Hindi Newsदेश न्यूज़Who Are Four out of Six Indian Cardinals Who Will Vote For New Pope After Pope Francis Death

कौन हैं वो छह में से चार भारतीय कार्डिनल, जो नए पोप के चुनाव में देंगे वोट; दो क्यों रह जाएंगे वंचित?

पोप फ्रांसिस ने कहा था कि वह सेंट पीटर बेसिलिका या उसकी गुफा में नहीं, जहां ज्यादातर पोप को दफनाया गया है, बल्कि शहर के दूसरी ओर स्थित सेंट मेरी मेजर बेसिलिका में दफनाया जाना चाहते हैं।

Pramod Praveen लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीMon, 21 April 2025 07:28 PM
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कौन हैं वो छह में से चार भारतीय कार्डिनल, जो नए पोप के चुनाव में देंगे वोट; दो क्यों रह जाएंगे वंचित?

अपने विनम्र स्वभाव और गरीबों के प्रति हमेशा करूणा और दया का भाव रखने वाले दुनिया के सबसे बड़े ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस का आज निधन हो गया। वह 88 वर्ष के थे। उनके निधन के बाद अब सप्ताह भर चलने वाली वह प्रक्रिया शुरू हो गई, जिसमें लोग उनके अंतिम दर्शन कर सकेंगे। सबसे पहले, सेंट मार्टा चैपल में वेटिकन के अधिकारी और फिर सेंट पीटर्स में आम लोग उन्हें श्रद्धांजलि देंगे। इसके बाद, कार्डिनल्स कॉलेज के डीन कार्डिनल जियोवनी बैटिस्टा रे द्वारा उनका अंत्येष्टि कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा फिर नए पोप को चुनने के लिए एक बैठक होगी।

भारत में कुल कितने कार्डिनल?

22 जनवरी 2025 तक कॉन्क्लेव के नियमों के अनुसार, कॉलेज ऑफ कार्डिनल्स में फिलहाल 252 कॉर्डिनल्स हैं। इनमें से सिर्फ 138 ही फिलहाल निर्वाचक हैं क्योंकि जिन कार्डिनल्स की उम्र 80 साल या उससे ऊपर होती है, वे नए पोप के चुनाव प्रक्रिया से दूर रहते हैं। इस लिहाज से 252 कार्डिनल्स में से सिर्फ 138 ही वोट दे सकेंगे। भारत में फिलहाल छह कार्डिनल हैं, जिनमें से एक की उम्र 80 वर्ष है, जबकि दूसरे की उम्र 79 वर्ष है। बाकी चार कार्डिनल की उम्र 80 साल से कम है। इसलिए वही चारों कार्डिनल नए पोप के चुनाव में वोट दे सकेंगे।

वोट देने वाले चार कार्डिनल्स कौन?

भारत में जो चार कार्डिनल्स नए पोप का चुनाव करने में अहम भूमिका निभाएंगे, उनके नाम कार्डिनल फिलिप नेरी फेराओ, कार्डिनल क्लेमिस बेसिलियोस, कार्डिनल एंथनी पूला और कार्डिनल जॉर्ज जैकब कूवाकड है।

कार्डिनल फिलिप नेरी फेराओ

फिलिप नेरी फेराओ 72 साल के कार्डिनल हैं। वे गोवा और दमन के आर्कबिशप और ईस्ट इंडीज के सातवें संरक्षक हैं, जिन्होंने पारिवारिक मंत्रालय, अंतरधार्मिक संवाद और सामाजिक न्याय, विशेष रूप से प्रवासियों और जलवायु परिवर्तन पर ध्यान केंद्रित किया है। उन्हें 28 अक्टूबर, 1979 को पादरी नियुक्त किया गया था। इसके बाद 10 अप्रैल, 1994 को वह बिशप बनाए गए 27 अगस्त, 2022 को कार्डिनल्स कॉलेज में उनकी पदोन्नति हुई।

कार्डिनल क्लेमिस बेसिलियोस

क्लेमिस बेसिलियोस 64 वर्ष के हैं। इनका जन्म केरल के इसहाक थोट्टुमकल में हुआ है। वह फिलहाल सिरो-मलंकरा कैथोलिक चर्च के मेजर आर्कबिशप-कैथोलिकोस और त्रिवेंद्रम के मेजर आर्कबिशप के रूप में कार्यरत हैं। उन्हें 11 जून, 1986 को पादरी के रूप में नियुक्त किया गया था। इसके बाद 15 अगस्त, 2001 को बिशप नियुक्त किए गए और 24 नवंबर, 2012 को कार्डिनल्स कॉलेज में उनकी पदोन्नति की गई।

कार्डिनल एंथनी पूला

एंथनी पूला 63 साल के हैं। वह वे भारत के पहले दलित कार्डिनल हैं। वह एक ऐसे कार्डिनल हैं जो बच्चों को गरीबी से बाहर निकालने में मदद करने के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने इसी काम के लिए खुद को समर्पित कर दिया हैं। कार्डिनल्स कॉलेज में उनकी पदोन्नति जाति व्यवस्था की विसंगतियों को दूर करने की दिशा में एक बड़े कदम के रूप में देखा गया है।

कार्डिनल जॉर्ज जैकब कूवाकड

जॉर्ज जैकब कूवाकड 51 साल के सबसे युवा भारतीय कार्डिनल हैं। वह प्रशिक्षित वेटिकन राजनयिक हैं और केरल के सिरो मालाबार के आर्कबिशप हैं। उन्होंने 2021 में पोप फ्रांसिस की अंतकराष्ट्रीय यात्राओं का आयोजन किया था। इसी साल जनवरी 2025 में अंतरधार्मिक वार्ता के लिए प्रीफेक्ट के रूप में उनकी नियुक्ति हुई थी। इससे पहले उन्हें 24 जुलाई, 2004 को पादरी, 24 नवंबर, 2024 को बिशप और 7 दिसंबर, 2024 को कार्डिनल्स कॉलेज में पदोन्नत किया गया था।

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वे दो कार्डिनल कौन जो नहीं देंगे वोट?

इनके अलावा जो 80 साल या उससे ऊपर के दो कार्डिनल हैं, उनमें कार्डिनल ओसवाल्ड ग्रेसियस शामिल हैं, जिनकी उम्र 80 साल है। वह बॉम्बे के आर्कबिशप हैं। उन्हें 20 दिसंबर, 1970 को पादरी के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्होंने पोंटिफ़िकल अर्बनियाना विश्वविद्यालय से कैनन लॉ में डॉक्टरेट और पोंटिफ़िकल ग्रेगोरियन विश्वविद्यालय से न्यायशास्त्र में डिप्लोमा प्राप्त किया। उन्हें 16 सितंबर, 1997 को बिशप नियुक्त किया गया और 24 नवंबर, 2007 को कार्डिनल्स कॉलेज में पदोन्नत किया गया था।

इनके अलावा 80 साल के कार्डिनल जॉर्ज एलेनचेरी हैं जो दो दिन पहले ही यानी 19 अप्रैल को 80 साल के हुए हैं। इसलिए नए पोप को चुनाव से वंचित हो गए हैं। ये सिरो-मालाबार के लिए एर्नाकुलम-अंगामलही के मेजर आर्कबिशप एमेरिटस हैं। उन्हें 18 दिसंबर, 1972 को पादरी के रूप में नियुक्त किया गया था और 2 फरवरी, 1997 को बिशप नियुक्त किया गया था। बाद में इन्हें 18 फरवरी, 2012 को कार्डिनल्स कॉलेज में पदोन्नत किया गया था।

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