साइबर फ्रॉड में जामताड़ा नहीं ये शहर ठगी में नंबर वन, जाने झारखंड राज्य का हाल
- साइबर ठगी के मामले दिनों दिन बढ़ते जा रहे हैं। एजेंसियों ने बीते छह साल में जामताड़ा से अधिक साइबर अपराध के मामले अन्य शहर में दर्ज किए हैं। राज्य की राजधानी रांची का और भी बुरा हाल है, जानिए डिटेल।
साइबर ठगी के मामले दिनों दिन बढ़ते जा रहे हैं। एजेंसियों ने बीते छह साल में जामताड़ा से अधिक जमशेदपुर में साइबर अपराध के मामले दर्ज किए हैं। आंकड़े बताते हैं कि जमशेदपुर की स्थिति साइबर ठगी के लिए मशहूर जामताड़ा से भी खराब है। वहीं, राज्य की राजधानी रांची साइबर अपराध में अव्वल है, जहां 3000 से भी अधिक मामले दर्ज किए गए हैं।
2019 से लेकर 2024 तक जामताड़ा में 438 तो जमशेदपुर में 485 मामले दर्ज किए गए। इसी तरह रांची में 3000 से अधिक मामले सामने आए। धनबाद में 616 मामले रिपोर्ट किए गए हैं। देवघर में 491, हजारीबाग में 435, गिरिडीह में 389, रामगढ़ में 283, पलामू में 279, लातेहार में 264, सरायकेला में 230, बोकारो में 200, दुमका में 201, गोड्डा में 199, चतरा में 194, गढ़वा में 140, चाईबासा में 150, गुमला में 106, पाकुड़ में 95, साहिबगंज में 97, कोडरमा में 98, लोहरदगा में 85, खूंटी में 76 और सिमडेगा में 60 मामले दर्ज किए गए हैं। सिमडेगा सबसे कम साइबर ठगी की घटना हुई है।
जमशेदपुर में सर्वाधिक ओटीपी के माध्यम से ठगी जमशेदपुर में दर्ज किए गए 485 मामलों में सर्वाधिक मामले ओटीपी से ठगी के हैं। 282 मामलों में ओटीपी की मदद से लोगों को ठगा गया और उनके खाते से रुपए उड़ा लिए गए। ये ऐसे मामले हैं, जिसमें केस दर्ज किए गए और 50 हजार से लेकर 8 लाख तक की राशि उड़ा ली गई। वहीं, रुपये ट्रांसफर कराने के साथ एटीएम क्लोन कर भी राशि निकालने के मामले सामने आए हैं। फर्जी लिंक भेज, ओएलएक्स या ई-कॉमर्स वेबसाइट, सेक्सटॉर्शन फ्रॉड और सोशल मीडिया द्वारा की जाने वाली साइबर बुलिंग, फिशिंग आदि साइबर अपराध शामिल हैं।
यहां होती है आपकी निजता भंग सोशल मीडिया पर दी गई जानकारी, अनजान लिंक आने पर खाते का विवरण देने, किसी के कॉल पर उसे अपने खाते, अपने बारे में या फिर किसी रिश्तेदार के बारे में पूरी जानकारी देने से आपकी निजता भंग होती है। वहीं, ऐप इंस्टॉल करते समय बिना पढ़े यस बटन दबाने से भी आपका डाटा चोरी होने का खतरा रहता है।
पूर्वी सिंहभूम के एसएसपी किशोर कौशल ने इससे बचने के लिए सावधानियां रखने के उपाय बताए हैं। किसी को अकाउंट की जानकारी न दें। फर्जी या अनजान लिंक पर क्लिक न करें, ऑनलाइन गेम खेलने के दौरान सावधानी रखें और संदिग्ध लगे तो इसकी जानकारी पुलिस को दें। किसी भी कॉल के बहकावे में न आएं। कोई पुलिस अधिकारी, सीबीआई, आईबी, आयकर का अधिकारी बनकर फोन करे तो सावधानी बरतें।