आज नहीं तो कल एकबार फिर जनता मौका देगी; मात्र 675 वोटों से हार के बाद छलका सिसोदिया का दर्द
- सिसोदिया ने कहा, ‘मैं दिल्ली की जनता का हृदय से धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने मुझे 12 वर्षों तक उनकी सेवा करने का और बच्चों का भविष्य संवारने का अवसर दिया। मैंने अपना जीवन शिक्षा को समर्पित किया है और आगे भी इसके लिए काम करता रहूंगा।’

दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद शनिवार को आए परिणामों में आम आदमी पार्टी को तगड़ा झटका लगा और पार्टी सत्ता से बेदखल हो गई। इस दौरान पार्टी के दिग्गज नेता अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया भी अपनी-अपनी सीट हार गए। इस हार के बाद सिसोदिया ने अपना एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया और इतने वर्षों तक मौका देने के लिए दिल्ली की जनता का आभार जताया। साथ ही हार की तकलीफ को बताते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली के बच्चों के लिए मैं जितना कर सकता था उतना मैंने किया और मुझे पूरी उम्मीद है कि आज नहीं तो कल एकबार फिर जनता मौका देगी।
वीडियो को शेयर करते हुए सिसोदिया ने अपनी पोस्ट में लिखा, 'मैं दिल्ली की जनता का हृदय से धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने मुझे 12 वर्षों तक उनकी सेवा करने का और बच्चों का भविष्य संवारने का अवसर दिया। अगर शिक्षा प्रणाली में सुधार करना है, तो राजनीति ही उसका जरिया है। इसलिए मैंने अपना जीवन शिक्षा को समर्पित किया है और आगे भी इसके लिए काम करता रहूँगा। जय हिन्द'
वहीं वीडियो में सिसोदिया ने कहा, 'नमस्कार, मैं दिल्ली के लोगों का बहुत शुक्रगुजार हूं कि 12 साल तक मुझे, आम आदमी पार्टी को अरविंद केजरीवाल जी के नेतृत्व में राजनीति करने के लिए अवसर दिए, काम करने के लिए अवसर दिए। मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि मैं राजनीति में आऊंगा। MLA बनना, मंत्री बनना, ये सब तो बहुत दूर की बात थी, कभी सोचा भी नहीं था, लेकिन आपने मौका दिया, राजनीति में आने का मौका दिया, MLA बनने का मौका दिया, मंत्री के रूप में काम करने का मौका दिया।'
'जनता का यह आदेश भी शिरोधार्य है'
आगे उन्होंने कहा, 'मैंने अपनी पूरी कोशिश की कि मैं दिल्ली के बच्चों के लिए कुछ कर सकूं, दिल्ली की शिक्षा के लिए कुछ कर सकूं। मुझे बहुत खुशी है कि इस दौरान कुछ काम हुआ है, अब दिल्ली की जनता ने यह मौका नहीं दिया है, पहले मौका दिया था, तो जब मौका दिया था तब खूब मेहनत की थी। अब जब मौका नहीं दिया है तो जनता का यह आदेश भी शिरोधार्य है। हम इस आदेश को स्वीकार करते हुए आगे बढ़ेंगे।'
'शिक्षा के लिए राजनीति पर काम करता रहूंगा'
उन्होंने कहा, 'लेकिन जैसा मैं अक्सर कहता हूं कि मैंने अपना जीवन शिक्षा के लिए समर्पित किया है, और यह मेरी गहरी समझ बन चुकी है कि राजनीति में काम किए बिना शिक्षा में वह सुधार नहीं हो सकते जिनकी हमारे देश को जरूरत है। तो मैं शिक्षा पर काम करता रहूंगा और शिक्षा के लिए राजनीति पर काम करता रहूंगा। यह लड़ाई लड़ता रहूंगा और मुझे पूरी उम्मीद है कि आज नहीं तो कल एकबार फिर जनता मौका देगी, और फिर काम करेंगे। जय हिंद।'
मात्र 675 वोटों से हार गए सिसोदिया
बता दें कि मनीष सिसोदिया ने इस बार पटपड़गंज सीट छोड़कर जंगपुरा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था। जहां उन्हें भाजपा उम्मीदवार तरविंदर सिंह मारवाह के हाथों हार का सामना करना पड़ा। भाजपा के मारवाह ने सिसोदिया को 675 मतों के मामूली अंतर से हरा दिया। मारवाह को 38,859 वोट मिले, जबकि सिसोदिया को 38,184 वोट मिले। कांग्रेस उम्मीदवार फरहाद सूरी को 7,350 वोट मिले।