संगठनों के लोग आ गए और देर शाम तक साफ-सफाई के बाद यहां आरती की गई। एहतियातन पुलिस बल भी तैनात किया गया।
अखिल भारतीय करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष ज्ञानेंद्र सिंह चौहान को रात में किसी ने यह खबर दी कि बन्नादेवी क्षेत्र के सराय रहमान कंजर वाली गली में एक प्राचीन शिव मंदिर है जो अर्से से बंद पड़ा है। उसके बराबर में अयूब नाम का व्यक्ति मकान का निर्माण करा रहा है। वह निर्माण की आड़ मे मंदिर पर कब्जा कर सकता है। सूचना पर सुबह ज्ञानेंद्र सिंह चौहान साथी कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर पहुंचे और फिर एडीएम सिटी से शिकायत करने पहुंचे। इसके बाद नगर निगम टीम संग अपर नगर आयुक्त, बन्नादेवी पुलिस सहित करणी सेना, बजरंगल दल, विहिप व भाजपा के तमाम कार्यकर्ता पदाधिकारी मौके पर आ गए। यहां पाया गया कि मलबे के ढेर व बोरियों से मंदिर पूरी तरह दबा व ढका पड़ा है। यहां चारों तरफ अन्य समुदाय की आबादी है, इसलिए यहां पूजा अर्चना नहीं होती।
पुलिस की मौजूदगी में कराई गई साफ-सफाई
पुलिस मौजूदगी में यहां साफ सफाई कराई गई। अंदर देखा तो एक शिवलिंग विराजमान मिला। यहां पर कभी शिव परिवार होने के साक्ष्य मिले। दीवार पर हनुमान मूर्ति होने के भी साक्ष्य मिले। मंदिर के दरवाजे पर शिलापट्टिका भी लगी मिली, जिस पर निर्माण तिथि 9 मई 1975 अंकित है। देर शाम तक यहां साफ सफाई के बाद विहिप व बजरंग दल द्वारा आरती की गई। यहां पूरे दिन इंस्पेक्टर बन्नादेवी की अगुवाई में पुलिस बल तैनात रहा।
इस मामले में एसपी सिटी म़गांक शेखर पाठक ने बताया कि बन्ना देवी क्षेत्र के सराय रहमान में एक प्राचीन मंदिर पर कब्जा करने की सूचना मिली है। इस संबंध में जांच कराई जा रही है। अगर जांच में कोई कब्जा किए जाने जैसी शिकायत पुष्ट होगी तो कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पूरे मामले पर नजर रखी जा रही है।
कभी रहा करता था यहां हिंदू परिवार
स्थानीय नागरिकों ने मंदिर को लेकर बताया कि सारय रहमान की कंजन वाली गली में हिंदू परिवार रहते थे। वह यहां से मकान बेचकर चले गए साथ ही मंदिर की मूर्तियां भी ले गए थे। तब से यहां अब कोई पूजा अर्चना नहीं होती है। वहीं बाद में नगर निगम ने यहां मिट्टी डाल दी। जिसके कारण यह मंदिर पूरी तरह बंद हो गया।
काशी में भी मिला था पुराना मंदिर
काशी के मुस्लिम बहुल इलाके मदनपुर गली में मकान नंबर D-31 के पास 40 साल पुराना मंदिर मिला। सोमवार को इस बात की भनक लगते ही सनातन रक्षा दल के कार्यकर्ता मंदिर पहुंचे और पूजा पाठ चालू करने की मांग शुरू कर दी। जानकारी पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने मामला शांत कराकर उन्हें लौटा दिया। साथ ही मौके पर भारी सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए।