विकास दिव्यकीर्ति ने बदल दिया माहौल, इन 3 वजहों से होने लगी तारीफ
Vikas Divyakirti:दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में हुए हादसे ने जहां एक तरफ कोचिंग व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए तो दूसरी तरफ विकास दिव्यकीर्ति समेत कई मशहूर शिक्षक भी छात्रों के निशाने पर आ गए।
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में हुए हादसे ने जहां एक तरफ कोचिंग व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए तो दूसरी तरफ कई मशहूर शिक्षक भी छात्रों के निशाने पर आ गए। कोचिंग में लापरवाही की वजह से तीन यूपीएससी स्टूडेंट्स की मौत पर चुप्पी की वजह से दृष्टि आईएएस को संचालक विकास दिव्यकीर्ति से भी वे छात्र उनसे नाराज हो गए जो उनकी हर बात को सुनते और मानते थे।
प्रदर्शन के दौरान कई छात्रों ने खुलकर कहा कि विकास दिव्यकीर्ति समेत कई शिक्षकों ने उनकी अपेक्षा तोड़ी है। कई तो हाथ में इनके खिलाफ पोस्टर लिए भी नजर आए। हालांकि, दिव्यकीर्ति ने इसके बाद डैमेज कंट्रोल करते हुए छात्रों नाराजगी दूर कर दी है। यही वजह है कि अब सोशल मीडिया पर आलोचना वाले पोस्ट कम हो गए हैं तो कई उनकी तारीफ भी करने लगे।
गलती के लिए माफी
विकास दिव्यकीर्ति ने स्टूडेंट्स की नाराजगी को भांपते हुए घटना के चौथे दिन अपनी चुप्पी तोड़ी। उन्होंने बिना किसी किसी लाग-लपेट के अपनी गलती मानी और कोई किंतु-परंतु लगाए बिना माफी भी मांगी। अपने पहले बयान में अपनी बात की शुरुआत उन्होंने माफी मांगते हुए ही की और कई बार अफसोस जाहिर किया। अपेक्षा पर खड़े नहीं उतरने को अपनी गलती मानते हुए और माफी मांगकर उन्होंने छात्रों की नाराजगी काफी हद तक दूर कर दी।
दो ऐलान से बदला माहौल
इसके बाद विकास दिव्यकीर्ति ने राव कोचिंग सेंटर के पीड़ित स्टूडेंट्स के लिए दो बड़े ऐलान किए, जिसको लेकर उनकी तारीफ भी हुई। विकास दिव्यकीर्ति ने श्रेया यादव, तान्या सोनी और निविन डाल्विन के परिवार की मदद के लिए 10-10 लाख रुपए आर्थिक मदद की घोषणा की और यह भी कहा कि यदि भविष्य में इनके परिवार को किसी तरह की सहायता की आवश्यकता होती है तो मदद करके वह कृतज्ञ होंगे। इसके अलावा उन्होंने हादसाग्रस्त कोचिंग के विद्यार्थियों की पढ़ाई में मदद की पेशकश की। उन्होंने कहा, 'हम सामान्य अध्ययन, टेस्ट सीरीज़ और वैकल्पिक विषयों की तैयारी के लिए उन्हें निशुल्क शैक्षणिक सहायता और कक्षाएं उपलब्ध कराएंगे। जो विद्यार्थी इस सुविधा का लाभ लेना चाहें, वे सोमवार, 5 अगस्त 2024 से हमारे करोल बाग स्थित कार्यालय में मौजूद सहायता डेस्क पर संपर्क कर सकते हैं।'
विकास दिव्यकीर्ति के ऐलान पर एक यूजर ने एक्स पर लिखा, 'सराहनीय सर,आप से ही उम्मीद थी बच्चो को।' एक अन्य ने कहा, 'सराहनीय कदम है , ऐसी दुख की घड़ी में सबको साथ होना चाहिए किसी को ये नहीं लगना चाहिए कि मुसीबत सब मुंह मोड़ लेते है। देर आए दुरुस्त आए।' हालांकि, कुछ अब भी नाराज हैं और वह इस मदद को नाकाफी बता रहे हैं।