नोएडा में 40 से ज्यादा बिल्डिंगों पर ‘संकट’, दीवारों पर लिखा ‘अवैध’; कहां-कहां हुई कार्रवाई
नोएडा विकास प्राधिकरण की टीम ने गुरुवार को अलग-अलग इलाकों में 40 से अधिक इमारतों को अवैध घोषित कर दिया गया है। इसके साथ ही लोगों को धोखाधड़ी से बचाने के लिए इन सभी इमारतों पर लाल रंग से अवैध लिख दिया गया है।

नोएडा विकास प्राधिकरण की टीम ने गुरुवार को अलग-अलग इलाकों में 40 से अधिक इमारतों को अवैध घोषित कर दिया गया है। इसके साथ ही लोगों को धोखाधड़ी से बचाने के लिए इन सभी इमारतों पर लाल रंग से अवैध लिख दिया गया है। प्राधिकरण की टीम ने गुरुवार को एफएनजी मार्ग पर गढ़ी चौखंडी और बसई गांव में अवैध निर्माण के खिलाफ अभियान चलाया। यहां पर करीब 20 इमारतों पर नोटिस चस्पा कर लिखा गया कि ‘यह इमारत अवैध है’। इसी तरह भंगेल, सलारपुर, बरौला और अन्य गांवों में लाल रंग से इमारतों पर अवैध लिखा गया।
प्राधिकरण की अधिसूचित भूमि पर अवैध निर्माण कर बने होटल, फ्लैट और निर्माणाधीन बिल्डिंगों पर नोटिस चस्पा करने साथ लाल रंग से लिखा गया कि यह बिल्डिंग अवैध है। छह मंजिला फ्लैटों को भी अवैध घोषित किया गया है।
प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम के निर्देश पर सर्किल-1 से 10 तक के सभी वरिष्ठ प्रबंधकों ने अपने क्षेत्र में अवैध इमारतों की सूची बनानी शुरू कर दी है। अवैध इमारतों की पहचान करने के लिए जॉइंट सर्वे किया जा रहा है। सर्वे में भूमाफिया को चिह्नित किया जा रहा है। सर्वे में उन अधिसूचित प्लॉटों का भी शामिल किया जा रहा है, जिन पर पहले अवैध निर्माण था। यदि इन प्लॉटों पर अवैध निर्माण पाया गया या निर्माण होता दिखा तो अतिक्रमणकर्ता को भूमाफिया की श्रेणी में डाल दिया जाएगा। इसकी एक रिपोर्ट बनाकर शासन को भेजी जाएगी।
प्राधिकरण ने जनवरी 2024 से अब तक करीब 1.93 लाख वर्गमीटर जमीन मुक्त कराई। इस जमीन की कीमत 1068 करोड़ रुपये आंकी गई है।
गांवों में अवैध मकान और दुकानें तोड़ी गईं
वहीं, नोएडा प्राधिकरण ने गुरुवार को गांवों में अवैध मकान और दुकानें तोड़ीं। लोगों ने कार्रवाई का विरोध किया। इसके चलते बरौला में कार्रवाई को बीच में ही रोकना पड़ा। इसके बाद दूसरे स्थान पर कार्रवाई की गई। प्राधिकरण के अतिक्रमण दस्ते ने बरौला में हनुमान मूर्ति के पास बनाई जा रही दुकानों को तोड़ा। यहां एक घंटे से अधिक समय तक कार्रवाई की गई। लोगों ने प्राधिकरण की कार्रवाई का विरोध किया। लोगों की प्राधिकरण के अधिकारियों से झड़प हुई। इसके बाद प्राधिकरण के दस्ते ने सलारपुर में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की। यहां पर भी कई मकान और दुकानों को तोड़ा गया। इसी तरह हाजीपुर और सलारपुर की भूमि पर बनाई जा रही अवैध इमारतों को भी तोड़ा गया। आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी।