उच्चतम न्यायालय ने अमेरिका स्थित ग्लास ट्रस्ट कंपनी की अपील पर 17 सितंबर को सुनवाई करने का निर्णय लिया। एनसीएलएटी ने बायजू के खिलाफ दिवाला कार्यवाही पर रोक लगाई और बीसीसीआई के साथ 158.9 करोड़ रुपये के...
Byjus Crisis: बायजू ने 2019 में बीसीसीआई के साथ ‘Team Sponsor Agreement’ किया था। कंपनी ने 2022 के मध्य तक अपने दायित्वों को पूरा किया, लेकिन वह 158.9 करोड़ रुपये के बाद के भुगतानों में चूक कर गई।
नई दिल्ली में, थिंक एंड लर्न को 1.2 अरब अमेरिकी डॉलर के विवादित सावधि ऋण 'बी' के लिए किसी राशि का भुगतान नहीं करना पड़ सकता। बायजू के CEO बायजू रवींद्रन ने बताया कि दिवाला समाधान पेशेवर के अनुसार, अब...
बता दें कि एनसीएलएटी ने बायजू के खिलाफ दिवाला कार्यवाही पर रोक लगा दी थी और बीसीसीआई के साथ 158.9 करोड़ रुपये के बकाये के निपटान को मंजूरी दी थी।
उच्चतम न्यायालय ने 'ग्लास ट्रस्ट कंपनी एलएलसी' की अपील को शीघ्र सुनवाई के लिए सूचीबद्ध करने पर सहमति दी है। एनसीएलएटी ने बायजू के खिलाफ दिवाला कार्यवाही पर रोक लगाई थी और 158.9 करोड़ रुपये के बकाये का...
दो अगस्त का अपीलीय न्यायाधिकरण का फैसला बायजू के लिए बड़ी राहत लेकर आया था क्योंकि इसने प्रभावी रूप से संस्थापक बायजू रवींद्रन को फिर से नियंत्रण में ला दिया था।
राष्ट्रीय कंपनी विधि अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) ने दो अगस्त को बीसीसीआई के साथ बायजू के 158.9 करोड़ रुपये के बकाया सैटलमेंट को मंजूरी दी थी। इसके साथ ही बायजू के खिलाफ दिवाला कार्यवाही को रोक दिया था।
नई दिल्ली, एजेंसी। बायजू ब्रांड की मालिक शिक्षा प्रौद्योगिकी फर्म थिंक एंड लर्न ने कर्मचारियों को जुलाई का वेतन नहीं दिया है। उच्चतम न्यायालय की अस्थायी रोक के कारण कंपनी अपने खातों तक पहुंचने में...
उच्चतम न्यायालय ने बायजू के खिलाफ दिवाला कार्यवाही शुरू करने के एनसीएलएटी के फैसले पर रोक लगा दी। यह मामला बीसीसीआई के प्रायोजन सौदे से संबंधित 158.9 करोड़ रुपये के भुगतान में चूक का है। बायजू की मूल...
भारत की सबसे बड़ी स्टार्टअप कंपनियों में से एक रही बायजूज (Byju's) पर अब बंद होने का खतरा मंडरा रहा है। दरअसल, बायजूज को हाल के महीनों में कई झटके लगे हैं।
Byju's Crisis: एडटेक कंपनी बायजू की मूल कंपनी थिंक एंड लर्न दिवाला कार्यवाही पर राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के आदेश को चुनौती देगी।
Byju’s crisis: एड-टेक स्टार्टअप बायजू को क्रिकेट बोर्ड बीसीसीआई को 158.9 करोड़ रुपये का भुगतान करने में विफल रहने पर दिवाला कार्यवाही का सामना करना पड़ेगा।
पिछले साल हजारों कर्मचारियों की छंटनी और खर्च में भारी कटौती के बावजूद, बायजू का वैल्युएशन लगातार गिरता रहा है। प्रोसस ने संकटग्रस्त एडटेक फर्म बायजू में अपनी 9.6 प्रतिशत हिस्सेदारी बट्टे खाते में डाल दी है।
Byjus Crisis: बायजू रवींद्रन के भाई रिजू रवींद्रन को अमेरिकी कोर्ट की अवमानना का दोषी पाया गया है। मार्च 2024 में यूएस कोर्ट ने कैमसॉफट कैपिटल के फाउंडर विलियम मॉर्टन को गिरफ्तार करने का आदेश दिया। मई 2024 में कोर्ट ने रिजू को अवमानना का दोषी पाया।
बता दें कि पिछले महीने बायजू के भारत के सीईओ अर्जुन मोहन ने एक बड़े पुनर्गठन के बीच इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद संस्थापक और समूह सीईओ बायजू रवीन्द्रन ने कार्यभार संभाला और रेग्युलर वर्क को देख रहे हैं। रवींद्रन ने तब कहा कि यह पुनर्गठन बायजू 3.0 की शुरुआत का प्रतीक है।
निवेशक- प्रोसस, जनरल अटलांटिक, सोफिना और पीक एक्सवी के एक समूह ने अन्य शेयरधारकों के समर्थन के साथ कंपनी प्रबंधन और राइट्स इश्यू के खिलाफ एनसीएलटी का दरवाजा खटखटाया था।
बायजू का संकट बढ़ता जा रहा है। बायजू इंडिया के सीईओ अर्जुन मोहन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अब बायजू के फाउंडर बायजू रवींद्रन हर दिन के कामकाज को संभालेंगे। अर्जुन मोहन को पदभार संभाले सिर्फ 7 महीने ही हुए थे।
Byju’s crisis: ये खबर ऐसे समय में आई है जब बायजू में करीब 500 कर्मचारियों की छंटनी की जा रही है। सूत्रों ने कहा कि यह छंटनी कारोबार पुनर्गठन की कोशिशों का हिस्सा है।
Story of Byju Raveendran Rise And Fall: फोर्ब्स के अनुसार एडटेक बायजूस के संस्थापक बायजू रवींद्रन अर्श से फर्श पर आ गए हैं। उनकी कुल संपत्ति ₹17,545 करोड़ से शून्य हो गई। साल 2022 में बायूज की वैल्यू 22 अरब डॉलर के उच्चतम मूल्यांकन तक पहुंच गई थी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि कर्मचारियों को ना तो नोटिस दिया गया है और ना ही परफॉरमेंस इम्प्रूवमेंट प्लान PIP में डाला गया है। एक फोन कॉल के जरिए कर्मचारियों की छंटनी की जा रही है।
संकट में फंसी शिक्षा प्रौद्योगिकी कंपनी बायजू ने अपने कर्मचारियों से कहा है कि वेतन देने में एक बार फिर विलंब होगा। बायजू के मैनेजमेंट ने कर्मचारियों को भेजे ई-मेल में इस स्थिति के लिए अंतरिम आदेश को जिम्मेदार ठहराया है।
बायजू ने राइट्स इश्यू के जरिए 20 करोड़ अमेरिकी डॉलर जुटाने की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए कंपनी की अधिकृत शेयर पूंजी बढ़ाने के लिए ईजीएम (असाधारण आम बैठक) बुलाई थी।
29 मार्च को ईजीएम बुलाने के फैसले का कुछ निवेशकों ने विरोध करते हुए राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) की बेंगलुरु पीठ के समक्ष अर्जी लगाई है।
भारत का सबसे बड़ा ऑनलाइन एजुकेशन स्टार्टअप बायजू ने आकाश एजुकेशन सर्विसेज का अधिग्रहण कर लिया है। BYJU's ने सोमवार को आकाश एजुकेशनल सर्विस लिमिटेड (एईएसएल) के अधिग्रहण की पुष्टि की। जानकारों के...
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने भारतीय शिक्षा-प्रोद्योगिकी कंपनी बायजूस को 2021 से 2023 तक के लिए अपना वैश्विक साझेदार घोषित किया है। इस तीन साल के समझौते के तहत बायजूस (के प्रतीक चिन्ह) को...
भारत का सबसे बड़ा ऑनलाइन एजुकेशन स्टार्टअप बायजू ने आकाश एजुकेशन सर्विसेज को खरीदने के लिए एक अरब डॉलर की डील की है। यह दुनिया में एडटेक सेक्टर की सबसे बड़ी डील में से एक है। ब्लूमबर्ग की...
अरबपति यूरी मिलनर की अध्यक्षता वाली निवेश कंपनी डीएसटी ग्लोबल, भारतीय ऑनलाइन शिक्षा स्टार्टअप Byju's में 400 मिलियन डॉलर यानि 40 करोड़ डॉलर का निवेश करने जा रही है। Byju's ...
भारतीय क्रिकेट टीम जब दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज का आगाज करेगी तो उसकी जर्सी पर चाइनीज स्मार्टफोन ब्रैंड 'Oppo' की जगह भारतीय ऑनलाइन लर्निंग ऐप 'Byju's' का ना दिखेगा। Oppo...
भारत में एक ऐसा नया अरबपति सामने आया है, जिसकी कहानी हर किसी के लिए प्रेरणादायक होगी। कभी स्कूल टीचर रहे एक शख्स ने एक एजुकेशन एप्प बनाया और इस पर ऐसा काम किया कि इस एजुकेशन एप्प ने उसे अरबपति बना...