SC से बेहतर तो निचली अदालतें, आप ही कुछ कीजिए; कपिल सिब्बल से क्यों बोलीं जस्टिस बेला त्रिवेदी
जस्टिस बेला और जस्टिस शर्मा दोनों ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट से बेहतर सिस्टम तो हाई कोर्ट्स और जिला अदालतों में मौजूद हैं। जस्टिस शर्मा ने ये भी कहा कि दिल्ली हाई कोर्ट में यहां से बेहतर व्यवस्था है।
सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस बेला एम.त्रिवेदी और जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा की पीठ आज (बुधवार, 16 अक्तूबर) दिवालियापन मामले की सुनवाई कर रही थी। इस दौरान जस्टिस बेला त्रिवेदी ने केस रिकॉर्ड को सुव्यवस्थित नहीं किए जाने पर गहरी चिंता और नाराजगी जताई। वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल उस उस केस की पैरवी कर रहे थे। इस दौरान जस्टिस त्रिवेदी ने सिब्बल से केस रिकॉर्ड को लेकर जूझ रहीं कुछ समस्याओं का जिक्र किया और मौखिक रूप से टिप्पणी करते हुए कहा कि सिब्बल ही इस मामले में कुछ कर सकते हैं।
लाइव लॉ की रिपोर्ट के मुताबिक, जस्टिस बेला त्रिवेदी ने कहा, "मिस्टर सिब्बल आप सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) के अध्यक्ष हैं। केस फाइलिंग और फाइलों की व्यवस्था और अन्य चीजों को सुव्यवस्थित करने के लिए आप प्लीज कुछ करें। यह वास्तव में समय की बर्बादी है। इसमें बहुत वक्त बर्बाद हो रहा है।"
जस्टिस बेला त्रिवेदी ने समस्या के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि भले ही किसी भी मामले में पक्षकार सुविधा संकलन देते हों, लेकिन इसमें जरूरी चीजें ढूंढ़ पाना और उसे नेविगेट करना मुश्किल हो जाता है क्योंकि संलग्नक में बहुत सारी फाइलें लगी होती हैं। इस पर कपिल सिब्बल ने जवाब देते हुए कहा कि यह सिस्टम की गलती है, जिसमें हमारा सिस्टम भी शामिल है। इस पर जस्टिस बेला ने और स्पष्ट करते हुए कहा,"वास्तविकता में यहां कोई सिस्टम है ही नहीं और हर कोई जो चाहता है, वैसा ही करता है।"
जस्टिस बेला और जस्टिस शर्मा दोनों ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट से बेहतर सिस्टम तो हाई कोर्ट्स और जिला अदालतों में मौजूद हैं। जस्टिस शर्मा ने ये भी कहा कि दिल्ली हाई कोर्ट में यहां से बेहतर व्यवस्था है। जस्टिस बेला ने कहा, "न्यायालयों को इससे निपटने के लिए न्यायिक आदेश पारित करने के लिए बाध्य होना पड़ता है। इसलिए इस बारे में कुछ करने की आवश्यकता है। आप ही कुछ कीजिए।" इस पर सिब्बल ने आश्वासन दिया कि वह एससीबीए की अगली बैठक में इस मुद्दे को उठाएंगे और कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि "सार्वजनिक समय" बचाया जाना चाहिए।