रूस और यूक्रेन की जंग में चौंकाने वाला फैसला लेंगे ट्रंप! जेलेंस्की को झटके के बाद भेजा दूत
- डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि रूस और यूक्रेन युद्ध के लिए कीव जिम्मेदार है। यूक्रेन में युद्ध अगले सप्ताह अपने चौथे वर्ष में प्रवेश कर जाएगा। इस बीच यूक्रेन और रूस के लिए अमेरिका के विशेष दूत कीथ केलॉग कीव पहुंचे हैं। वह यहां राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की एवं सैन्य कमांडरों के साथ बातचीत करेंगे।
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यूक्रेन और रूस के बीच जारी जंग को लेकर अमेरिका का रुख डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में आने के बाद से बदला हुआ लग रहा है। उन्होंने पिछले दिनों यह कहकर यूक्रेन समेत सभी को चौंका दिया था कि जंग के लिए कीव जिम्मेदार है। अब तक जो बाइडेन सरकार यूक्रेन का समर्थन कर रही थी और रूस को ही इस जंग की वजह बता रही थी। ऐसे में अब युद्ध का ठीकरा यूक्रेन पर फोड़कर डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी बदली नीति का संकेत दिया है। उन्होंने कहा कि रूस और यूक्रेन युद्ध के लिए कीव जिम्मेदार है। यूक्रेन में युद्ध अगले सप्ताह अपने चौथे वर्ष में प्रवेश कर जाएगा। इस बीच यूक्रेन और रूस के लिए अमेरिका के विशेष दूत कीथ केलॉग कीव पहुंचे हैं। वह यहां राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की एवं सैन्य कमांडरों के साथ बातचीत करेंगे।
रूस को अलग-थलग करने की अपनी वर्षों पुरानी नीति में अमेरिका के बदलाव लाने के बीच केलॉग यूक्रेन का दौरा कर रहे हैं। सऊदी अरब में शीर्ष अमेरिकी और रूसी राजनयिकों के बीच वार्ता हुई थी। इसमें यूक्रेन और उसके यूरोपीय समर्थकों को दरकिनार कर दिया गया था। ट्रंप की टिप्पणियों से यूक्रेनी अधिकारियों को परेशानी हो सकती है, जिन्होंने रूसी आक्रमण से लड़ने में यूरोपीय देशों से मदद करने का आग्रह किया है। रूस-यूक्रेन युद्ध 24 फरवरी 2022 को शुरू हुआ था। इस बीच, रूसी सेना द्वारा यूक्रेन के पूर्वी क्षेत्रों में लगातार किए जा रहे हमले से यूक्रेनी सेना कमजोर हो रही है, जिसे धीरे-धीरे लेकिन लगातार 1,000 किलोमीटर की अग्रिम पंक्ति में कुछ मोर्चों पर पीछे धकेला जा रहा है।
ट्रंप ने मंगलवार को फ्लोरिडा स्थित अपने आवास पर संवाददाताओं से कहा कि यूक्रेन को युद्ध ‘शुरू नहीं करना चाहिए था’ और इसे रोकने के लिए वह ‘समझौता कर सकता था।’ केलॉग ने कहा कि उनकी यात्रा ‘‘कुछ सार्थक, ठोस बातचीत करने का मौका’ है। जेलेंस्की ने बुधवार को सऊदी अरब की अपनी प्रस्तावित यात्रा रद्द कर दी, जिसे कुछ विश्लेषकों ने उनके देश (यूक्रेन) के भविष्य के बारे में अमेरिका-रूस वार्ता को वैधता नहीं देने के प्रयास के रूप में देखा। अमेरिकी अधिकारियों ने संकेत दिया है कि संभावित शांति समझौते पर पहुंचने के बाद रूसी आक्रमण को रोकने के लिए उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) में शामिल होने की यूक्रेन की उम्मीदें पूरी नहीं होंगी।
केलॉग ने कीव रेलवे स्टेशन पर पहुंचने पर कहा, ‘हम सुरक्षा गारंटी की आवश्यकता को समझते हैं।’ उनकी यह टिप्पणी यूक्रेन के सरकारी प्रसारणकर्ता सुस्पिलने नोविनी ने प्रसारित की है। रिटायर्ड जनरल ने कहा, ‘हमारे लिए इस देश की संप्रभुता और स्वतंत्रता का महत्व बहुत स्पष्ट है।’ बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप खुद को व्लादिमीर पुतिन का मित्र बताते रहे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि सऊदी अरब की मध्यस्थता के साथ कोई रास्ता निकाला जा सकता है। सऊदी की अमेरिका और रूस दोनों ही देशों से करीबी है और अच्छे संबंध हैं।
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