प्रेग्नेंसी का महिलाओं के दिमाग पर होता है गहरा असर, रिसर्च में सामने आई ये बात
New Study On Pregnancy Brain: प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं का भूलना या पोस्टपार्टम डिप्रेशन यूं हीं नहीं होता। नई रिसर्च के मुताबिक प्रेग्नेंसी के दौरान दिमाग के स्ट्रक्चर में बदलाव होते हैं।
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प्रेग्नेंसी के बाद पोस्टपार्टम डिप्रेशन, प्रेग्नेंसी के दौरान चीजों को भूलना ये सारी दिक्कतें काफी सारी महिलाओं को परेशान करती है। जिसे लेकर लोगों में अक्सर कंफ्यूज होता है। कि क्या ये सच में होता है या फिर यूं ही महिलाएं परेशान होती हैं। लेकिन स्पेन की एक नई रिसर्च में दावा किया गया है कि प्रेग्नेंसी की वजह से महिलाओं के दिमाग की संरचना पर असर पड़ता है और कई बदलाव देखने को मिलते हैं। जो प्रेग्नेंसी के दौरान और बाद में होने वाले दिमाग से जुड़ी दिक्कतों से रिलेट करते हैं।
नई रिसर्च में सामने आई ये बाद
महिलाओं में प्रेग्नेंसी और डिलीवरी के दौरान कई सारे शारीरिक बदलाव देखने को मिलते हैं। लेकिन ये बदलाव केवल फिजिकल नहीं होते बल्कि इनका कनेक्शन दिमाग तक होता है। नेचर कम्यूनिकेशन में पब्लिश स्टडी के मुताबिक दिमाग में पाए जाने वाले यू शेप ग्रे मैटर के वॉल्यूम में प्रेग्नेंसी के आखिरी दिनों में कमी हो जाती है। जो डिलीवरी के 6 महीने के बाद कुछ पार्ट तक नॉर्मल होती है। प्रेग्नेंट वुमन के दिमाग में होने वाले ये बदलाव की वजह हार्मोनल उतार-चढ़ाव होते हैं। जो मां बनने की साइकोलॉजी और बच्चे के साथ अटैचमेंट के लिए होती है। प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाले ये बदलाव महिलाओं की सोशल और इमोशनल समझ पर भी असर डालते हैं।
क्या कहती है रिसर्च
मदरहुड न्यूरोबायोलॉजिकल और साइकोलॉजिकल बदलाव को ट्रिगर करता है। लेकिन हैरानी की बात है कि इस बारे में किसी तरह की स्टडी नहीं की गई है। रिसर्चर ने 127 फर्स्ट टाइम मां बन रही महिलाओं पर रिसर्च किया। इनके ब्रेन को प्री कॉन्सेप्शन से लेकर डिलीवरी के 6 महीने तक 5 मैग्नेटिक इमेंजिग सेसन से होकर गुजरना पड़ा। जिसमे पहला प्रेग्नेंसी के पहले फिर 18 हफ्ते पर और फिर 34वें हफ्ते पर किया गया। इसके साथ ही बच्चे के जन्म के बाद और फिर 6 महीने बाद किया गया। इससे रिसर्चर को महिलाओं के प्री प्रेग्नेंसी से लेकर पोस्टपार्टम तक के ब्रेन का स्ट्रक्चर मिल गया। जिसे कंपेयर करके स्टडी की गई। इमेजिंग डेटा स्टडी ग्रे मैटर वॉल्यूम पर केंद्रित है। जो संरचनात्मक मस्तिष्क परिवर्तनों का एक खास संकेतक है। रिसर्चर ने पाया कि प्रेग्नेंट महिला के दिमाग में ये ग्रे मैटर प्रेग्नेंसी के आखिरी में महीनों में कम हो जाता है और बच्चे के जन्म के कुछ समय बाद रिकवर होने लगता है। सबसे खास बात कि ये बदलाव प्रेग्नेंट महिलाओं के दिमाग में देखने को मिला। जबकि बिना बच्चों वाली महिलाओं या फिर जो महिलाएं प्रेग्नेंट नहीं है उनके दिमाग में ऐसा कोई बदलाव देखने को नहीं मिला।
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