Shani ki Sade Sati: शनि ग्रह को कुछ लोग सैर्टन नाम से भी जानते हैं। शनि का गोचर राशियों पर विशेष प्रभाव डालता है। इस वक्त शनि देव कुंभ राशि में गोचर कर रहे हैं। इस साल शनि राशि परिवर्तन करने वाले हैं। शनि के गोचर करते ही कुछ राशियों पर शनि की साढ़ेसाती व ढैया का प्रभाव खत्म तो कुछ पर शुरू भी होगा। कुंभ राशि के स्वामी शनि देव हैं। शनि के गोचर के बाद भी कुंभ राशि पर शनि का प्रभाव बना रहेगा। आइए जानते हैं शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव कुंभ राशि पर कब तक रहेगा साथ ही इस साल के गोचर का प्रभाव भी जानेंगे-
शनि ने कुंभ राशि में 17 जनवरी, 2023 के दिन गोचर किया था। इस वक्त कुंभ राशि पर शनि साढ़ेसाती का दूसरा चरण चल रहा है। शनि के मीन राशि में गोचर करने के बाद भी कुंभ राशि पर साढ़ेसाती का प्रभाव जारी रहेगा। साल 2025 में मीन राशि में शनि के गोचर करते ही कुंभ राशि वालों पर आखिरी चरण शुरू होगा। कुंभ राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव 3 जून, 2027 तक रहने वाला है।
शनि बेहद धीमी गति में गोचर करते हैं। इसी वजह से उन्हें एक राशि चक्र कंप्लीट करने में कम से कम 30 साल लगते हैं। शनि की साढ़ेसाती काफी कष्टकारी होती है। जिस राशि पर शनि की साढ़ेसाती चलती है, उससे अगली राशि और 12वें स्थान वाली राशि को भी साढ़ेसाती प्रभावित करती है। शनि देव को इन तीन राशियों का सफर तय करने में लगभग साढे सात साल का समय लगता है, जो साढ़ेसाती कहलाती है।
शनि के कुंभ राशि में गोचर करने से मकर, कुंभ और मीन राशि पर साढ़ेसाती का प्रभाव है। वहीं, शनि के मीन राशि में गोचर करने पर साल 2025 में मेष राशि पर शनि की साढ़ेसाती शुरू होगी। मकर राशि वालों को शनि की साढ़ेसाती से मुक्ति मिलेगी।
शनि अभी कुंभ में बैठे हैं, वर्तमान में मीन राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण चल रहा है, कुंभ राशि वालों पर दूसरा और मकर राशि वालों पर आखिरी चरण जारी है। मार्च 29, 2025 को मीन राशि में गोचर करेंगे। शनि के गोचर करते ही मेष राशि पर शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण शुरू होगा, मीन राशि वालों पर दूसरा और कुंभ राशि वालों पर आखिरी चरण रहेगा।
शनि देव ढाई साल में एक बार गोचर करते हैं। शनि के गोचर करने पर, शनि जब किसी राशि के आठवें व चौथे भाव में होते हैं, तो उस राशि पर ढैय्या शुरू होती है।
शनि के कुंभ राशि में गोचर से कर्क राशि और वृश्चिक राशि पर ढैया का प्रभाव है। शनि के मीन राशि में गोचर करने पर सिंह व धनु राशि पर शनि का ढैया का प्रभाव रहेगा।
कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण चल रहा है। आपको अपने पारिवारिक जीवन में संयम से बरतने की जरूरत है। शनि देव की साढ़ेसाती के तीसरे चरण के दौरान कुंभ राशि वालों को आर्थिक तौर पर सतर्क रहने की जरूरत है। शनि के बुरे प्रभाव को कम करने के लिए शिव जी व बजरंगबली की पूजा करें।