टेक्निकल में महारत हासिल करना सीखें, टेक्नोलॉजी के गुलाम मत बनिए। टेक्नोलॉजी एक अच्छी साथी है पर हमें अपनी क्रिएटिविटी, शार्पनेस और इंटेलिजेंस को बढ़ावा देना चाहिए। गैजेट्स का इस्तेमाल गैजेट्स के रूप में करें, गैजेट्स को पढ़ाई से ध्यान भटकाने के रूप में इस्तेमाल न करें।
टेक्नोलॉजी की मदद से अपने लिए टुडू लिस्ट तैयार करें और फिर अपनी प्रोग्रेस को एआई की मदद से ट्रैक करें। टाइम को अच्छे से मैनेज करने और व्यवस्थित एवं केंद्रित रहने के लिए गैजेट्स का इस्तेमाल करें।
आर्टिफिशल इंटेलिजेंस एक अच्छा स्टडी पार्टनर बन सकता है। इसका इस्तेमाल समझदारी से करना चाहिए। एआई आपको बहुत सारा ज्ञान दे सकता है लेकिन बेसिक कॉन्सेप्ट आपका ही होना चाहिए।
एआई के आने से क्रिएटिविटी कम होती जा रही है। अगर आप हर एक काम करेंगे तो आपकी क्रिएटिविटी खत्म हो जाएगी। हमें कुछ मामलों में एआई से दूर रहना चाहिए।
एआई को वही काम दीजिए, जो अगर गलत भी हो जाए तो उसके कोई नुकसान नहीं हो। किसी भी निर्णय को लेने में एआई आपको विश्लेषण दे सकता है, फैसला लेने में आपकी मदद कर सकता है, लेकिन फैसला आपका ही होना चाहिए।