उद्घाटन से पूर्व ही रेफरल हॉस्पिटल की छत से टपकने लगा पानी
धनवार प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के नए भवन में उद्घाटन से पहले ही दीवारों में दरारें और छत से पानी रिसने की समस्या सामने आई है। स्वास्थ्य विभाग ने 05 करोड़ 75 लाख रुपए की लागत से इसे बनाया...
खोरीमहुआ। धनवार प्रखंड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए बनाये गए नये भवन उद्घाटन से पूर्व ही अनियमितता का असर दिखने लगा है जगह-जगह दीवार फटने लगी है, पहली बारिश में ही छत से पानी का टपकाव होने लगा है। विदित हो कि धनवार प्रखंड की जनता को लाभ पहुंचाने के लिए रेफरल हॉस्पिटल राजधनवार में 05 करोड़ 75 लाख रुपए की प्राक्कलित राशि से नए सी एच सी भवन का शिलान्यास विधायक दल के नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी एवं पूर्व आई जी सह भाजपा नेता लक्ष्मण सिंह , जिला परिषद अध्यक्षा मुनिया देवी सहित कई नेताओ तथा जनप्रतिनिधियों द्वारा नारियल फोड़कर किया गया था।
पर सम्बंधित जेई के अनदेखी तथा संवेदक राजेश शर्मा तथा रामकिशोर सिंह के मनमानी के कारण आज उद्घाटन होने से पूर्व ही जर्जरता तथा अस्पताल में कार्य करने वाले डॉक्टरों कर्मियों तथा पेशेंट के जीवन से खिलवाड़ हो सकता है। जिसको लेकर राजधनवार के चिकित्सा प्रभारी इंदुशेखर ने उपायुक्त गिरिडीह को पत्र के माध्यम से अवगत करते हुए कहा गया है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का नया भवन बनाया गया है जिसे सिविल सर्जन गिरिडीह द्वारा 04 फरवरी को 2025 को नए भवन को खुद से हैंड ओवर में लेकर कार्य संचालन के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा है। जबकि नए भवन का औचक निरीक्षण करते हुए बीस सूत्री अध्यक्ष सफिक अंसारी ने भवन की जर्जरता को देखते हुए शिकायत की है। जिसका हमने खुद से जांच के दौरान कई कमियां तथा गड़बड़ियां पायी है। जिसकी सूचना 11 नवम्बर 2024 तथा 13 फरवरी 2925 को आवेदन तथा मीटिंग में सिविल सर्जन को अवगत करा चुका हूं। बावजूद सिविल सर्जन द्वारा कमियों को दूर करने के बजाय जबरन नए भवन में कार्य करने का दबाव बनाया जा रहा है। कहा कि नए भवन में पाई गई गड़बड़ी की की हमने सूची भी भेज चुके हैं जिसमें कई कमरों के दीवारों में दरारें, जिससे बारिश में पानी का रिसाव हो रहा है। छत में रिसाव, ऑक्सीजन एवं सक्शन के लिए इलेक्ट्रिक सॉकेट बोर्ड का नही होना, हैंड वासिंग बेसिन एवं मुख्य पानी सप्लाई का नही होना, एसी कनेक्शन नही होना, जांच घर में स्लैब का निर्माण नही किया जाना, टिटमेंट के लिए इलेक्ट्रिक वायरिंग नही किया गया है ऐसे दर्जनो कमियां आज भी मौजूद है। साथ ही बताया कि संवेदक द्वारा पुराने आवासीय भवन का लकड़ी का गेट सहित कुल चार टन लोहे का खिड़की तथा ग्रिल संवेदक द्वारा अस्पताल में जमा करने के बजाय खुद ले गए है। कहा कि इसकी उच्च स्तरीय जांच हो और अनियमितता की सुधार किया जाय ताकि भविष्य में किसी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके। साथ ही बताया कि ओवरसियर रुपेश शर्मा द्वारा जांच भी किया गया है जिसका ना तो रिपोर्ट दिया गया ना ही कार्रवाई की गई। कहा हम उपायुक्त महोदय से आग्रह करते है कि टीम गठित कर इसकी ऊंच स्तरीय जांच कराई जाय और इसमें संलिप्त लोगों पर उचित कार्रवाई हो सके।
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