Shardiya Navratri 2024 : शारदीय नवरात्रि के दौरान नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। मां दुर्गा की पूजा, कलश और घटस्थापना हमेशा घर की सही दिशा में करना चाहिए।
Navratri Kalash Sthapna Muhurta : कलश व घट स्थापना सदैव शुभ मुहूर्त व सही विधि के अनुसार करना चाहिए। पंडित जी से जानें घटस्थापना व कलश स्थापना करने के शुभ मुहूर्त व कलश को स्थापित करने की आसान विधि-
Shardiya Navratri 2024 Kalash sthapna Muhurat : आज 03 अक्टूबर को शारदीय नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि है। इस दिन मां शैलपुत्री स्वरूप की पूजा की जाती है। इसके साथ शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना की जाती है।
Navratri 2024 Time : नवरात्रि के 9 पावन दिन हिन्दू धर्म में काफी महत्वपूर्ण माने जाते हैं। आज कलश स्थापना के साथ मां दुर्गा की पूरे-विधान से पूजा-अर्चना करने से सुख-सौभाग्य का वरदान प्राप्त होगा।
Aaj Ka Panchang 9 April : हिन्दू पंचांग का उपयोग प्राचीन काल से होता आ रहा है। पंचांग शब्द का अर्थ है , पांच अंगो वाला। पंचांग में समय गणना के पांच अंग हैं- वार, तिथि, नक्षत्र, योग और करण।
Ghatasthapana Muhurat Kalash Sthapana Time : इस बार चैत्र नवरात्र 9 अप्रैल मंगलवार से शुरू होंगे और 17 अप्रैल (राम-नवमी) तक नवरात्र उपस्थित रहेंगे और 18 अप्रैल दशमी को नवरात्र का विसर्जन होगा।
Navratri 2024 Kalash Sthapna : आज से चैत्र नवरात्रि 2024 शुरू है। घर-घर माँ दुर्गा के आगमन की धूम-धाम रहेगी। इन 9 दिनों माँ की विधिवत पूजा-अर्चना करने से समृद्धि में वृद्धि होती है।
Navratri 2024 : नौ अप्रैल मंगलवार को कलश स्थापना के साथ चैत्र नवरात्र शुरू होगी। इसके साथ ही हिंदू नव वर्ष भी प्रारंभ होगा। चैत्र नवरात्र हिंदू नव वर्ष के प्रथम दिन से प्रारंभ होती है।
Chaitra Navratri : इस साल चैत्र नवरात्रि पर 30 साल के बाद सर्वार्थअमृत सिद्धि योग बनने जा रहा है, जो अत्यंत शुभकारी है। इस दौरान मां दुर्गा की आराधना करने से सभी कष्ट और दुखों से मुक्ति मिलती है।
Navratri 2024 Kalash Sthapana : चैत्र शुक्ल प्रतिपदा नौ अप्रैल से वासंतिक नवरात्र और नवसंवत्सर का शुभारंभ होगा। नवरात्र में घट स्थापना के साथ नौ दिनों तक मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की पूजा होगी।
Chaitra Navratri 2024 : इस साल चैत्र नवरात्रि पर 30 साल के बाद अमृत सिद्धि योग बनने जा रहा है, जो अत्यंत शुभकारी है। इस दौरान मां दुर्गा की आराधना करने से सभी कष्ट और दुखों से मुक्ति मिलती है।
Navratri : नौ अप्रैल से चैत्र नवरात्र प्रारंभ हो रहे हैं। इस दिन से कलश स्थापना के साथ ही मां भगवती की पूजा की शुरुआत होगी। नवरात्र रेवती नक्षत्र और सर्वार्थ अमृत सिद्धि के सुयोग में आरंभ हो रहे हैं।
Navratri 2024: इस बार चैत्र नवरात्रि 9 अप्रैल से आरंभ हो रही है। इस बार पूरे नौ दिनों में माता दुर्गा के नौ अलग अलग रूपों की पूजा की जाएगी।
magh gupt navratri 2024 february date time : इस बार नवरात्रि पर रवियोग और सर्वार्थसिद्धि योग बन रहे हैं, जिससे मां दुर्गा की पूजा-उपासना करने वालों को कई गुना अधिक फल प्राप्त होगा।
मां दुर्गा को सुख-समृद्धि और धन की देवी कहा जाता है। नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा की विधि-विधान से पूजा की जाती है। मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करने वाले भक्तों पर माता रानी की कृपा रहती है।
Navratri Kalash Sthapana: नवरात्रि पूजन की अपनी पारंपरिक विधि है। नवरात्रि के पहले दिन घट स्थापना और कलश स्थापना घर पूजा की शुरुआत की जाती है।
Durga Puja: माता रानी आज घर-घर हाथी पर सवार होकर पधारेंगी। नवरात्रि में कलश और घट स्थापना करना महत्वपूर्ण और पुण्यदायक माना जाता है।
नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की विधिवत पूजा की जाती है। शास्त्रों के अनुसार, नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा की उपासना व पूजा-अर्चना करने वाले भक्तों को शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
नवरात्रि का पहला दिन आज है। आज मां दुर्गा के स्वरूप मां शैलपुत्री की पूजा का विधान है। मां शैलपुत्री की पूजा करते समय बीजमंत्र ह्रीं शिवायै नम: मंत्र का जाप करना अति शुभ माना गया है।
kalash sthapana 2023 : नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना या घटस्थापना के साथ ही मां आदिशक्ति को समर्पित यह पावन त्योहार शुरू हो जाता है। नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना का विशेष महत्व होता है।
शारदीय नवरात्र की शुरूआत रविवार से हो रही है। शारदीय नवरात्र 15 अक्टूबर से शुरु होकर 24 अक्टूबर तक रहेगा। भगवती का आगमन हाथी पर होगा, जो अच्छा संकेत है। हालांकि, भगवती का गमन मुर्गे से हो रहा है।
Navratri 2023 Kalash Sthapana Shubh Muhurat:नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि में कलश स्थापित किया जाता है, लेकिन मान्यता है कि चित्रा नक्षत्र और वैधृति योग में कलश स्थापित नहीं करना चाहिए।
Maa Shailputri Pooja Vidhi:नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना के बाद मां दुर्गा के पहले स्वरूप मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है। मान्यता है कि शैलपुत्री माता की पूजा करने से सभी मनोकामना पूरी होती हैं।
Durga Puja 2023: 15 अक्टूबर से नवरात्रि का माह पर्व शुरू होने जा रहा है। इस दिन विशेष तौर पर कलश स्थापित कर माता रानी की विधिवत पूजा-पाठ की जाती है।
Navratri : पितरों की विदाई के साथ मातृ पक्ष शुरू होता है। इस दिन मां दुर्गा का आह्वान कर अगले दिन कलश स्थापना कर पूजा शुरू की जाती है। ज्योतिष राकेश मिश्र बताते हैं कि महालया बंगाल में बहुत खास है।
Navratri 2023 Kalash Sthapana ghatasthapana shubh muhurat:23 अक्तूबर तक चलने वाले नवरात्र में पद्म, बुधादित्य, प्रीति, आयुष्मान योग के साथ ही तीन सर्वार्थसिद्धि, 3 रवि योग व एक त्रिपुष्कर योग मिलेंगे।
Navratri 2023 Kalash Sthapana Shubh Muhrat Time : इस बार माता का आगमन हाथी पर और प्रस्थान मुर्गे पर होगा। आगमन विशेष शुभ प्रभाव वाला होगा जबकि माता का प्रस्थान शुभ नहीं कहा जा सकता है।
Navratri नवरात्र में मां दुर्गा की पूजा जिनती महत्ता रखती है। मां का आगमन और गमन की सवारी का भी उतना ही महत्व है। इस वर्ष मां का आगमन शुभ संकेत दे रहा है। इस बार देवी का आगमन 15 अक्टूबर को हो रहा है।
Navratri 2023 : नवरात्रि के 9 दिनों में मां के 9 रूपों की पूजा- अर्चना की जाती है। मां को प्रसन्न करने के लिए भक्त व्रत भी रखते हैं। नवरात्रि के दौरान विधि- विधान से मां दुर्गा की पूजा करनी चाहिए।
Kalash Sthapna 2023 Muhurat:साल 2023 में सूर्य ग्रहण के साथ शरद नवरात्रि की शुरुआत होने से कलश स्थापना के शुभ मुहूर्त को लेकर लोगों में कनफ्यूजन हो रही है, चलिए घट स्थापना का सही मुहूर्त जानते हैं।