डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि रूस और यूक्रेन युद्ध के लिए कीव जिम्मेदार है। यूक्रेन में युद्ध अगले सप्ताह अपने चौथे वर्ष में प्रवेश कर जाएगा। इस बीच यूक्रेन और रूस के लिए अमेरिका के विशेष दूत कीथ केलॉग कीव पहुंचे हैं। वह यहां राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की एवं सैन्य कमांडरों के साथ बातचीत करेंगे।
ट्रंप ने यूक्रेन पर महत्वपूर्ण वार्ता के लिए एक ऐसे मुस्लिम देश पर भरोसा जताया है, जो हाल के वर्षों में वैश्विक राजनीति में अपनी अहम भूमिका निभा रहा है। यह देश कोई और नहीं, बल्कि सऊदी अरब है।
russia ukraine peace talk: यूक्रेन युद्ध को खत्म कराने के लिए मंगलवार को सऊदी अरब में रूस और अमेरिका के प्रतिनिधि मिलने वाले हैं। यूक्रेन के राष्ट्रतपि वलोडिमीर जेलेंस्की इस समय आबूधाबी में हैं। हालांकि जेलेंस्की का कहना है कि उन्हें इस मीटिंग के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।
Russia ukraine: यूक्रेन के राष्ट्रपति का कहना है कि अमेरिका के बिना नाटो कुछ भी नहीं है। पुतिन की नजर न केवल यूक्रेन पर है बल्कि पूरे यूरोपीय महाद्वीप पर है। ऐसे में युद्ध के बिना भविष्य के लिए भी हमें अमेरिका की सुरक्षा गारंटी की जरूरत है।
रूस ने यूट्यूब पर अपलोड हुए एक वीडियो को लेकर Google पर बड़ा जुर्माना ठोक दिया है। कथित तौर पर इस वीडियो में यूक्रेन के साथ जंग लड़ते रूसी सैनिकों को आत्मसमर्पण करने के तरीके बताए जा रहे थे।
Russia Ukraine war update: रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर अब समझौते की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। डोनाल्ड ट्रंप लगातार इस पर रूस से चर्चा की बात कह रहे हैं। सबसे बड़ा सवाल यही है कि अमेरिका और रूस के बीच में मध्यस्थता कौन करेगा। इस पर अब क्रेमलिन ने जवाब दिया है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की फोन बातचीत के बाद रूस ने पश्चिमी देशों को दो टूक संदेश दे दिया है।
संगम नगरी प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले में दुनिया के अलग-अलग देशों से हजारों श्रद्धालु हिस्सा ले रहे हैं। इस बीच रूस और यूक्रेन से दर्जनों आए श्रद्धालु एक ही टेंट में रह कर शांति की प्रार्थना कर रहे हैं।
Russia ukraune war: रूस-यूक्रेन युद्ध में नया खेल शुरू हो गया है। दरअसल यूक्रेन और यूके ने 100 सालों के लिए एक साझेदारी की है। इस पर बात करते हुए जेलेंस्की ने कहा कि हमारी तरह से यूके को बता दिया गया है कि पश्चिमी देश अपनी शांति सेना यहां भेजे। इसी बात पर रूस ने विरोध जताया है।
रूस के कैश रिजर्व में कमी आई है और अब उस पर 3.8 अरब रूबल ही बचे हैं, जो बीते साल के मुकाबले करीब 24 फीसदी कम है। आंकड़ा 1 जनवरी 2023 की तुलना के आधार पर जारी किया गया है। वहीं 2022 की शुरुआत से तुलना करें तो यह आंकड़ा 57 फीसदी कम है। रूस के पास कैश रिजर्व 8.9 ट्रिलियन रूबल था, जो अब आधे से भी कम है।