2025 के बजट सत्र तक बढ़ाया जाय वक्फ बिल पर JPC का कार्यकाल, लोकसभा स्पीकर का क्या जवाब
भाजपा सांसद और समिति की सदस्य अपराजिता सारंगी ने बुधवार शाम बताया कि वक्फ विधेयक में प्रस्तावित बदलावों का अध्ययन कर रही संयुक्त संसदीय समिति ने अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से अगले साल के बजट सत्र के अंतिम दिन तक का समय मांगा है।
वक्फ (संशोधन) विधेयक पर विचार कर रही संयुक्त संसदीय समिति (JPC) के अध्यक्ष जगदम्बिका पाल ने कहा है कि समिति की सर्वसम्मति से यह राय है कि इसका कार्यकाल अगले साल बजट सत्र के आखिरी दिन तक बढ़ाया जाना चाहिए। JPC ने इस रायशुमारी के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से 2025 के बजट सत्र के आखिरी दिन तक सदन में अपनी रिपोर्ट जमा करने का समय बढ़ाने का अनुरोध किया है। भाजपा सांसद और समिति की सदस्य अपराजिता सारंगी ने बुधवार शाम बताया कि वक्फ विधेयक में प्रस्तावित बदलावों का अध्ययन कर रही संयुक्त संसदीय समिति ने अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से अगले साल के बजट सत्र के अंतिम दिन तक का समय मांगा है।
दूसरी तरफ समिति की बैठक में विपक्षी दलों का वॉकआउट जारी है। बुधवार को भी इस समिति में शामिल विपक्षी सदस्य यह आरोप लगाते हुए बैठक से बाहर निकल गए कि इसकी प्रक्रिया मजाक बनकर रह गई है। हालांकि, वे इसका संकेत मिलने पर एक घंटे बाद बैठक में वापस लौट आए कि समिति अध्यक्ष जगदम्बिका पाल कार्यकाल विस्तार की मांग करेंगे। बैठक से बाहर निकलते हुए डीएमके सांसद और वक्फ जेपीसी के सदस्य ए राजा ने बताया कि स्पीकर ने कल सदन में प्रस्ताव लाने की बात स्वीकार कर ली है कि जेपीसी का कार्यकाल अगले बजट सत्र के लिए बढ़ा दिया जाएगा। बता दें कि लोकसभा ने पहले समिति को सोमवार से शुरू हुए संसद के शीतकालीन सत्र के पहले सप्ताह के आखिरी दिन तक अपनी रिपोर्ट सौंपने को कहा था।
इससे पहले, कांग्रेस के गौरव गोगोई, डीएमके के ए. राजा, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह और तृणमूल कांग्रेस के कल्याण बनर्जी ने समिति के अध्यक्ष जगदम्बिका पाल के आचरण का विरोध किया और आरोप लगाया कि वह उचित प्रक्रिया पूरी किए बिना 29 नवंबर की समय सीमा तक इसकी कार्यवाही पूरी करने के इच्छुक हैं।
गोगोई ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संकेत दिया था कि समिति का कार्यकाल बढ़ाया जा सकता है, लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि कोई ‘‘बड़ा मंत्री’’ पाल को निर्देशित कर रहा है। तृणमूल सांसद बनर्जी ने कहा, ‘‘यह एक मजाक है।’’ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के सांसद वी विजयसाई रेड्डी ने कहा कि भाजपा के साथ गठबंधन नहीं करने वाले सभी दल समिति का कार्यकाल विस्तार चाहते थे, लेकिन पाल ने अपना काम पूरा करने का आह्वान किया, ताकि रिपोर्ट 29 नवंबर को लोकसभा में पेश की जा सके। हालांकि अब सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों तरफ से सदस्यों ने समिति का कार्याकल विस्तार करने पर सहमति जता दी है। इस पर लोकसभा अध्यक्ष को फैसला करना है।