निजी डॉक्टर स्वास्थ्य सेवा का एक अहम हिस्सा हैं। सरकारी अस्पतालों पर बोझ कम करने में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। लेकिन अपनी स्वतंत्र प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
अलीगढ़ के डाक अभिकर्ताओं ने अपनी विभिन्न समस्याओं को लेकर आवाज़ बुलंद की है। अभिकर्ताओं का कहना है कि वे डाक विभाग की विभिन्न योजनाओं को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, लेकिन उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया जा रहा है।
शहर के नौरंगाबाद वार्ड में समस्याओं का अंबार है। वार्ड के गोपी मिल कंपाउंड और उसके आसपास की स्थिति बेहद दयनीय बनी हुई है। जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे रहते हैं। नाले-नालियां चोक पड़ी हैं। टूटी-फूटी सड़कें लोगों को दर्द दे रही हैं। जिसके कारण लोग गिर जाते हैं।
गांव-गांव में गश्त कर आपराधिक मामलों की निगरानी करने वाला चौकीदार आज मानदेय से लेकर वर्दी तक की कमी से जूझ रहा है। जिले के प्रत्येक गांव के थाने में दो-दो चौकीदारों की तैनाती हैं। सभी की जिम्मेदारी गांव की निगरानी करने की है। एक माह में चार दिन थाने में गांव की सूचनाएं देनी होती है।
करीब 12 हजार से अधिक की वोटर आबादी वाले वार्ड नंबर 25 क्वार्सी में समस्याओं का अंबार है। ये शहर की लाइफ लाइन मानें जाने वाली रामघाट रोड से सीधा जुड़ा हुआ है। नगर निगम सीमा विस्तार के दौरान इस इलाके को वार्ड बनाया गया था। यहां रोड पर बाजार भी है।
करीब 12 हजार से अधिक की वोटर आबादी वाले वार्ड नंबर 12 बौद्ध बिहार में समस्याओं का अंबार है। इस वार्ड में करीब 30 हजार से अधिक की जनसंख्या रहती है। इस इलाके में गंदगी, कूड़ा कीचड़ का अंबार है। कई इलाकों में तो सड़क पूर्ण रूप से जर्जर है।
अलीगढ़ में 250 से अधिक होटल 300 रेस्टोरेंट हो रहे हैं संचालित, -पिछले कई सालों में नामी कंपनियों के होटल अलीगढ़ में आए, रमाडा, लेमन ट्री, फार्यचुन समेत कई कंपनियों ने होटल किए स्थापित, अलीगढ़ को होटल इंडस्ट्री के विकास को पर्यटन से जोड़ा जाए.