सीजफायर के बाद भाजपा के शीर्ष नेताओं ने मंत्रणा की
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पाकिस्तान के साथ सीजफायर और ऑपरेशन सिंदूर पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की। बैठक में विपक्ष की विशेष सत्र की मांग और जनता के सवालों के जवाब देने पर चर्चा हुई।...

नई दिल्ली, विशेष संवाददाता पाकिस्तान के साथ सीजफायर और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर ताजा हालातों को लेकर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रविवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ मंत्रणा की। नड्डा के आवास पर हुई बैठक में इन दोनों मुद्दों पर जनता के बीच जाने और लोगों के सवालों के जवाब देने के साथ विपक्ष द्वारा की जा रही विशेष सत्र की मांग पर भी विचार किया गया। मौजूदा स्थितियों को लेकर पार्टी की भावी रणनीति और सरकार के अगले कदम को लेकर मंत्रणा की गई। बैठक में गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, भूपेंद्र यादव, मनोहर लाल खट्टर, अश्विनी वैष्णव, किरेन रिजिजू आदि मौजूद रहे।
सूत्रों के अनुसार भाजपा नेताओं को इस सवाल का सबसे ज्यादा जवाब देना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम करवाने का क्या अर्थ है। भाजपा का एक बड़ा वर्ग भी इसे नहीं पचा पा रहा है। हालांकि, सरकार ने तीनों सेनाओं के प्रमुख अधिकारियों की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए यह बताने की कोशिश की है कि इस संघर्ष में भारत ने कितनी सफलता हासिल की और पाकिस्तान को कितना नुकसान हुआ। जनता के बीच जाएगी पार्टी अब पार्टी इसी को लेकर जनता के बीच जाएगी। गौरतलब है कि ऑपरेशन सिंदूर शुरू होने के बाद खासकर पाकिस्तान के साथ सैन्य संघर्ष के बाद भाजपा ने पूरे मामले पर कोई अधिकृत बयान नहीं दिया है। हालांकि, उसके कुछ नेताओं के बयान जरूर आए, लेकिन उनको पार्टी द्वारा अधिकृत नहीं कहा जा सकता है। अब पार्टी को जनता के तमाम सवालों का जवाब देने के साथ अपने काडर को भी संतुष्ट करना है कि किस तरह मोदी सरकार ने इस मोर्चे पर बड़ी सफलता हासिल की है। ट्रंप के बयानों से मुश्किल खड़ी हुई पार्टी के सामने सबसे बड़ी दिक्कत अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान हैं, जिनमें उन्होंने दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम का श्रेय खुद लिया है। दरअसल, भाजपा इसे ज्यादा महत्व देने की बजाय सेनाओं की सफलता को जनता के बीच ले जाना चाहती है। इसके लिए उसने सैन्य कार्यवाही और उनके अधिकारियों द्वारा दिए गए ब्योरे का सहारा लेने का फैसला किया है। सूत्रों के अनुसार बैठक में विपक्ष द्वारा संसद का विशेष सत्र बुलाए जाने की मांग पर भी विचार किया गया। हालांकि, अभी यह तय नहीं है कि सरकार इस बारे में क्या कदम उठाती है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।