फर्जीवाड़े का भंडाफोड़, 121 आधार कार्ड, 73 पैन कार्ड, 181 वोटर कार्ड सहित कई दस्तावेज बरामद
दिल्ली में बड़े फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ हुआ है। दिल्ली पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर भारी मात्रा में फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड और वोटर कार्ड सहित कई दस्तावेज और उपकरण बरामद किए हैं।

दिल्ली में बड़े फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ हुआ है। दिल्ली पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर भारी मात्रा में फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड और वोटर कार्ड सहित कई दस्तावेज और उपकरण बरामद किए हैं।
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि शहर में कई जगह की गई छापेमारी में तीन लोगों को पकड़ा गया है। इन लोगों से जाली दस्तावेज, लैपटॉप और हार्ड डिस्क का जखीरा बरामद हुआ है। इनमें फर्जी पहचान पत्र बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले सॉफ्टवेयर लोड थे। उन्होंने बताया कि आरोपी एक गिरोह का हिस्सा हैं, जो आधार सॉफ्टवेयर को अवैध रूप से संचालित करने के लिए नकली अंगूठे के निशान और आईरिस स्कैन का इस्तेमाल करते थे।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि 19 अप्रैल को दिल्ली के तुर्कमान गेट पुलिस चौकी की एक टीम को नियमित गश्त के दौरान एक गुप्त सूचना मिली। उन्होंने चितली कबर इलाके में स्थित एक दुकान पर छापा मारा। पुलिस ने एक व्यक्ति को पकड़ा, जिसकी पहचान आशीष (26) के रूप में हुई। वह उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद का निवासी है। उसे कई जाली दस्तावेजों के साथ पकड़ा गया।
तलाशी के दौरान पुलिस को 121 आधार कार्ड, 73 फर्जी पैन कार्ड, 181 मतदाता पहचान पत्र, कई बर्थ सर्टिफिकेट और कई मार्कशीट मिलीं। अधिकारी ने बताया कि खाली और अधूरे मतदाता पहचान पत्र भी जब्त किए गए। उन्होंने बताया कि आशीष ने आधार अपडेट सिस्टम तक पहुंच बनाने के लिए प्राधिकृत ऑपरेटरों के नकली रबर अंगूठे के निशान और पूर्व-रिकॉर्ड किए गए आईरिस स्कैन का उपयोग किया। अधिकारी ने कहा कि पूछताछ करने पर आशीष ने खुलासा किया कि वह अपने दो साथियों के साथ मिलकर फर्जी पहचान दस्तावेज तैयार करने का काम चला रहा था। उसके साथी तोशिफ और मोहम्मद फिरोज पास की दुकानों से काम कर रहे थे।
उसकी निशानदेही पर पुलिस ने उत्तम नगर निवासी 36 साल के सतीश को गिरफ्तार किया, जिसके पास से फर्जी टेम्पलेट और दस्तावेज संपादन सॉफ्टवेयर से भरा एक लैपटॉप बरामद हुआ। दरियागंज से उन्होंने मोहम्मद फिरोज को पकड़ा, जिसने अवैध आधार अपडेट के लिए जाली दस्तावेज तैयार करने की बात कबूल की। तोशिफ अभी भी फरार है और उसकी तलाश की जा रही है।कुल मिलाकर पुलिस ने तीन लैपटॉप और छह हार्ड डिस्क जब्त कीं।
अधिकारी ने बताया कि आरोपी पहले बर्थ सर्टिफिकेट, पैन कार्ड और मतदाता पहचान पत्र जैसे फर्जी सहायक दस्तावेज बनाते थे। फिर इनका इस्तेमाल असली ऑपरेटरों के क्लोन अंगूठे के निशान और आईरिस स्कैन के जरिए आधार रिकॉर्ड में डेटा को धोखाधड़ी से अपडेट करने के लिए किया जाता था। उन्होंने कहा कि इस संबंध में चांदनी महल थाने में एफआईआर दर्ज की गई है और मामले की आगे की जांच चल रही है।