चेन्नई में मिली नीट की तैयारी कर रही लापता कोचिंग छात्रा, कोटा पुलिस की कार्रवाई
राजस्थान के कोटा शहर में रहकर नीट की तैयारी कर रही 15 वर्षीय गुमशुदा नाबालिग छात्रा को कोटा पुलिस ने चेन्नई के परियामेठ कस्बे से रेस्क्यू कर लिया है। एक सप्ताह पहले कोचिंग के लिए निकली थी।
राजस्थान के कोटा शहर में रहकर नीट की तैयारी कर रही 15 वर्षीय गुमशुदा नाबालिग छात्रा को थाना महावीर नगर व मानव तस्करी विरोधी यूनिट द्वारा प्रभावी कार्रवाई करते हुए चेन्नई के परियामेठ कस्बे से रेस्क्यू कर लिया है। करीब 1 सप्ताह पह ले कोचिंग के लिए निकली नाबालिग संपर्क क्रांति ट्रेन से मुंबई होते हुए चेन्नई पहुंच गई थी। एसपी अमृता दुहन ने बताया कि 10 जून की सुबह 7:00 बजे शहर के एक हॉस्टल में रह रही 15 वर्षीय नाबालिग एलेन कोचिंग जाने के लिए निकली थी। वापस नहीं लौटने पर अगले दिन थाना महावीर नगर पर परिवादी द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज कर तलाश शुरू की गई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए नाबालिग की तलाश के लिए एसपी दुहन द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नियति शर्मा के निर्देशन एवं एसएचओ महेंद्र कुमार मारू व मानव तस्करी विरोधी यूनिट की प्रभारी शिमला देवी गुर्जर के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। विशेष टीम द्वारा परिवादी एवं बालिका के परिजनों से आवश्यक जानकारी प्राप्त कर तकनीकी पुलिसिंग एवं मुखबिरों से प्राप्त आसूचना के आधार पर बालिका की तलाश शुरू की।
जांच में सामने आया की नाबालिग बालिका 10 जून की सुबह हॉस्टल से निकलकर इंस्टिट्यूट जाने की बजाय कोटा जंक्शन गई। वहां से संपर्क क्रांति ट्रेन से सूरत चली गई। इस सूचना पर विशेष टीम परिजनों को साथ लेकर सूरत पहुंची। जहां तलाश के दौरान मुंबई पहुंचने की जानकारी प्राप्त हुई। तलाश करती हुई टीम मुंबई पहुंची तो तकनीकी सहायता से पता चला कि 11 जून की रात में ही नाबालिग मुंबई से ट्रेन द्वारा चेन्नई की तरफ गई है। विशेष टीम द्वारा 14 जून को चेन्नई स्थित परियामेठ कस्बे से बालिका को रेस्क्यू किया। वापस कोटा लाकर बालिका से लगातार काउंसलिंग की गई। जिसे बाल कल्याण समिति के संबंध पेश कर बालिका गृह में दाखिल करवाया गया। मामले में नियमानुसार विधिक कार्रवाई की जा रही है।
बच्ची को दस्तयाब कर परिजनों की खोई हुई मुस्कान लौटने का सराहनीय कार्य करने वाली टीम में थाना महावीर नगर से एसएचओ महेंद्र कुमार मारू व कांस्टेबल राम सिंह, एएचटीयू से प्रभारी शिमला देवी गुर्जर, हैड कांस्टेबल केशव सिंह एवं कांस्टेबल दिनेश शामिल थे। इसमें कांस्टेबल दिनेश की विशेष भूमिका रही है।