अब राजनीति छोड़ो, कई बागी तो हार गए हैं; उद्धव ठाकरे ने शिंदे को याद दिलाया वादा, छापी लिस्ट
- उद्धव सेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' में लिखा कि आपके साथ बागी हुए कई नेता हार गए हैं। आपने कहा था कि चुनाव में यदि कोई भी बागी हारा तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। क्या आप अब राजनीति छोड़ेंगे? इसके साथ ही सामना में उन नेताओं की लिस्ट छापी गई है, जो 2022 में बागी हुए थे, लेकिन चुनाव में पराजित हो गए।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद भी उद्धव ठाकरे सेना ने एकनाथ शिंदे गुट पर हमला बोला है। उद्धव सेना ने ऐसे कई उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है, जो एकनाथ शिंदे सेना की ओर से लड़े थे, लेकिन चुनाव में हार गए। उद्धव सेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' में लिखा कि आपके साथ बागी हुए कई नेता हार गए हैं। आपने कहा था कि चुनाव में यदि कोई भी बागी हारा तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। क्या आप अब राजनीति छोड़ेंगे? इसके साथ ही सामना में उन नेताओं की लिस्ट छापी गई है, जो 2022 में बागी हुए थे, लेकिन चुनाव में पराजित हो गए।
शिवसेना उद्धव ठाकरे ने शिंदे को याद दिलाया कि 2022 में गुवाहाटी में उनके साथ मौजूद 40 विधायकों में से पांच को हालिया विधानसभा चुनावों में हार का सामना करना पड़ा है। शिवसेना (यूबीटी) ने अपने लेख में कहा कि सदा सरवणकर को माहिम से, यामिनी जाधव को भायखला से, शाहजी बापू पाटिल को संगोला से, संजय रायमूलकर को मेहकर से और ज्ञानराज चौगुले को उमरगा से हार का सामना करना पड़ा था। जून 2022 में, महा विकास आघाडी में मंत्री शिंदे ने ठाकरे के खिलाफ 40 विधायकों के साथ विद्रोह कर दिया था। विद्रोही पहले गुजरात के सूरत गए और फिर असम के गुवाहाटी चले गए थे।
विद्रोह के कारण ठाकरे सरकार गिर गई थी, जिसके बाद शिंदे भाजपा के समर्थन से मुख्यमंत्री बने थे। महाराष्ट्र में 288-सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में महायुति गठबंधन ने 230 सीट जीतकर सत्ता बरकरार रखी। चुनाव परिणाम शनिवार को घोषित किए गए। महायुति गठबंधन में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना और उपमुख्यमंत्री अजित पवार की एनसीपी भी शामिल है।
विपक्षी महा विकास आघाडी गठबंधन सिर्फ 46 सीट ही जीत सका। एमवीए में कांग्रेस, एनसीपी-एसपी और उद्धव सेना शामिल हैं। भाजपा को 132 सीट मिलीं, शिवसेना को 57, जबकि राकांपा को 41 सीट मिलीं। एमवीए में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-शरदचंद्र पवार के उम्मीदवारों ने 10 सीट जीतीं, कांग्रेस ने 16 सीट जीतीं, जबकि शिवसेना (उबाठा) ने 20 सीट पर जीत दर्ज की।