सूत्रों ने बताया कि तहव्वुर राणा को सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित एनआईए के मुख्यालय के अंदर उच्च सुरक्षा वाले सेल में रखा गया है, जहां चौबीसों घंटे सुरक्षाकर्मी उसकी सुरक्षा में तैनात हैं।
उस भीषण नरमेध का बड़ा असर देश की अंतरराष्ट्रीय छवि और आर्थिक गतिविधियों पर पड़ा था। उस दौरान बाहर से आने वाले पर्यटकों ने अपने टिकट रद्द करा दिए थे। होटल रीते पड़े थे। मुंबई आने वाली उड़ानें खाली होती थीं…
मुंबई के बांद्रा इलाके में एक शख्स की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। आरोपियों ने 40 वर्षीय इस शख्स के घर में धावा बोल दिया और परिवार वालों के सामने उस पर बेरहमी से हमला कर दिया।
मौसम एजेंसी ने अपनी चेतावनी में कहा, 'अगले 3-4 घंटों में मुंबई के जिलों में अलग-अलग स्थानों पर बिजली के साथ आंधी-तूफान और हल्की बारिश की संभावना है। साथ ही, 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली तेज हवाएं चल सकती हैं।'
युवक ने मुंबई पुलिस को फोन करते हुए कहा, कसाब का भाई बोल रहा हूं। इसके बाद युवक ने फोन को कट कर दिया। यह सुनते ही पुलिस हरकत में आई और मामले की जांच शुरू की।
मुंबई के विभिन्न हिस्सों में 12 मार्च 1993 को हुए सिलसिलेवार 13 बम धमाकों में 257 लोगों की जान चली गई थी और 700 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। बाद में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने इस मामले की जांच अपने हाथ में ले ली थी।
शिवसेना नेता संजय निरुपम ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए रविवार को ‘दंगा’ भड़काने की कोशिश करने वाले ‘जिहादियों’ के घरों को बुलडोजर से गिराने की मांग की।
यह विवाद खार के हैबिटेट कॉमेडी क्लब में कुणाल कामरा के हालिया शो से उपजा है, जहां उन्होंने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को निशाना बनाते हुए एक पैरोडी गीत प्रस्तुत किया था। कामरा के शो के बाद शिवसेना समर्थकों में आक्रोश फैल गया।
मुंबई पुलिस एक शख्स को ढूंढते हुए बंगले तक पहुंची थी। दरवाजे पर एक नोट लगा हुआ था जिसमें लाइट्स न जलाने की बात लिखी थी। इसके बाद पुलिस ने फायर ब्रिगेड को इसकी सूचना दी।
इस साजिश में मोइनुद्दीन लतीफ खान भी शामिल था, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। तीनों आरोपियों के खिलाफ हत्या और आपराधिक साजिश का मामला दर्ज किया गया है।