यह लगातार छठवां सप्ताह है जब विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट देखी गई है। यह गिरावट इसलिए भी अहम है क्योंकि रुपया अपने ऑल टाइम लो पर है।
Dollar Vs INR: राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद डॉलर की दादागीरी बढ़ गई है। रुपया रसातल में जा रहा है और डॉलर रोज रिकॉर्ड बना रहा है। रुपया मंगलवार को शुरुआती कारोबार में दो पैसे टूटकर अपने ऑल टाइम लो 84.40 प्रति डॉलर पर आ गया।
Rupee Vs Dollar: रुपया मंगलवार को शुरुआती कारोबार में दो पैसे की गिरावट के साथ अपने ऑल टाइम लो 84.13 प्रति डॉलर पर आ गया। डॉलर महंगा होने से तेल और दाल के लिए अधिक खर्च करने पड़ेंगे जिसका असर इनकी कीमतों पर होगा।
डॉलर के मुकाबले रुपया और कमजोर हो गया। सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया चार पैसे की गिरावट के साथ 84.11 (अस्थायी) के अपने नए आल टाईम लो पर आ गया। इसके पीछे की वजह घरेलू शेयर बाजारों का कमजोर होना भी है।
अमेरिका समेत यूरोपीय मुल्क कई चीजों के लिए ब्रिक्स देशों पर निर्भर हैं। ब्रिक्स देश खुद की मुद्रा में व्यापार को बढ़ावा देना चाहते हैं जिससे डॉलर पर निर्भरता खत्म हो सके।
DollarVsRupee: रुपये के कमजोर होने से आयातित वस्तुएं महंगी हो जाती हैं, जिससे महंगाई बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है। अप्रैल 2022 से अब तक भारतीय मुद्रा में नौ फीसदी से अधिक की तेज गिरावट आई है।
आरटीजीएस भारत में रकम ट्रांसफर करने का सबसे तेज़ और सबसे सुरक्षित माध्यम है। इसके माध्यम से एक व्यक्ति भारत के भीतर एक बैंक से दूसरे बैंक में पैसे भेज सकता है।
हाल ही में सऊदी अरब ने कहा कि वे नई विचारों पर बातचीत करने के लिए तैयार हैं। सऊदी ने ये बात तेल व्यापार के संदर्भ में कही। यह पश्चिम के लिए गंभीर चिंता का कारण बन सकता है।
Rupee vs Dollar: बता दें कि 19 जुलाई, 2022 को रुपया पहली बार अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 80 के स्तर को पार कर गया था और तब से इसमें लगातार गिरावट देखी जा रही है।
Dollar Vs Rupee: डॉलर के मुकाबले रुपया तीन महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। शुरुआती कारोबार में 38 पैसे की बढ़त के साथ अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 83.04 पर पहुंच गया।
डॉलर के मुकाबले रुपया मंगलवार को अब तक के सबसे निचले स्तर 83.53 पर बंद हुआ था। जानकार बताते हैं कि रुपये की गिरावट को रोकने के लिए केंद्रीय बैंक ने हस्तक्षेप किया। डॉलर के मुकाबले रुपया के नए निचले स्तर पर पहुंचना निर्यात के लिए लाभदायक है, लेकिन आयात महंगा हो गया है।
Dollar Vs Rupee: इजरायल-ईरान के बीच हालिया टेंशन, मध्य पूर्व की चिंताओं और फेड रेट आउटलुक के कारण रुपया गिरकर रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया है। शुरुआती सौदों के बाद 83.53 प्रति डॉलर पर आ गया, जो पिछले बंद भाव से नौ पैसे की गिरावट दर्शाता है।
बीते गुरुवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया छह पैसे की तेजी के साथ 83.13 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। इससे पहले बुधवार को रुपया 83.19 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
बता दें कि फोर्ब्स की सूची में पहला स्थान कुवैती दिनार का है। एक कुवैती दीनार ₹270.23 और $3 के बराबर है। वहीं, एक बहरीन दिनार ₹220.4 और $2.65 के बराबर है। यह करेंसी दूसरे स्थान पर है।
Dollar vs Rupees: ऐसा करने से ना केवल रुपये का प्रचलन वैश्विक हो सकेगा बल्कि उसका अंतर्राष्ट्रीयकरण करने से डॉलर की मांग को कम करने में मदद मिल सकेगी और हमारी अर्थव्यवस्था पर वैश्विक मुद्रा का असर कम
Market Boom: आज शेयर से लेकर सर्राफा बाजार तक बम-बम बोल रहे हैं। सेंसेक्स-निफ्टी जहां नए शिखर को छू चुके हैं, वहीं सोना और चांदी में आज बंपर उछाल है। मुद्रा बाजार में आज रुपये में भी आज तेजी है।
Dollar Vs Rupee: डॉलर के मुकाबले 83.36 के सर्वकालिक निचले स्तर पर आ गया। कमजोर रुपया आम आदमी पर भी असर डालता है। रुपया कमजोर होने रोजगार के जहां अवसर घटेंगे वहीं, विदेश में पढ़ाई महंगी हो जाएगी।
तरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 9 पैसे टूटकर 83.33 प्रति डॉलर के सर्वकालिक निचले स्तर पर है। बीएसई सेंसेक्स 283.60 अंक की गिरावट के साथ 63,591.33 अंक पर बंद हुआ।
एक डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपया 336 पर पहुंच गया था। हाल के दिनों में वह 290 पर आया है। सोमवार को पाक रुपया 288 पर पहुंचा तो पाक मीडिया कहने लगा बेस्ट करंसी लेकिन अजाकिया ने पाक के दावों की खोल दी
DollarVsRupee: डॉलर के मुकाबले रुपये में और गिरावट आ सकती है। एक डॉलर की कीमत 84 रुपये तक जा सकती है। रुपये की ये गिरावट दीपावली के पहले ही देखने को मिल सकती है। इसका असर आम आदमी पर क्या पड़ेगा?
Dollar Vs Rupee: क्या रुपया फिर रसातल में जा रहा है? विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 5 पैसे गिरकर 83.09 पर आ गया। यह 21 दिन में छठी बार है।
नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद उत्पन्न राजनीतिक अशांति के बीच रुपया अबतक के निचले स्तर पर पहुंचा है। एक समय 301 रुपये प्रति डॉलर हो गई।
इससे पिछले सप्ताह, देश का विदेशी मुद्रा भंडार 32.9 करोड़ डॉलर घटकर 578.42 अरब डॉलर रहा था। अक्टूबर 2021 में देश का कुल विदेशी मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था।
Market Review: वित्त वर्ष 2023 में सोने ने करीब 18 फीसद, चांदी ने 9.5 फीसद रिटर्न दिया। इसकी तुलना में निफ्टी और सेंसेक्स तकरीबन फ्लैट रहे। रुपये ने डॉलर के मुकाबले कमजोर प्रदर्शन किया।
Dollar Vs Rupees: अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 81.85 पर खुला और पिछले बंद भाव के मुकाबले 24 पैसे की बढ़त दर्ज करते हुए 81.73 के स्तर पर पहुंच गया।
बता दें कि शुक्रवार को कारोबार के दौरान रुपये में 82.66 के उच्च स्तर और 82.81 के निम्न स्तर को छुआ। इससे पिछले कारोबारी सत्र में रुपया 82.64 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
Dollar Vs Rupees: रुपये की मजबूती से कच्चे तेल की कीमतों में राहत मिलेगी। कच्चे तेल का आयात बिल में कमी आएगी और विदेशी मुद्रा कम खर्च करना होगा। वहीं, कैपिटल गुड्स और इलेक्ट्रॉनिक सस्ते होंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गुरुवार को दोपहर करीब 1 बजे इंटरबैंक बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी मुद्रा 24.11 रुपये (या 9.45%) की गिरावट के साथ अब तक के सबसे निचले स्तर 255 रुपये पर आ गई।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की आक्रामक मौद्रिक नीति ने वर्ष 2022 में पूरे साल लगातार डॉलर को मजबूत किया जिससे भारतीय रुपये का भाव अमेरिकी डॉलर के मुकाबले इस साल 11 प्रतिशत से अधिक गिर गया।
डॉलर की कमी से जूझ रहे श्रीलंका ने भारत के रुपये में कारोबार पर सहमति जताई है। अब सेंट्रल बैंक ऑफ श्रीलंका (Sri Lanka) को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India) के अप्रूवल का इंतजार है।