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14 प्रदेशों में पुरुष मतदाताओं से आगे निकलीं महिलाएं, राष्ट्रीय स्तर पर अभी भी पीछे; देखें लिस्ट

  • राष्ट्रीय स्तर पर कुल महिला मतदाताओं की संख्या अभी भी पुरुष मतदाताओं से 2.33 करोड़ कम है। भारत के कुल 99 करोड़ से अधिक मतदाताओं में 50.7 करोड़ पुरुष और 48.3 करोड़ महिलाएं (48.8%) शामिल हैं।

Amit Kumar लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीThu, 9 Jan 2025 12:21 PM
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भारत के 14 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में महिलाओं की मतदाता संख्या ने पुरुषों को पीछे छोड़ दिया है। यह जानकारी 1 जनवरी 2025 को प्रकाशित अंतिम मतदाता सूची में सामने आई है। पिछले साल, जब 1 जनवरी 2024 को संदर्भ तिथि के साथ मतदाता सूची अपडेट की गई थी, तब ऐसे 12 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश थे जहां महिलाओं की संख्या पुरुषों से अधिक थी।

हालांकि, राष्ट्रीय स्तर पर कुल महिला मतदाताओं की संख्या अभी भी पुरुष मतदाताओं से 2.33 करोड़ कम है। भारत के कुल 99 करोड़ से अधिक मतदाताओं में 50.7 करोड़ पुरुष और 48.3 करोड़ महिलाएं (48.8%) शामिल हैं। तीसरे लिंग के मतदाताओं की संख्या 48,870 है, जिसमें तमिलनाडु (9,161), महाराष्ट्र (6,145), उत्तर प्रदेश (6,089) और कर्नाटक (5,095) शीर्ष पर हैं।

नए राज्यों की सूची में शामिल हुए असम, कर्नाटक और नागालैंड

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल जिन राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से अधिक हो गई है, उनमें असम, कर्नाटक और नागालैंड नए नाम हैं। हालांकि, चंडीगढ़ में स्थिति उलट गई है, जहां इस साल पुरुष मतदाता संख्या फिर से महिलाओं से अधिक हो गई है। चंडीगढ़ और नागालैंड की सूची अभी अस्थायी है क्योंकि इनकी अंतिम मतदाता सूची कुछ दिनों में प्रकाशित की जाएगी।

महिला मतदाताओं का नेतृत्व करने वाले राज्य और केंद्र शासित प्रदेश

इस साल जिन 14 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में महिला मतदाता संख्या पुरुषों से अधिक है, उनमें आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, असम, चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, पुडुचेरी, तमिलनाडु और तेलंगाना शामिल हैं। पिछले साल आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, गोवा, केरल, मणिपुर, मेघालय, मिज़ोरम, पुडुचेरी, तमिलनाडु और तेलंगाना इस सूची में शामिल थे।

लिंग अनुपात में सुधार के संकेत

देश के 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में से 22 में राष्ट्रीय औसत लिंग अनुपात 954 से अधिक दर्ज किया गया है। 14 राज्यों में तो यह अनुपात महिलाओं के पक्ष में है। हालांकि, दिल्ली (859), उत्तर प्रदेश (876) और हरियाणा (890) जैसे राज्य राष्ट्रीय औसत को नीचे खींचते हैं।

महिलाओं की प्रतिशत हिस्सेदारी

2025 की मतदाता सूची के अनुसार, पुडुचेरी में महिलाओं की हिस्सेदारी 53.2%, केरल और मणिपुर में 51.7%, मिज़ोरम में 51.6%, गोवा में 51.5%, और आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और तमिलनाडु में लगभग 51% है।

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2024 लोकसभा चुनाव में अधिक मतदान प्रतिशत

2024 के लोकसभा चुनाव में महिलाओं ने 65.8% मतदान किया था, जो पुरुषों के 65.6% के मतदान प्रतिशत से अधिक था। यह महिलाओं की बढ़ती राजनीतिक भागीदारी को दर्शाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह आंकड़े महिलाओं की बढ़ती जागरूकता और राजनीतिक भागीदारी की दिशा में एक सकारात्मक संकेत हैं। हालांकि, अभी भी राष्ट्रीय स्तर पर इस अंतर को कम करने की जरूरत है।

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