दो साल से धबडुंगरी उत्क्रमित प्रावि की जलमीनार खराब
गुड़ाबांदा प्रखंड के अर्जुनबेड़ा गांव में बच्चों को पेयजल की समस्या है। विद्यालय का सोलर जलमीनार दो साल से खराब है। बच्चों को घर से पानी लाना पड़ता है। मरम्मत की आवश्यकता है, लेकिन पंचायत का ध्यान...
गुड़ाबांदा प्रखंड की मुढ़ाकाटी पंचायत में अर्जुनबेड़ा गांव के सबर टोला में स्थित उत्क्रमित नव प्राथमिक विद्यालय धबडुंगरी के बच्चे पेयजल के लिए तरस रहे हैं। पंचायत फंड से विद्यालय में स्थापित सोलर जलमीनार दो वर्षों से खराब पड़ी है। जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण जलमीनार की मरम्मत नहीं हो रही है। आलम यह है कि विद्यालय के बच्चों को अपने घर से बोतल में पीने का पानी लेकर आना पड़ता है। इससे अभिभावकों में रोष है। इस विद्यालय में 67 बच्चे नामांकित हैं। इनमें से 46 बच्चे विलुप्त होती सबर जनजाति के हैं। जिस चापाकल से सोलर जलमीनार स्थापित की गई थी, उसी चापाकल से हैंडल चलाकर पानी लेना पड़ता है। चापाकल से पर्याप्त मात्रा में पानी भी नहीं निकलता है। बच्चों के लिए मध्याह्न भोजन बनाने और बर्तन धोने का काम तो चापाकल के पानी से चल जाता है। बच्चे अपने घर से बोतल में पानी लाने के लिए अभिशप्त हैं। प्रधानाध्यापक नारायण टुडू ने कहा कि सोलर जलमीनार खराब होने से पेयजल के लिए परेशानी हो रही है। बच्चों के लिए पेयजल की सुविधा के लिए सोलर जलमीनार की मरम्मत जरूरी है। बता दें, यह विद्यालय ज्वालकाटा स्थित प्रखंड कार्यालय से महज दो किलोमीटर दूर है। बावजूद, पदाधिकारियों का ध्यान बच्चों की परेशानियों की ओर नहीं है। पंचायत की मुखिया सुशीला मुंडा के प्रतिनिधि गुरुचरण मुंडा ने कहा कि सोलर जलमीनार की मरम्मत के लिए वेंडर को कहा गया है। शीघ्र ही सोलर जलमीनार की मरम्मत की जाएगी।
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