सऊदी अरब ने अब दिया तीसरा झटका, नए कदम से क्यों परेशान हो उठे महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला?
इस साल जनवरी में, भारत ने सऊदी अरब के साथ एक हज समझौता किया था, जिसके तहत 1,75,025 भारतीय तीर्थयात्रियों के लिए हज का कोटा सुनिश्चित किया गया था।

सऊदी अरब ने पिछले दो हफ्ते के अंदर तीसरा बड़ा झटका दिया है। पहले भारत समेत 14 देशों पर अस्थाई रूप से वीजा प्रतिबंध लगाया ताकि उमराह और हज के दौरान खलल न पड़े। उसके बाद पिछले हफ्ते उन विदेशियों को 29 अप्रैल तक देश छोड़ने का फरमान सुनाया था, जो उमराह करने के लिए वैध वीजा लेकर सऊदी अरब पहुंचे थे। अमूमन लोग उमराह करने जाते थे और अवैध तरीके से लंबी अवधि तक वहां ठहर जाते थे ताकि हज करके लौटें। इससे मक्का में हज के दौरान काफी भीड़ हो जाती थी। अब कई मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि सऊदी अरब सरकार ने एक और सख्त कदम उठाते हुए भारत के प्राइवेट हज कोटे में अचानक 80 फीसदी तक की कटौती कर दी है।
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने सऊदी अरब द्वारा निजी हज कोटे में 80 फीसदी की कटौती किए जाने पर गहरी चिंता जताई है। दोनों नेताओं ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से आग्रह किया है कि वे सभी प्रभावित तीर्थयात्रियों के हित में इस समस्या के समाधान के लिए जल्द से जल्द सऊदी अधिकारियों से संपर्क करें। हालांकि, इस मामले पर केंद्र सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
CM अब्दुल्ला ने विदेश मंत्री से की समाधान खोजने की अपील
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के दफ्तर यानी CMO ने माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट एक्स पर लिखा है, "52,000 से अधिक भारतीय तीर्थयात्रियों के हज स्लॉट रद्द किए जाने की खबर, बेहद चिंताजनक है, इनमें से कई तीर्थयात्रियों ने पहले ही पूरा भुगतान पूरा कर दिया है।" उन्होंने आगे लिखा, "मैं माननीय विदेश मंत्री @DrSJaishankar से आग्रह करता हूँ कि वे सभी प्रभावित तीर्थयात्रियों के हित में समाधान खोजने के लिए जल्द से जल्द सऊदी अधिकारियों से संपर्क करें। यह कदम इस साल पवित्र तीर्थयात्रा करने की उम्मीद कर रहे हज़ारों लोगों की परेशानी को कम करने के लिए अहम है।"
महबूबा मुफ्ती ने भी जताई चिंता
विपक्षी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने भी इस मुद्दे को उठाया है। उन्होंने भी सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "सऊदी अरब से परेशान करने वाली खबर आ रही है। रिपोर्ट से पता चलता है कि भारत के निजी हज कोटे में से 80 फीसदी की अचानक कटौती कर दी गई है। इस फैसले से देश भर के हज यात्रियों और टूर ऑपरेटर को काफी परेशानी हो रही है।"
कांग्रेस भी चिंतित
कांग्रेस महासचिव सैयद नासिर हुसैन ने भी इस मुद्दे पर कहा कि उन्हें यह जानकर आश्चर्य हुआ कि 52,000 भारतीय हज यात्रियों के हज ‘स्लॉट’ "भुगतान के बावजूद" रद्द कर दिए गए। उन्होंने कहा, “मैं माननीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर से आग्रह करता हूं कि वह सऊदी अधिकारियों के साथ तत्काल बातचीत शुरू करें, ताकि कोई समाधान निकाला जा सके और यह सुनिश्चित किया जा सके कि भारत को ‘स्लॉट’ वापस मिल जाएं। भारत की बड़ी मुस्लिम आबादी अधिक संख्या में स्लॉट की हकदार है!”
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि करीब 52,000 भारतीय हज तीर्थयात्रियों का भाग्य अनिश्चित हो गया है क्योंकि क्योंकि सऊदी अरब ने मीना में आवंटित उन क्षेत्रों को रद्द कर दिया है, जो पहले निजी टूर ऑपरेटरों को आवंटित किए गए थे। बता दें कि इस साल 4 जून से 9 जून के बीच हज होने की संभावना है। हालांकि, यह चांद के दिखने पर निर्भर करेगा, जो इस्लामी कैलेंडर के अंतिम महीने, ज़िल-हज्ज की शुरुआत का संकेत देता है।
इस साल 1,75,025 भारतीय तीर्थयात्रियों का हज कोटा
इस साल जनवरी में, भारत ने सऊदी अरब के साथ एक हज समझौता किया था, जिसके तहत 1,75,025 भारतीय तीर्थयात्रियों के लिए हज का कोटा सुनिश्चित किया गया था। भारत में, हज यात्रा या तो भारतीय हज समिति द्वारा आयोजित की जाती है, जो अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के तहत काम करती है, या अधिकृत निजी टूर ऑपरेटरों द्वारा, जिन्हें हज आयोजक समूह कहा जाता है।