सऊदी से आई खुशखबरी! भारत का हज कोटा बढ़ा, निजी ऑपरेटरों को भी राहत
- मंत्रालय ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि भारत सरकार भारतीय मुसलमानों के लिए हज यात्रा को सुविधाजनक बनाने को उच्च प्राथमिकता देती है।

भारत सरकार ने हज यात्रा 2025 के लिए हज कोटा बढ़ाए जाने की घोषणा की है। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के अनुसार, सऊदी अरब की सरकार के साथ हुए समझौते के तहत भारत का हज कोटा इस साल 175,025 निर्धारित किया गया है, जो पिछले साल 2024 के 170,000 की तुलना में वृद्धि दर्शाता है। यह वृद्धि सरकार के निरंतर प्रयासों का परिणाम है, जिसका उद्देश्य भारतीय मुसलमानों के लिए हज यात्रा को और सुगम बनाना है।
सभी तैयारियां पूरी हुईं
मंत्रालय ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि भारत सरकार भारतीय मुसलमानों के लिए हज यात्रा को सुविधाजनक बनाने को उच्च प्राथमिकता देती है। इसमें कहा गया है कि अल्पसंख्यक मामलों का मंत्रालय (MoMA) भारतीय हज समिति के माध्यम से मुख्य कोटे के तहत चालू वर्ष में 122,518 तीर्थयात्रियों के लिए व्यवस्था कर रहा है। सरकार की 2025 की हज नीति के अनुसार, भारत को आवंटित कुल हज यात्रियों के कोटे में से 70 प्रतिशत को भारतीय हज समिति द्वारा संभाला जाएगा, जबकि शेष को निजी हज समूह आयोजकों को आवंटित किया जाएगा। सऊदी दिशा-निर्देशों के अनुसार सभी आवश्यक तैयारियां - उड़ानें, परिवहन, मीना शिविर, आवास और सेवाएं - पूरी कर ली गई हैं।
यहां चूक गए निजी ऑपरेटर
बयान में आगे कहा गया है कि शेष कोटा (करीब 52507) निजी टूर ऑपरेटरों को आवंटित किया गया। सऊदी अरब के नए मानदंडों के कारण, मंत्रालय ने 800 से अधिक ऑपरेटरों को 26 संयुक्त हज समूह ऑपरेटरों (CHGO) में रखा है और उन्हें पहले से ही कोटा आवंटित किया। हालांकि, सीएचजीओ महत्वपूर्ण सऊदी समय-सीमाओं को पूरा करने में विफल रहे और बार-बार याद दिलाने के बावजूद मीना शिविरों, आवास और परिवहन के लिए आवश्यक अनुबंधों को अंतिम रूप नहीं दे सके।
मंत्रालय ने कहा, "भारत सरकार ने सऊदी अधिकारियों के साथ कई स्तरों पर बातचीत की, जिसमें मंत्री स्तर पर भी बातचीत शामिल है। सऊदी हज मंत्रालय ने तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के बारे में चिंता जताई, खास तौर पर मीना में, क्योंकि यहां बहुत गर्मी है और जगह भी सीमित है। सऊदी पक्ष ने बताया कि देरी के कारण मीना स्थान पर पहले ही कब्जा हो चुका है और इस वर्ष किसी भी देश को समय सीमा में कोई विस्तार नहीं दिया जाएगा।"
हालांकि सरकार के हस्तक्षेप के कारण, सऊदी हज मंत्रालय ने मीना में वर्तमान उपलब्धता के आधार पर 10,000 तीर्थयात्रियों को समायोजित करने के लिए सीएचजीओ के लिए हज (नुसुक) पोर्टल को फिर से खोलने पर सहमति व्यक्त की है। मंत्रालय ने सीएचजीओ को बिना किसी देरी के अपनी प्रक्रिया पूरी करने के लिए तत्काल निर्देश जारी किए हैं।
यह घटनाक्रम उस रिपोर्ट के बाद सामने आया है, जिसमें कहा गया था कि सऊदी अरब द्वारा मीना में निजी टूर ऑपरेटरों को आवंटित किए गए क्षेत्रों को रद्द करने के बाद लगभग 52,000 भारतीय हज यात्रियों का भाग्य अनिश्चित लग रहा है।
क्या है ताजा अपडेट?
कोटा में वृद्धि: मंत्रालय ने बताया कि 2014 में भारत का हज कोटा 136,020 था, जो अब 2025 में बढ़कर 175,025 हो गया है। इस वृद्धि से अधिक भारतीय मुसलमानों को हज यात्रा का अवसर मिलेगा।
निजी ऑपरेटरों का हिस्सा: कुल कोटे का 30% (लगभग 52,508) निजी हज ऑपरेटरों के लिए आवंटित किया गया है, जो पिछले साल के 20% से अधिक है।
मीना जोन की चुनौतियां: हाल ही में सऊदी अरब द्वारा मीना क्षेत्र में कुछ जोन रद्द करने के कारण लगभग 52,000 तीर्थयात्रियों को लॉजिस्टिक संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, यह कोटा कटौती नहीं है, बल्कि तकनीकी और प्रबंधन संबंधी मुद्दों का परिणाम है।
सरकारी प्रयास: विदेश मंत्री एस. जयशंकर और अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू के नेतृत्व में भारत सरकार ने सऊदी अधिकारियों के साथ बातचीत कर कोटा बढ़ाने और यात्रा व्यवस्था को बेहतर बनाने पर जोर दिया है।
हज कमेटी की भूमिका
भारत की हज कमेटी तीर्थयात्रियों के लिए आवास, परिवहन और अन्य सुविधाओं का प्रबंधन करती है। सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया है कि हज यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण और अन्य प्रक्रियाएं पारदर्शी और सुगम रहें। कोटा वृद्धि के साथ, कमेटी को उम्मीद है कि अधिक लोग इस पवित्र यात्रा का हिस्सा बन सकेंगे।