सदर अस्पताल में पानी के बिना डायलिसिस बंद, अस्पताल का नल भी सूखा
सदर अस्पताल में पानी की कमी के कारण डायलिसिस केंद्र बंद हो गया है। वार्डों में भी पानी नहीं है, जिससे मरीजों को परेशानी हो रही है। सभी पांच बोरिंग फेल हो चुके हैं। मरीजों को घर से पानी लाना पड़ रहा...

सदर अस्पताल में पानी के अभाव में डायलिसिस बंद हो गई है। यही नहीं, वार्ड में भी पानी के बिना हाहाकार मचा हुआ है। यहां तक कि सिविल सर्जन कार्यालय में भी पानी नहीं है। सदर अस्पताल परिसर में मंगलवार को डायलिसिस सेंटर बंद हो गया। यहां रोज करीब 12-15 मरीजों की डायलिसिस होती है। डायलिसिस में पानी की काफी खपत होती है, लेकिन पानी नहीं मिल पा रहा है। पिछले दिनों भी एक दिन केंद्र बंद हो गया था तो उसे दूसरी बोरिंग से चालू कर पानी दिया गया, लेकिन अब अस्पताल के सभी पांच बोरिंग फेल हैं। एक बोरिंग पिछले साल से ही खराब है। जानकारी हो कि डायलिसिस के लिए पहले से मरीजों का स्लॉट बुक रहता है, लेकिन केन्द्र बंद होने के कारण उन्हें पहले से ही सूचना दे दी गई, ताकि वे कहीं और चले जाएं। सभी डायलिसिस सेंटर पर आयुष्मान का लाभ नहीं मिलता है। इस तरह मरीजों को बाहर डायलिसिस कराने में एक हजार से अधिक का खर्च हो जाता है। गरीब मरीजों के लिए यह काफी परेशानी भरा होता है।
अस्पताल के वार्ड में मरीज घर से ला रहे हैं पानी
सदर अस्पताल के वार्डों में भी पानी नहीं है। शौचालय तो दूर, पेयजल का भी संकट है। पानी के बिना मरीज परेशान हैं। मरीजों को घर से पानी लाना पड़ रहा है। टैंकर से पानी लाकर ऊपर की टंकियों में मोटर से चढ़ाना पड़ रहा है, लेकिन वह नाकाफी है। सुबह में पानी कुछ देर आता है तो मरीज शौचालय आदि चले जाते हैं, लेकिन कुछ घंटे में पानी खत्म हो जाता है। दिनभर का काम मरीजों को बाहर से पानी खरीदकर या जिसका घर नजदीक है, वे वहां से पानी लाते हैं। इस गर्मी में मरीजों के परिजन बाहर से पानी लाकर ही परेशान हैं। सुबह की सफाई के लिए कुछ देर बोरिंग से पानी चढ़ता है, लेकिन कुछ देर बार बंद हो जाता है।
तीन दिन से पानी की परेशानी हो रही है। घर से पानी मंगाना पड़ रहा है। शौचालय के लिए भी परेशानी हो रही है। जल्द ही इसका समाधान निकलना चाहिए।
- चांदनी कुमारी, सरजामदा
बर्तन धोने तक का पानी नहीं है तो घर से पानी मंगाते हैं या बोतल खरीदना पड़ रहा है। पानी के बिना काफी परेशानी हो रही है। अस्पताल प्रशासन जल्द इसका कोई उपाय निकाले।
- रुक्मणी मुर्मू
पास में घर है तो पानी घर से आ जा रहा है और काम चल रहा है, लेकिन सिर्फ पीने का ही काम चल सकता है। शौचालय आदि के लिए काफी परेशानी हो रही है।
नोहा हेम्ब्रम
सभी पांच बोरिंग फेल होने के कारण टैंकर से पानी मंगवाया जा रहा है। मरीजों को हरसंभव मदद की जा रही है। जल्द ही इसका विकल्प निकाला जाएगा।
- डॉ. साहिर पाल, सिविल सर्जन, पूर्वी सिंहभूम
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