'आज बिलकिस तो कल कोई भी हो सकता है', दोषियों की रिहाई पर SC सख्त
अदालत ने कहा कि अपराध की गंभीरता पर राज्य की ओर से विचार किया जाना चाहिए था। एससी ने यह भी कहा कि 'सेब की तुलना संतरे से नहीं की जा सकती', इसी तरह नरसंहार की तुलना एक हत्या से नहीं की जा सकती।