Kaal Bhairav Jayanti 2024 muhurat: इस साल पंचांग भेद के कारण कुछ लोग आज तो कुछ कल कालभैरव जयंती मनाएंगे। मान्यता है इस शुभ दिन पर कालभैरव भगवान की पूजा करने से सभी मनोकामना पूरी हो सकती है।
Kaal Bhairav Jayanti 2024 : काल भैरव जयंती को कालाष्टमी के नाम से भी जाना जाता है। काल भैरव बाबा की पूजा करने से भय, बुराई और नाकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है।
Kaal Bhairav Jayanti 2024 : काल भैरव जयंती व्रत के दिन भगवान शिव के रौद्र रूप काल भैरव की पूजा की जाएगी। ऐसी मान्यता है कि बाबा काल भैरव की पूजा करने से सभी प्रकार के कष्ट दूर हो जाते हैं।
Pradosh Vrat Today: प्रदोष व्रत की पूजा संध्या के समय करना फलदायक माना जाता है। वहीं, प्रदोष के दिन राशि अनुसार कुछ उपाय करने से ग्रहों की स्तिथि मजबूत कर सकते हैं साथ ही शिव जी को प्रसन्न भी कर सकते हैं।
Pradosh 2024 time : आज बुधवार के दिन शाम के समय शुभ मुहूर्त में प्रदोष व्रत की पूजा की जाएगी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, प्रदोष व्रत रखने से संतान प्राप्ति की मनोकामना पूर्ण होती है।
Pradosh in November 2024 : प्रदोष का व्रत भगवान शिव जी को समर्पित है, जिसकी पूजा शाम में ही की जाती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, प्रदोष का व्रत करने से संतान-सुख का वरदान प्राप्त होता है।
Shiv and nandi: महादेव, ‘नंदी को अपने पिता ऋषि शिलाद से यह पता चला कि वह अल्पायु है। यही विचार कर नंदी भुवन नदी के किनारे साधना करने लगा। अटूट लगन और एकचित्तता थी उसके सुमिरन में! जब एक कोटि सुमिरन पूर्ण हुए, तो मैं प्रकट होकर दर्शन देने को विवश हो गया।
Bhaum Pradosh Vrat 2024 : आज शिव जी की पूजा करने के लिए 2 घंटे से भी ज्यादा का मुहूर्त रहेगा। शिव जी को समर्पित है भौम प्रदोष व्रत, जिसकी पूजा संध्या के समय होती है। प्रदोष काल में शिव परिवार की पूजा करने से संपदा बढ़ती है।
Pradosh in October 2024 : भगवान शंकर को प्रदोष का व्रत समर्पित है। मान्यताओं के अनुसार, प्रदोष का व्रत रखने से संतान सुख की कामना पूरी होती है। इस दिन भोलेनाथ की उपासना करने से जातक के दुख दूर हो सकते हैं।
Ravi Pradosh Vrat 2024 : आज आश्विन कृष्ण पक्ष का प्रदोष व्रत है। भगवान शिव को समर्पित प्रदोष व्रत की पूजा प्रदोष काल में करने का विधान है। जानें, आज प्रदोष पर पूजा करने के सुबह से लेकर शाम तक के पूजा मुहूर्त-
Masik Shivratri in Pitru Paksha 2024 : मासिक शिवरात्रि हर महीने पड़ती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव की विधिवत पूजा-उपासना करने से जीवन की दुख-तकलीफें कम हो सकती हैं।
Masik Shivratri 2024 : मासिक शिवरात्रि की तिथि हर महीने में एक बार पड़ती है। यह दिन भगवान शिव के पूजन के लिए अति उत्तम माना जाता है। इस दिन पूरे विधि-विधान के साथ भगवान शिव की आराधना करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है।
Kajari Teej 2024 Upay : आमतौर पर रक्षा बंधन के तीसरे दिन और जन्माष्टमी के 5 दिन पहले कजरी तीज का व्रत पड़ता है। मान्यता है की कजरी तीज के दिन कुछ उपाय करने से पति-पत्नी की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।
नाग पंचमी के त्योहार को लेकर तमाम शिवालय सज कर तैयार हैं। नाग पंचमी पर महादेव के साथ-साथ वासुकी नाग की पूजा होती है। श्रावण मास के महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक नाग पंचमी शुक्रवार को मनाई जाएगी।
Third Mangala Gauri Vrat of Sawan : सावन का तीसरा मंगला गौरी व्रत रखने से वैवाहिक जीवन के कष्ट दूर होते हैं और मनचाहे वर की प्राप्ति होती है। 6 अगस्त के दिन तीसरा मंगला गौरी व्रत रखा जाएगा।
Hariyali Teej 2024 Upay : इस साल हरियाली तीज का व्रत 7 अगस्त, बुधवार के दिन रखा जाएगा। रोमांटिक मैरिड लाइफ और पति की लंबी उम्र के लिए कई सुहागिनें यह व्रत रख शिव और पार्वती की पूजा करती हैं।
Sawan 2024 Somwar Vrat: आज सावन का तीसरा सोमवार व्रत है। इस पावन मौके पर शिवलिंग पर गंगाजल, कच्चा दूध, शहद, दही इत्यादि अर्पित करना शुभ होता है, लेकिन शिवलिंग पर कुछ चीजों को नहीं चढ़ाना चाहिए।
इस समय सावन का पावन माह चल रहा है। सावन का महीना भगवान शंकर को समर्पित होता है। इस माह में भगवान शंकर के साथ ही माता पार्वती की विधि-विधान से पूजा- अर्चना की जाती है।
ज्योतिष के अनुसार कुछ राशियां ऐसी हैं, जिनपर भगवान शिव की विशेष कृपा रहती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव अपने भक्तों से बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। भगवान शिव की शरण में जो भी आता है भगवान शिव उसके सभी कष्टों को दूर कर देते हैं।
Putrada Ekadashi 2024 : इस समय सावन का पावन महीना चल रहा है। सावन माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को पुत्रदा एकादशी के नाम से जाना जाता है। हिंदू धर्म में एकादशी का बहुत अधिक महत्व होता है।
प्रत्येक वर्ष श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर नाग पंचमी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन नाग देवता की पूजा करना शुभ फलदायी माना जाता है। मान्यता है कि नाग पंचमी पर नागदेवता की पूजा करने से तमाम कष्ट व कालसर्प दोष भी दूर हो जाता है
सावन में पड़ने वाली शिवरात्रि को सावन शिवरात्रि कहा जाता है। सावन शिवरात्रि का विशेष महत्व होता है। हर माह में कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मासिक शिवरात्रि का पावन पर्व मनाया जाता है।
Sawan Shivratri 2024 Upay : सावन की शिवरात्रि और प्रदोष व्रत का दिन शिव भक्तों के लिए काफी महत्वपूर्ण है। मान्यता है की भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से शनि का बुरा प्रभाव कम हो जाता है।
Sawan Shivratri 2024 : शुक्रवार के दिन सावन की शिवरात्रि का व्रत रख शिव भक्त जश्न मनाएंगे। मान्यता है इस दिन शिव जी की भक्ति भाव से पूजा करने से हर मनोकामना पूर्ण हो सकती है।
Second Mangala Gauri fast of Sawan : सावन के दूसरे मंगला गौरी व्रत रखने से अखंड सौभाग्य का वरदान प्राप्त होता है। 30 जुलाई के दिन दूसरे मंगला गौरी का व्रत रखा जाएगा।
Sawan 11 Upay : इसी मास में तपस्या कर मां पार्वती ने शिव जी को पति के रूप में पाया था। सावन के बचे शेष दिनों में कुछ उपाय करने से नौकरी, घर-परिवार, वैवाहिक जीवन, सेहत और पैसों से जुड़ी प्रॉब्लम दूर हो सकती है।
Second Monday of Sawan Somwar Upay : सावन सोमवार के दिन व्रत रखने और शिव की आराधना करने से जीवन की मुश्किलें कम की जा सकती हैं। वहीं, राशि अनुसार सावन के दूसरे सोमवार पर कुछ उपायों की मदद से मन मांगी मनोकामना पूरी की जा सकती है।
Nag Panchami 2024 pooja : सुहागिन महिलाएं अपने अखंड सौभाग्य की कामना और परिवार की खुशहाली के लिए नाग देवता की पूजा करती हैं। कई लोग घरों में रस्सी का सांप बनाकर भी नाग पंचमी की पूजा-उपासना करते हैं।
सावन का महीना भोले शंकर को समर्पित होता है। इस माह में भोले शंकर की विधि- विधान से पूजा- अर्चना की जाती है। हर माह में दो बार प्रदोष व्रत पड़ता है। एक कृष्ण पक्ष में और एक शुक्ल पक्ष में।
इस समय सावन का पावन माह चल रहा है। हर माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। सावन के माह में पड़ने वाली मासिक शिवरात्रि का महत्व बहुत अधिक होता है।