नीट पेपर लीक में CBI बड़ी सफलता, 2 लोगों को को पकड़ा, NTA के ट्रंक से ही की थी चोरी
गिरफ्तार लोगों में से एक पर आरोप है कि उसने ही नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी NTA के ट्रंक से पेपर चुराया था और फिर उसे लीक कर दिया गया। गिरफ्तार लोगों की पहचान पंकज कुमार और राजू सिंह के तौर पर हुई है।
नीट-यूजी पेपर लीक मामले में सीबीआई ने बड़ी सफलता हासिल की है। जांच एजेंसी ने मंगलवार को इस मामले से जुड़े दो लोगों को अरेस्ट किया है। इनमें से एक पर आरोप है कि उसने ही नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी NTA के ट्रंक से पेपर चुराया था और फिर उसे लीक कर दिया गया। गिरफ्तार लोगों की पहचान पंकज कुमार और राजू सिंह के तौर पर हुई है। पंकज कुमार पटना से पकड़ा गया है, जबकि राजू सिंह झारखंड के हजारीबाग का है। सीबीआई सूत्रों के अनुसार दोनों की पेपर को चुराने और फिर पेपर लीक कर पैसे कमाने में संलिप्तता पाई गई है।
सीबीआई सूत्रों का कहना है कि इन लोगों ने झारखंड के हजारीबाग में राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी के ट्रंक से कथित तौर पर प्रश्नपत्र चुराया था। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इन दो गिरफ्तारियों के साथ ही मेडिकल प्रवेश परीक्षा में लीक, पेपर के सर्कुलेशन और अन्य अनियमितताओं से संबंधित मामलों में गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की कुल संख्या अब 14 हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान जमशेदपुर के 2017 बैच के सिविल इंजीनियर पंकज कुमार उर्फ आदित्य को गिरफ्तार किया है, जिसने हजारीबाग में राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) के ट्रंक से नीट-यूजी का प्रश्नपत्र कथित तौर पर चुराया था।
उन्होंने बताया कि बोकारो के रहने वाले कुमार को पटना से गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि सीबीआई ने राजू सिंह नाम के एक अन्य व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया है जिसने कथित तौर पर कुमार को प्रश्नपत्र चुराने और गिरोह के अन्य सदस्यों को देने में मदद की थी। सिंह को हजारीबाग से गिरफ्तार किया गया। मेडिकल प्रवेश परीक्षा में कथित अनियमितताओं की जांच कर रही एजेंसी ने छह प्राथमिकी दर्ज की हैं। बिहार में दर्ज प्राथमिकी प्रश्नपत्र लीक होने से संबंधित है, जबकि गुजरात, राजस्थान और महाराष्ट्र में दर्ज शेष प्राथमिकी अभ्यर्थियों के स्थान पर परीक्षा देने और धोखाधड़ी से संबंधित हैं।
नीट-यूजी का आयोजन एनटीए द्वारा सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए किया जाता है। इस साल यह परीक्षा पांच मई को 571 शहरों के 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी, जिनमें 14 विदेशी शहर भी शामिल थे। इस परीक्षा में 23 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए थे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।