Hindi Newsझारखंड न्यूज़retired coal company officer kept under digital arrest in ranchi for 11 days duped of 2 27 crore

रिटायर अधिकारी को 11 दिन रखा डिजिटल अरेस्ट, ट्राई अधिकारी बन ठगे 2.27 करोड़; कब कितने पैसे किए ट्रांसफर

Digital Arrest: रांची के बरियातू निवासी सेवानिवृत्त कोयला कंपनी के अधिकारी को 11 दिन डिजिटल अरेस्ट कर साइबर अपराधियों ने 2.27 करोड़ रुपये की ठगी कर ली। ठगी की राशि में उनकी पत्नी के नाम जमा राशि भी है।

Sneha Baluni हिन्दुस्तान, रांची। शुभम किशोरTue, 14 Jan 2025 08:31 AM
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Digital Arrest: रांची के बरियातू निवासी सेवानिवृत्त कोयला कंपनी के अधिकारी को 11 दिन डिजिटल अरेस्ट कर साइबर अपराधियों ने 2.27 करोड़ रुपये की ठगी कर ली। ठगी की राशि में उनकी पत्नी के नाम जमा राशि भी है। भुक्तभोगी ने मामले की शिकायत सीआईडी के साइबर थाने और साइबर क्राइम कंट्रोल नंबर 1930 पर की है। साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।

दर्ज प्राथमिकी में भुक्तभोगी ने कहा है कि 10 दिसंबर 2024 को उनके निजी मोबाइल नंबर पर एक अनजान कॉल आया। उधर से फोन करने वाले ने अपना नाम अभिराज शुक्ला बताया। कहा कि वह ट्राई का अधिकारी है। इसके बाद जनता को अवैध विज्ञापन और भ्रामक संदेश भेजने की कंप्लेन मिलने की बात कहकर झांसे में लिया। उन्हें अपने गिरोह के साथियों से वीडियो कॉल के जरिए जोड़ मानसिक रूप से तोड़ दिया। साथ ही मोबाइल कैमरे के सामने रहते हुए 10 दिसंबर से 20 दिसंबर के दौरान आठ बार में अलग-अलग बैंक खाते में 2.27 करोड़ रुपये ट्रांसफर कराए।

इस गिरोह में एक महिला भी शामिल थी, जिसने अपना नाम पूनम गुप्ता बताया और यह भी कहा कि वह दिल्ली क्राइम ब्रांच की अधिकारी है। भुक्तभोगी कोल अफसर ने यह भी बताया कि इस ठगी में उनकी जिंदगीभर की जमा पूंजी चली गई। जब उन्हें ठगी का अहसास हुआ तो उन्होंने ठग के मोबाइल नंबर पर कॉल किया, लेकिन किसी ने रिसीव नहीं किया। बाद में उनके नंबर को ब्लॉक कर दिया गया।

ट्राई और आईपीएस बन किया डिजिटल अरेस्ट

पीड़ित ने पुलिस को दी जानकारी में बताया कि बीते 10 दिसंबर को उनके मोबाइल पर एक कॉल आया। सामने वाले व्यक्ति ने खुद को ट्राई का अधिकारी बताया। उसने कहा कि उनके खिलाफ उनके रजिस्टर्ड नंबर और उनके लोकेशन (जो दिल्ली बताया गया था) पर कंप्लेन है। उस नंबर से जनता को अवैध विज्ञापन और भ्रामक संदेश भेजने का आरोप लगाया। पीड़ित ने जब उस नंबर और लोकेशन को गलत बताया तो उन्हें अरेस्ट करने की धमकी दी जाने लगी। पीड़ित को डरा देख ठग ने मदद का भरोसा दिलाते हुए साइबर क्राइम ब्रांच दिल्ली में फोन ट्रांसफर करने कि बात कही। क्राइम ब्रांच दिल्ली का अधिकारी बन पूनम गुप्ता ने पीड़ित को डराकर, घर में मोबाइल कैमरा के सामने रहने को कहा।

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कब-कहां कितने पैसे किए ट्रांसफर

● 11 दिसंबर - 30 लाख - धीरज पांडे (बैंक ऑफ महाराष्ट्र)

● 11 दिसंबर - 20 लाख - कमलेश चौधरी ( स्मॉल फाइनेंस बैंक)

● 17 दिसंबर - 33 लाख - प्रदीप जमुलकर ( बैंक ऑफ महाराष्ट्र)

● 17 दिसंबर - 35 लाख - पायल श्रीकांता (आरबीएल बैंक)

● 17 दिसंबर - 30 लाख - परमार मेहुल (बैंक ऑफ महाराष्ट्र)

● 18 दिसंबर - 33 लाख - योगेश श्रीकृष्णा (बैंक ऑफ महाराष्ट्र)

● 18 दिसंबर - 30 लाख - सुमित डे ( बैंक ऑफ महाराष्ट्र)

● 18 दिसंबर - 16.50 लाख - थंगराज के (यूको बैंक)

कैसे बरतें सावधानी

1. अज्ञात नंबरों के कॉल न उठाएं: खासकर अगर वे सरकारी एजेंसियों से होने का दावा करते हैं।

2. व्यक्तिगत जानकारी शेयर न करें: जैसे बैंक खाता नंबर, क्रेडिट कार्ड की जानकारी या पासवर्ड।

3. शांत रहें: घबराएं नहीं। अगर आप दबाव महसूस करते हैं, तो कॉल काट दें।

4. साइबर पुलिस को सूचित करें और तुरंत 1930 पर शिकायत दर्ज कराएं।

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