पेट्रोल बचाने के लिए जुगाड़ ली गलत तरकीब, बाल-बाल बची थी जान; PM मोदी ने बताया RSS का रोचक किस्सा
पीएम ने कहा कि वह साफ मानते हैं कि अनुभवों से ही जिंदगी ज्यादा से ज्यादा संवरती है। उन्होंने कहा कि यह उनका सौभाग्य रहा कि उन्होंने कभी भी कम्फर्ट जोन में जिंदगी नहीं बिताई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निखिल कामथ के साथ अपने पहले पॉडकास्ट इंटरव्यू में अपनी जिंदगी से जुड़े कई दिलचस्प वाकयों पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि वह बचपन में ही घर छोड़कर चले गए थे और बाद में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़ गए थे। उन्होंने बताया कि आदमी अपने ही जीवन में हर छोटी बड़ी गलती से सीखता है। उन्होंने अपनी एक गलती के बारे में बताया कि जब वह संघ के प्रचार-प्रसार के लिए काम कर रहे थे, तब RSS के एक बड़े नेता के साथ आदिवासी इलाके के दौरे पर थे। बकौल पीएम मोदी संघ ने उन दिनों एक सेकंड हैंड जीप खरीदी थी, जिसे खुद मोदी चला रहे थे।
पीएम मोदी ने बताया कि जब वह संघ के बड़े अधिकारी को लेकर आदिवासी और जंगली इलाके में पहाड़ों पर गए थे और जब लौट रहे थे, तब ढलान वाला रास्ता था। पीएम ने कहा कि तब उन्होंने ढलान को देखते हुए सोचा कि क्यों न गाड़ी को बंद करके पेट्रोल बचा लिया जाय। बकौल मोदी, उन्होंने जब जीप को बंद कर दिया तो गाड़ी बेकाबू होने लगी। चूंकि इंजन बंद था तो वह कंट्रोल में नहीं आ रही थी और बहुत तेज गति से नीचे ढलान पर जा रही थी। उन्होंने बताया कि उस दिन उनकी और संघ के उस बड़े नेता की जान बाल-बाल बची थी।
पीएम ने कहा कि मुझे इस बात का न तो आभास था और न ही कोई ज्ञान था कि गाड़ी बंद करने से मुसीबत आ जाएगी। उन्होंने कहा कि तब गाड़ी का ब्रेक लगाने पर भी संकट आ गया था। उन्होंने बताया कि जब गाड़ी अंसतुलित हो रही थी, तब उनके बगल में बैठे संघ पदाधिकारी को भी नहीं पता था कि उन्होंने ऐसा पाप किया है। पीएण ने कहा कि उस दिन हमने फिर तय किया कि इस तरह की गलती और पाप कभी नहीं करूंगा। हालांकि, पीएम ने कहा कि हाल के कुछ साल पहले संघ के उस वरिष्ठ नेता का निधन हो गया।
पीएम ने कहा कि वह साफ मानते हैं कि अनुभवों से ही जिंदगी ज्यादा से ज्यादा संवरती है। उन्होंने कहा कि यह उनका सौभाग्य रहा कि उन्होंने कभी भी कम्फर्ट जोन में जिंदगी नहीं बिताई। उन्होंने कहा कि आज भी वह कम्फर्ट जोन में रहना पसंद नहीं करते। उन्होंने कहा कि वह जिस जीवन को जीकर आए हैं, वह संकटों वाला रहा है और उससे वह हमेशा कुछ न कुछ सीखते रहे हैं और वह सभी उन्हें संतोष देता रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि जीवन में अधिकांश लोग विफल इसलिए होते हैं क्योंकि वह कम्फर्ट जोन के आदि हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि एक बड़े बिजनेसमैन को भी कम्फर्ट जोन से बाहर आकर रिस्क लेना ही पड़ता है।