कन्नड़ एक्टर दर्शन को बेल्लारी जेल किया जा सकता है शिफ्ट, वायरल फोटो से मच गया था हड़कंप
- मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, ‘दर्शन के मामले में हमने जांच करने को कहा है। कारागार के मुख्य अधीक्षक सहित 9 लोगों को निलंबित किया गया है। अगर जांच के दौरान किसी और को भी निलंबित करना होगा तो हम करेंगे।’
कर्नाटक के चर्चित रेणुकास्वामी हत्या मामले में बेंगलुरु स्थित परप्पना अग्रहारा केंद्रीय कारागार में कन्नड़ एक्टर दर्शन थुगुदीपा बंद हैं। अब उन्हें दूसरी जेल में शिफ्ट किया जा सकता है। मुख्यमंत्री और गृह मंत्री दोनों ने मंगलवार को इस तरह का संकेत दिया। उन्होंने कहा कि अधिकारी इस तरह के निर्णय लेने की प्रक्रिया में हैं। दर्शन को एक अपराधी समेत 3 अन्य लोगों के साथ जेल परिसर में कुर्सी पर बैठे देखा गया। वायरल तस्वीर में वह हाथ में कॉफी का मग लेकर धूम्रपान करते नजर आए। इसके बाद से ही विवाद पैदा हो गया।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, ‘दर्शन के मामले में हमने जांच करने को कहा है। कारागार के मुख्य अधीक्षक सहित 9 लोगों को निलंबित किया गया है। अगर जांच के दौरान किसी और को भी निलंबित करना होगा तो हम करेंगे।’ सीएम ने कहा कि जांच रिपोर्ट के आधार पर अगर दर्शन और अन्य को कहीं और भेजना होगा तो हम उन्हें भेजेंगे। उनसे पूछा गया कि क्या दर्शन को बेल्लारी कारागार में शिप्ट किया जाएगा? इस पर उन्होंने कहा कि उन्हें कहां भेजना है, इसका फैसला पुलिस करेगी।
जेल अधिकारी विचार-विमर्श के बाद लेंगे फैसला
गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के एक अधिकारी को राज्य की जेलों में सभी व्यवस्थाओं की समीक्षा के लिए नियुक्त किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार दर्शन को किसी दूसरी जेल में स्थानांतरित करने पर फैसला नहीं ले सकती है। परमेश्वर ने एक सवाल के जवाब में पत्रकारों से कहा, ‘जेल प्राधिकारी अदालत और अन्य अधिकारियों से विचार-विमर्श कर इस पर फैसला लेंगे। सरकार इस पर फैसला नहीं लेती है। कुछ नियम हैं क्योंकि दर्शन और अन्य सह-आरोपी विचाराधीन कैदी हैं। इसके आधार पर फैसला लिया जाएगा। यह पूछने पर कि प्राधिकारी कब तक फैसला लेंगे, उन्होंने कहा कि वे आने वाले कुछ दिनों में फैसला लेंगे।
सीसीटीवी कैमरों में दर्ज अलग-अलग घटनाएं
बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त बी दयानंद ने कहा कि पुलिस ने दर्शन और अन्य आरोपियों को परप्पना अग्रहारा जेल से दूसरी जेलों में स्थानांतरित करने का अनुरोध किया है। जेल में कुछ चूक पाए जाने को स्वीकार करते हुए परमेश्वर ने कहा कि कैदियों को एक बैरक से दूसरे बैरक में जाने की अनुमति दी गई। यह सीसीटीवी कैमरों में दर्ज है। इसलिए जेल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। मंत्री ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। भारतीय पुलिस सेवा के एक अधिकारी को भी नियुक्त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अधिकारी की जांच के नतीजों के आधार पर हम कुछ स्थायी समाधान निकालेंगे।
कारागार सुधार को लेकर रिपोर्ट पहले ही तैयार
परमेश्वर ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि पूर्व में कारागार सुधार को रिपोर्ट सौंपी गई थी। राष्ट्रीय स्तर पर भी पुलिस और कारागार सुधार को लेकर रिपोर्ट तैयार की गई है जो मनमोहन सिंह सरकार के समय जमा की गई थी। उन्होंने कहा कि उनपर विचार कर जरूरी कदम उठाया जाएगा। पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना जैसे कई अन्य हाई-प्रोफाइल कैदियों को कथित तौर पर शाही सुविधाएं दिए जाने के बारे में भी सवाल हुआ। इस पर परमेश्वर ने कहा कि दर्शन की घटना के बाद जेल में सभी व्यवस्थाओं की समीक्षा की जाएगी। इसके लिए भारतीय पुलिस सेवा के एक अधिकारी नियुक्त किया गया है।