महाराष्ट्र में भाजपा की बंपर जीत के दो सूत्रधार, अमित शाह के भरोसेमंद ने बदल डाली तस्वीर
- भाजपा में दो नामों की चर्चा हो रही है और उन्हें इस बड़ी जीत का सूत्रधार भी माना जा रहा है। ये दो नेता हैं- महाराष्ट्र के प्रभारी भूपेंद्र यादव और सह-प्रभारी अश्विनी वैष्णव। दोनों केंद्रीय नेताओं को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लोकसभा चुनाव के बाद ही प्रभारी बनाया था।
महाराष्ट्र में भाजपा को बंपर जीत मिलती दिख रही है। अब तक के रुझानों में पार्टी 127 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि उसने 148 सीटों पर ही अपने कैंडिडेट उतारे थे। इस तरह भाजपा 84 फीसदी के स्ट्राइक रेट के साथ महाराष्ट्र की सत्ता के करीब पहुंचती दिख रही है। राज्य में बहुमत का आंकड़ा 145 का है और 127 सीटें जीतने की स्थिति में उसे 18 अन्य विधायकों की ही जरूरत होगी। भाजपा ने इस बड़ी जीत के साथ ही महाराष्ट्र में अपनी ताकत तो बढ़ाई ही है बल्कि गठबंधन के अंदर भी अपनी पकड़ को कहीं ज्यादा मजबूत कर लिया है।
माना जा रहा है कि अब वह अपना ही सीएम आसानी से बना लेगी। इसके लिए वह अजित पवार और एकनाथ शिंदे के दबाव में भी नहीं आएगी। इस बीच भाजपा में दो नामों की चर्चा हो रही है और उन्हें इस बड़ी जीत का सूत्रधार भी माना जा रहा है। ये दो नेता हैं- महाराष्ट्र के प्रभारी भूपेंद्र यादव और सह-प्रभारी अश्विनी वैष्णव। दोनों केंद्रीय नेताओं को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लोकसभा चुनाव के बाद ही प्रभारी बनाया था। लोकसभा चुनाव में भाजपा को राज्य की 48 में से 9 सीटों पर ही जीत मिली थी। ऐसे में यहां पर फिर से संगठन को मजबूत करना और चुनावी राजनीति में जीत हासिल करना एक चैलेंज था।
इस चैलेंज को भूपेंद्र यादव और अश्विनी वैष्णव ने पूरा करके दिखाया। भूपेंद्र यादव को होम मिनिस्टर अमित शाह का भी करीबी नेता माना जाता है। वह लंबे समय तक बिहार में भी प्रभारी रहे हैं। राजस्थान से आने वाले भूपेंद्र यादव भाजपा के संगठन में भी काफी मजबूत हैं और उनकी राजस्थान, यूपी, बिहार समेत कई राज्यों में अच्छी पकड़ रही है। ऐसा पहली बार है, जब उन्होंने महाराष्ट्र जैसे पश्चिमी राज्य की कमान संभाली और पार्टी को जीत दिलाई। इस जीत से भूपेंद्र यादव का भी कद बढ़ने की संभावनाएं हैं। हालांकि भाजपा को झारखंड में झटका लगा है और इससे शिवराज सिंह चौहान एवं असम के सीएम हिमंत हिस्वा सरमा को भी झटका लगेगा, जो वहां चुनाव के प्रभारी थे।