चंद्रयान 2 के फेल होने पर क्या था पीएम मोदी का रिएक्शन; प्रधानमंत्री ने बताई पूरी कहानी
- Pm modi first podcast: प्रधानमंत्री मोदी ने पहले पॉडकास्ट में अपने जीवन से जुड़े कई किस्से बताए। चंद्रयान 2 के फेलियर के समय का किस्सा बताते हुए उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों का आत्मविश्वास हिला हुआ था लेकिन मैंने उनके आत्मविश्वास को बढ़ाया और अगला चंद्रयान 3 उनकी मेहनत की वजह से सफल हुआ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पहले पॉडकास्ट में चंद्रयान 2 मिशन के फेलियर से जुड़ा एक किस्सा सुनाया। पीएम ने कहा कि चंद्रयान 2 की लॉन्चिंग के समय पर जब मैं वहां पर जाना चाहता था तो कई लोगों ने मुझे ऐसा करने से रोका था। लोगों को चिंता थी कि यह रिस्की काम है। अगर फेल हुआ तो आपको अपयश लगेगा। उन्होंने मुझसे कहा कि आपको नहीं जाना चाहिए। इसकी संभावना कम होती है। कई देश इसमें 5 या 6 बार के प्रयास में सफल हुए हैं। पीएम ने कहा कि मैंने उनसे कहा कि मुझे अपयश की चिंता नहीं है। मैं वहां पर गया और वह फेल कर गया।
पीएम मोदी ने कहा कि जब वह फेल हो गया तो किसी की हिम्मत नहीं हो रही थी कि वो मुझे आकर बताएं। हालांकि जितनी मेरी टेक्नोलॉजी की समझ थी और वहां का माहौल जैसा बन रहा था, उससे मुझे समझ आ रहा था कि कुछ गड़बड़ है। थोड़ी देर बाद वहां के सीनियर मोस्ट अधिकारी ने मेरे पास आकर मुझसे कहा कि सर वो फेल कर गया है। तब मैंने उनसे बोला कि कोई बात नहीं आपने मेहनत की। इसके बाद मैं सभी से मिलकर वहां से निकल आया।
पीएम ने कहा कि हालांकि उस रात मुझे नींद नहीं आई। क्योंकि यह पूरे देश के लिए एक बड़ा सेटबैक था। लेकिन मैं सेटबैक से परेशान होकर रोने वाला इंसान नहीं हूं। रात में ही मैंने वहां पर मौजूद कर्मचारी को बुलाकर कहा कि अगर यह लोग थके न हो तो कल मैं इनसे मुलाकात करना चाहता हूं। अगले दिन सुबह सात बजे मैंने सभी वैज्ञानिकों के साथ चर्चा की। मैंने उनसे कहा कि अगर कोई फेलियर हुआ है तो उसकी जिम्मेदारी मेरी है। आप लोगों ने प्रयास किया है उसमें कोई कमी नहीं है। अगली बार फिर से प्रयास कीजिए हम जरूर सफल होंगे।
पीएम ने कहा कि इतना कहने के बाद मैं वहां से वापस आ गया लेकिन दुनिया ने देखा कि अगले प्रयास में हमारे वैज्ञानिकों ने चंद्रयान 3 को सफलतापूर्वक चंद्रमा के ऊपर उतार दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने कई और सवालों के भी जवाब दिए। उन्होंने कहा कि लोगों को कंफर्टजोन से बाहर निकलना चाहिए। कई लोग इसलिए भी विफल हो जाते हैं क्योंकि वह रिस्क नहीं लेते। एक बार अगर आप कंफर्टजोन के आदी हो तो फिर सफल होने की संभावना कम हो जाती है।