Hindi Newsएनसीआर न्यूज़vikas divyakirti coaching centre drishti ias statement on upsc student deepak meena death in delhi mukherjee nagar

दिल्ली के मुखर्जी नगर में UPSC स्टूडेंट दीपक मीणा की मौत मामले में 'दृष्टि IAS' ने बताईं 9 बातें

दिल्ली के मुखर्जी नगर में UPSC की तैयारी कर रहा छात्र फंदे से लटका मिला, 11 सितंबर से था गायब

Praveen Sharma लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीWed, 25 Sep 2024 10:06 AM
share Share

दिल्ली के मुखर्जी नगर इलाके में दृष्टि आईएएस (Drishti IAS) से सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी कर रहे राजस्थान के रहने वाले छात्र दीपक कुमार मीणा की मौत के मामले में कोचिंग सेंटर ने एक बयान जारी किया है। 11 सितंबर से लापता छात्र की लाश 21 सितंबर को इंस्टीट्यूट की लाइब्रेरी से कुछ ही दूरी पर एक पेड़ से लटकी मिली थी। दीपक के परिवारवालों ने दिल्ली आकर बेटे के लापता होने के संबंध में 14 सितंबर को मुखर्जी नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी।

दृष्टि ग्रुप के डिप्टी सीईओ विवेक तिवारी की तरफ से 24 सितंबर को जारी एक बयान में दीपक कुमार मीणा की मौत पर दुख जताते हुए उनसे जुड़े तथ्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है। कोचिंंग सेंटर ने इस केस में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए पूरे घटनाक्रम से जुड़े प्रमुख तथ्यों को भी शेयर किया है। सेंटर ने दिल्ली पुलिस की हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया है।

कोचिंंग सेंटर ने बताईं ये बातें

1. दीपक कुमार मीणा मेंस परीक्षा 2024 की तैयारी के लिए 10 जुलाई, 2024 से दृष्टि आईएएस साथ जुड़े थे।

2. दीपक 10 सितंबर तक लाइब्रेरी में आकर पढ़ाई कर रहे थे। उन्होंने तैयारी के लिए बहुत प्रभावशाली नोट्स बनाए थे। जुलाई और अगस्त में उन्होंने कई टेस्ट दिए थे और उन्हें प्रत्येक टेस्ट में अच्छे अंक मिले थे। पहला प्रयास होने के बावजूद उनकी तैयारी काफी अच्छी चल रही थी, बहुत संभावना थी कि उनका चयन पहले ही प्रयास में हो जाता। उन्हें भी खुद पर काफी भरोसा था।

3. दीपक 11 सितंबर की सुबह अपने पीजी के साथियों के साथ लाइब्रेरी नहीं आए। दोस्तों ने पूछा तो उन्होंने कहा कि वे बाद में आएंगे, लेकिन उसके बाद से उनसे कोई संपर्क नहीं हुआ।

4. दीपक के रूम मेट ने 13 सितंबर को हमारी टीम को बताया कि दीपक 11 तारीख से पीजी नहीं लौटे हैं और फोन भी नहीं उठा रहे हैं। सूचना मिलते ही हमारे टीम कोऑर्डिनेटर ने दीपक के नंबर पर कई बार फोन किया, लेकिन फोन नहीं उठा। इसके तुरंत बाद हमारी टीम द्वारा दीपक के परिवार को इसकी सूचना दी गई। वे भी दो दिनों से दीपक से संपर्क नहीं हो पाने की बात से काफी परेशान थे।

5. अगले दिन 14 सितंबर को दीपक के परिजन दिल्ली आए और उनके द्वारा पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई गई। इस समय तक दीपक का फोन स्विच ऑफ हो चुका था।

6. 14 सितंबर से इस मामले की जांच दिल्ली पुलिस के हाथ में है। 15 सितंबर को दीपक के परिवार की उपस्थिति में हमारी टीम ने पुलिस को लाइब्रेरी की सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराई। दीपक के दोस्तों और परिचितों से भी पूछताछ की गई। आसपास के कई अन्य स्थानों से भी जांच अधिकारियों ने सीसीटीवी फुटेज एकत्रित किए, लेकिन सभी प्रयासों के बाद भी कोई ठोस सुराग नहीं मिला।

7. आखिरी उम्मीद यह थी कि 20 सितंबर को शुरू होने वाली मेंस परीक्षा में शामिल होने के लिए दीपक अपने एग्जाम सेंटर पर पहुंचेंगे। पुलिस की टीम और परिवार के सदस्य वहां मौजूद थे, लेकिन दीपक वहां नहीं पहुंचे। उसके बाद पुलिस टीम ने उनके फोन की लास्ट लोकेशन के आधार पर आसपास के इलाकों में गहनता से तलाश की तो मुखर्जी नगर से सटे दिल्ली यूनिवर्सिटी के हॉस्टल के अंदर झाड़ियों में उनका शव मिला।

8. दीपक कुमार मीणा ने कभी भी किसी तरह के तनाव या दबाव की शिकायत अपने मेंटर्स से नहीं की थी। उनके मेंटर्स और दोस्तों की राय में वे एक विनम्र और अंतर्मुखी विद्यार्थी थे। किसी के साथ उनका विवाद या झगड़ा होने की संभावना नहीं के बराबर थी।

9. हमारे प्रबंध निदेशक विकास सर सहित हमारी टीम के कई सदस्य लगातार दिल्ली पुलिस के संपर्क में हैं। हम पोस्टमॉर्टम की प्रामाणिक रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। इस मामले में जितना भी अपेक्षित होगा, हम दिल्ली पुलिस की मदद करेंगे।

पुलिस मान रही आत्महत्या

गौरतलब है कि पुलिस ने इस केस की शुरुआती जांच में दीपक द्वारा कथित तौर पर पेड़ से फंदा लगाकर खुदकुशी करने की बात कही है। हालांकि, पुलिस को घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, इसके चलते फिलहाल आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है। पुलिस सभी पहलुओं से मामले की जांच कर रही है। दीपक यूपीएससी का प्री एग्जाम पास करने के बाद दिल्ली में मेंस की तैयारी कर रहे थे।

ये भी पढ़ें:वॉट्सऐप में आई दिक्कत से गंदे काम का खुलासा, UPSC छात्रा के कमरे में मिले कैमरे
अगला लेखऐप पर पढ़ें