टाटीझरिया-बेरहो के भलुआ वन में पेड़ों को राखी बांध रक्षा का लिया संकल्प
दारू प्रतिनिधि टाटीझरिया प्रखंड के टाटीझरिया-बेरहो का भलुआ वन रक्षाबंधन की नौंवी वर्षगांठ शुक्रवार को बिरसा जयंती के अवसर पर धूमधाम से मनाई गई। इस अव
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दारू प्रतिनिधि टाटीझरिया प्रखंड के टाटीझरिया-बेरहो का भलुआ वन रक्षाबंधन की नौंवी वर्षगांठ शुक्रवार को बिरसा जयंती के अवसर पर धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर सबसे पहले जंगल में स्थित वेदी पर फूल, बेलपत्र, धूप, दीप और प्रसाद चढ़ाए गए। पर्यावरणविद सुरेंद्र प्रसाद सिंह, मूलचंद ठाकुर और स्थानीय महिलाओं के द्वारा वनदेवी की वंदना गीत प्रस्तुत किया गया। इसके बाद वनदेवी को आराध्य मानते हुए उपस्थित ग्रामीणों ने नमन किया और जंगल के एक-एक वृक्ष की डालियों पर लाल डोर बांधकर इनकी रक्षा का संकल्प लिया। मौके पर पर्यावरणविद महादेव महतो, प्रमुख संतोष मंडल , एमके पाठक, कैलाशपति सिंह, राजू यादव, लालो यादव, अनिल प्रसाद, सुनिल साव, दिव्यांशु कुमार, अनुज साव, किसन कुमार, चोलो प्रजापति, कौलेश्वर यादव, अमृत महतो समेत अन्य ग्रामीण उपस्थित थे। इस अवसर पर अतिथियों ने कहा कि जंगलों की सुरक्षा से ही हम सब सुरक्षित हैं। केवल जंगल की सुरक्षा ही नहीं बल्कि इनमें निवास करने वाले वन्य प्राणियों की सुरक्षा आवश्यक है। उन्होंने ग्रामीणों को आग्रह किया कि वह जंगल की सुरक्षा के प्रति सजग रहें। बताते चलें कि भलुआ वन रक्षाबंधन की स्थापना टाटीझरिया निवासी प्रमोद कुमार गुप्ता एवं उनके सहयोगी महावीर साव ने किया था। दोनों इस वन प्रांत में पिछले कई वर्षों से अहले सुबह पहुंच कर योगा करते आ रहे हैं। योगा करते-करते उनके मन में आया कि क्यों ना इस भलुआ वन में रक्षाबंधन कर इसकी सुरक्षा की जाए और उन्होंने टाटीझरिया, बेरहो, होलंग, डहरभंगा, बौधा के ग्रामीणों को इकट्ठा कर इस जंगल में वृक्षाबंधन की शुरुआत किया था। भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर भलुआ वन परिसर में उनकी तस्वीर पर पर्यावरण प्रेमियों ने श्रद्धासुमन अर्पित किया।
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