गाजियाबाद कोर्ट में दिनदहाड़े शख्स को पीटा, पुलिसवाले ने दीवार पर पटका सिर; दूसरे लोगों ने भी दिया साथ
गाजियाबाद कोर्ट परिसर में मुकदमे की पैरवी करने आए व्यक्ति पर हमले के मामले में कविनगर पुलिस ने पुलिसवाले सहित पांच नामजद और सात अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है। पीड़ित के मुताबिक गांव के ही पुलिसकर्मी ने परिजनों और अन्य लोगों के साथ मिलकर उसका सिर कई बार दीवार में पटका।
गाजियाबाद कोर्ट परिसर में मुकदमे की पैरवी करने आए व्यक्ति पर हमले के मामले में कविनगर पुलिस ने पुलिसकर्मी समेत पांच नामजद और सात अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है। पीड़ित के मुताबिक गांव के ही पुलिसकर्मी ने परिजनों और अन्य लोगों के साथ मिलकर उसका सिर कई बार दीवार में पटका और चाकू से हमला कर लहूलुहान कर दिया। हमले में उसका जबड़ा टूट गया।
पुलिस को आता देख हमलावर उसे सीढ़ियों पर फेंककर फरार हो गए। रजापुर गांव में रहने वाले मनोज कुमार का कहना है कि 25 सितंबर को वह सीजेएम कोर्ट में अपने मुकदमे की सुनवाई कराने के लिए गए थे। मुकदमे की सुनवाई दोपहर दो बजे होनी थी, इसलि वह एक बजे कोर्ट रूम में जा रहे थे। कोर्ट रूम के पास गांव का ही देवेंद्र अपने भाई गजेंद्र और बेटे आदित्य के अलावा अनुज और अरूण के तथा छह-सात अज्ञात लोगों ने उन्हें रोक लिया और गाली-गलौज करने लगे।
वह कुछ समझ पाते, इससे पहले ही देवेंद्र और गजेंद्र ने तेज आवाज में उन्हें जान से मारने के लिए कहा। मनोज कुमार का आरोप है कि सभी लोगों ने जान से मारने की नीयत से उनका सिर कई बार दीवार में पटका। इतना ही नहीं, आरोपियों ने उन पर चाकू से हमला किया, जिससे वह लहूलुहान हो गए। पीड़ित के मुताबिक हमले में उनका जबड़ा भी टूट गया। मनोज कुमार के मुताबिक आरोपी उन्हें मरा समझकर खींचकर नीचे ले जाने लगे, लेकिन पुलिस तथा अन्य लोगों को आता देख आरोपी उन्हें सीढ़ियों पर फेंककर फरार हो गए।
मारपीट हुई, चाकू से हमले की बात संदिग्ध
एसीपी कविनगर अभिषेक श्रीवास्तव का कहना है कि दोनों पक्ष एक ही जगह के रहने वाले हैं। दोनों में पुराना विवाद चला आ रहा है। शिकायतकर्ता अपने एक केस के मामले में कोर्ट गया था, जहां उसके साथ मारपीट की गई। चाकू से हमला करने की बात संदिग्ध प्रतीत हो रही है। एसीपी का कहना है कि पीड़ित की शिकायत के आधार पर पांच नामजद और छह-सात अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।
सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई घटना
मनोज कुमार का कहना है कि उन पर हुए हमले की घटना न्यायालय कक्ष संख्या 20 और 21 तथा बालकनी में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है। पीड़ित का आरोप है कि हमलावरों में शामिल गजेंद्र यूपी पुलिस में कार्यरत है, जो घटना के वक्त वर्दी पहने हुए था। डॉक्टरी परीक्षण कराने के बाद पीड़ित ने 28 सितंबर को कविनगर थाने में शिकायत देकर कार्रवाई की गुहार लगाई।