इस सम्मेलन की शुरुआत 15 नवंबर को एम्स भुवनेश्वर के मुख्य सभागार में एक भव्य उद्घाटन समारोह के साथ हुई, जिसमें प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों और चिकित्सा दिग्गजों ने भाग लिया।
आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टर्स में से एक देबाशीष हलदर ने कहा, 'हम चाहते हैं कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चर्चा के लिए बैठें। हमारी सभी मांगों को लागू करें।'
कोलकाता कांड को लेकर बीएचयू में शुरू हुई डॉक्टरों की हड़ताल खत्म हो गई है। सभी डॉक्टर शुक्रवार से ही काम पर लौट आए हैं।
राजधानी लखनऊ के केजीएमयू में डॉक्टरों की हड़ताल से 2000 मरीजों को इलाज नहीं मिला। ओपीडी से लेकर वार्ड तक में सेवाएं रोक दी। इसकी वजह से केजीएमयू में अफरा-तफरी का माहौल है।
पीजीआई लखनऊ के रेजीडेंट डॉक्टरों ने हड़ताल शुरू कर दी है। कोलकाता में डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में उन्होंने पहले ही इसका ऐलान किया था। मंगलवार को उन्होंने ओपीडी में कार्य बहिष्कार कर दिया। इससे नए रोगियों को काफी परेशान होना पड़ रहा है।
जूनियर डॉक्टर ने कहा, ‘राज्य सरकार समय सीमा के भीतर हमारी मांगें पूरी करने में विफल रही, इसलिए हम अपनी मांगें पूरी होने तक आमरण अनशन शुरू कर रहे हैं। इसमें पारदर्शिता बनाए रखने के लिए हमने उस मंच पर सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं।
जूनियर डॉक्टर ने बताया कि इस घटना में 3 जूनियर डॉक्टर, 3 नर्स और स्वास्थ्यकर्मी घायल हो गए थे। हादसे के बाद कनिष्ठ चिकित्सकों और नर्स ने बेहतर सुरक्षा व्यवस्था की मांग को लेकर 'काम बंद करो' प्रदर्शन का आह्वान किया।
आंदोलनकारी डॉक्टर्स ने कहा, ‘हम इस बात पर जोर देना चाहेंगे कि बैठक की वीडियोग्राफी दोनों पक्षों के अलग-अलग वीडियोग्राफर की ओर से की जाए। अगर आपकी तरफ से ऐसा करना संभव न हो, तो बैठक की पूरी वीडियो रिकॉर्डिंग हमें सौंप दी जाए।'
पुलिस डिप्टी कमिश्नर अनीश सरकार ने कहा, 'यह साजिश संभवतः उस दिन रची गई, जिस दिन जूनियर चिकित्सक राज्य सचिवालय नबान्न गए थे। तकनीकी विश्लेषण के बाद ऑडियो क्लिप की पुष्टि हो गई है।'
रिपोर्ट के मुताबिक, उस समय संदीप घोष की उम्र 45 साल थी। वह हॉस्पिटल में क्लिनिकल अटैचमेंट प्रोग्राम के हिस्से के रूप में हांगकांग गए थे। तब वह मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज के हड्डी रोग विभाग के चीफ फिजिशियन थे।
शाम 7.30 बजे तक मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य सचिवालय के दफ्तर में उनका इंतजार किया ताकि गतिरोध दूर किया जा सके और समाधान निकाला जा सके लेकिन आंदोलनकारी डॉक्टरों की ओर से ना तो कोई जवाब आया और ना ही कोई मुलाकात करने आया। शाम 7.30 बजे सीएम बनर्जी फिर नबन्ना परिसर से चली गईं।
रिपोर्ट में बताया गया कि डॉक्टर घायल इरफान की जांच कर रहे थे। इसी दौरान मरीज के कुछ रिश्तेदार वहां पर आ गए। उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया।
सुप्रीम कोर्ट के वकील कपिल सिब्बल ने एसबीसीए में एक प्रस्ताव पारित कर कोलकाता डॉक्टर रेप-मर्डर मामले को लक्षणात्मक बीमारी बताते हुए कहा कि यह घटनाएं आम हैं, जिस पर उपराष्ट्रपति ने भड़कते हुए कहा कि यह कितने शर्म की बात है।
डॉक्टरों की सुरक्षा संबंधी चिंताओं का आंकलन करने के लिए IMA की ओर से ऑनलाइन सर्वे किया गया। इसमें पाया गया कि 45 प्रतिशत उत्तरदाताओं को रात्रि पाली के दौरान ड्यूटी रूम उपलब्ध नहीं था।
राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों में सीनियर डॉक्टर के साथ जूनियर ने भी ओपीडी में सेवा दी। इससे पहले आईजीआईएमएस में रेजिडेंट डॉक्टरों ने हड़ताल समाप्त कर कार्य पर लौटने की घोषणा की थी। गुरुवार को आईजीआईएमएस में 3452 मरीजों को ओपीडी में देखा गया जबकि 48 ऑपरेशन किए गए।
चिकित्सकों के शीर्ष संगठन FEMA ने पोस्ट किया कि CJI के सकारात्मक निर्देशों के बाद हड़ताल खत्म करने का फैसला किया है। हम अंतरिम सुरक्षा और अस्पतालों में सुरक्षा बढ़ाने के लिए आवश्यक कदम उठाने की हमारी प्रार्थनाओं को स्वीकार किये जाने का स्वागत करते हैं। एकजुट होकर, हम कानूनी रूप से लड़ाई जारी रखेंगे।
तृणमूल कांग्रेस के अभिषेक बनर्जी ने गुरुवार को कोलकाता कांड पर आखिरकार अपनी चुप्पी तोड़ी है। आरजी कर अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के बाद देश भर में चल रहे विरोध के बीच अभिषेक बनर्जी ने कहा है कि अब अब समय आ गया है जब दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट के काम पर लौटने के अनुरोध को खारिज करते हुए प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने अपना हड़ताल जारी रखा है। कोलकाता के एक अस्पताल में महिला चिकित्सक के साथ कथित बलात्कार और हत्या के खिलाफ यहां रेजिडेंट डॉक्टरों का अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन गुरुवार को 11वें दिन में प्रवेश कर गया।
दिल्ली एम्स ने डॉक्टर्स से वापस काम पर लौटने की अनुरोध किया है। इसके लिए हड़ताल कर रहे डॉक्टर्स से कई वादे भी कि गए हैं। डॉक्टर्स के नहीं होने पर दूर-दूर से आए मरीजों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। एम्स में रोजाना करीब 18 से 20 हजार मरीज आते हैं।
कोलकाता कांड के खिलाफ पिछले कुछ दिनों से धरने पर बैठे जूनियर डॉक्टरों ने पटना के आईजीआईएमएस में हड़ताल खत्म कर दी है। अस्पताल में ओपीडी सेवा गुरुवार से फिर बहाल हो जाएगी।
कोलकाता रेजीडेंट प्रकरण को लेकर राजस्थान में कार्य बहिष्कार कर रहे रेजीडेंट डॉक्टर्स चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर की पहल पर बुधवार शाम आपातकालीन एवं आईसीयू सेवाओं में वापस काम पर लौट आए।
तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कुणाल घोष ने एक्स पर एक पोस्ट में डॉक्टरों से हड़ताल खत्म करने का अनुरोध करते हुए लिखा है कि मेरा एक सवाल है। पुलवामा मामले में कोई न्याय नहीं हुआ है। इसलिए, अगर जवान भी सीमाओं को छोड़कर 'हमें न्याय चाहिए' कहकर हड़ताल शुरू करते हैं, तो आप इसे कैसे देखेंगे
कोलकाता में महिला पीजी डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद जघन्य हत्या के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान पर हिमाचल प्रदेश में विरोध प्रदर्शन कर रहे रेजिडेंट डॉक्टरों ने अपनी हड़ताल खत्म कर दी है।
Who was Aruna Shanbaug : कोलकाता डॉक्टर रेप-मर्डर केस की सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने अरुणा शानबाग का जिक्र किया। अरुणा शानबाग अस्तपताल में एक नर्स के रूप में काम करती थीं, 1973 में उनके साथ हुई बलात्कार की घटना ने उनके जीवन को किसी यातना में बदल दिया था।
यह मामला ऐसे समय में सामने आया है जब डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
कोलकाता कांड के विरोध में हड़ताल कर रहे डॉक्टरों के खिलाफ पूर्णिया सांसद पप्पू यादव के बयान पर आईएमए बिहार भड़क गया है। और लोकसभा स्पीकर से कार्रवाई की मांग की है। साथ ही सांसद से माफी मांगने की अपील की है।
कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के बाद देश भर में डॉक्टरों की हड़ताल जारी है। इस बीच TMC सांसद अरूप चक्रवर्ती ने एक विवादित बयान दिया है। सांसद ने एक रैली में डॉक्टरों को चेतावनी दी है कि देश भर में अगर जनता का गुस्सा उनपर फूटा तो वह डॉक्टरों को नहीं बचाएंगे।
जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर रहने और नहीं रहने को लेकर असमंजस की स्थिति में हैं। हालांकि उनलोगों ने भी ओपीडी व अन्य सुविधाओं का विरोध नहीं करने का फैसला किया है। आईएमए और भाषा के आह्वान पर अस्पतालों में डॉक्टर काली पट्टी लगाकर चिकित्सकीय कार्य करेंगे। पिछले पांच दिनों से इलाज की व्यवस्था चरमरा गई।
कोलकाता कांड के बाद से बिहार के डॉक्टर सुरक्षा को लेकर चिंतित है। बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ ने सरकार से मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट में 10 वर्ष की सजा का प्रावधान लागू करने की मांग की। 25 अगस्त तक की मोहलत दी है। मांगें नहीं मानने पर कठोर निर्णय लेने की बात कही है।
पीड़िता के पिता से सवाल किया गया कि क्या श्मशान घाट पर आपकी बेटी का शव जबरन जलाया गया? उसके जवाब में उन्होंने कहा कि वहां तीन शव थे, लेकिन हमारी बेटी का शव पहले जला दिया गया।